Rohini Acharya News: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राजद की करारी हार के बाद, पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के परिवार का विवाद और उनके करीबी नेताओं की गतिविधियों ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। इस उठा-पटक के बीच, तेजस्वी यादव के सहयोगी और बलरामपुर के पूर्व सांसद रिजवान जहीर के दामाद रमीज खान अचानक सुर्खियों में आ गए हैं। रमीज खान तब चर्चा में आए जब लालू यादव को किडनी दान करने वाली उनकी बेटी Rohini Acharya ने उन पर गंभीर आरोप लगाए।
Rohini Acharya का बयान सामने आते ही उत्तर प्रदेश में भी रमीज खान की “असलियत खंगाली” जाने लगी। सबसे पहले कौशाम्बी जिले में उनकी क्रिमिनल हिस्ट्री की अचानक जाँच की गई। डीजीपी कार्यालय ने रविवार रात को कौशाम्बी पुलिस से इस संबंध में रिपोर्ट तलब की। रमीज खान के खिलाफ कौशाम्बी के कोखराज थाना में पहले से ही हत्या समेत दो मामले दर्ज हैं।
कौशाम्बी पुलिस ने खंगाला क्रिमिनल रिकॉर्ड
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के करीबी माने जाने वाले रमीज खान, जो भंगहा कला, शीतलपुर, जिला बलरामपुर के निवासी नियामत खान के बेटे हैं, उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि की जाँच रविवार देर रात अचानक शुरू हो गई। यह कार्रवाई डीजीपी कार्यालय द्वारा रमीज खान के बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट मांगे जाने के बाद की गई।
कौशाम्बी के कोखराज थाने में रमीज खान के खिलाफ दो मामले दर्ज हैं। इनमें से एक हत्या का गंभीर मामला है। आरोप है कि रमीज खान ने प्रतापगढ़ के जेठवारा के एक प्रॉपर्टी डीलर शकील की 25 लाख रुपये के लेन-देन के विवाद में हत्या कर दी थी और बाद में लाश को रोही बाईपास के पास सड़क किनारे फेंक दिया था। फरार रहने के दौरान भी उनके खिलाफ एक और केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने रमीज खान को वर्ष 2023 में गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
हेट कैम्पेन और अभद्र टिप्पणी के आरोप
रमीज खान पर यह भी आरोप है कि बिहार चुनाव के दौरान उन्होंने आरजेडी के कुछ नेताओं के साथ मिलकर सनातन धर्म के खिलाफ दुष्प्रचार (हेट कैम्पेनिंग) किया था। इसके अलावा, उन पर कई राजनेताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने का भी आरोप है।
चुनाव परिणाम आने के बाद यूपी सरकार ने अब इस मामले में शिकंजा कसना शुरू कर दिया है और रमीज खान की “कुंडली खंगालनी” शुरू कर दी है। रविवार देर रात ही कौशाम्बी में दर्ज मुकदमों की सूचना डीजीपी कार्यालय को भेज दी गई।
पश्चिमी यूपी से युवाओं की टोली ले जाने का आरोप
यह भी कहा जा रहा है कि बिहार चुनाव में भाजपा और सनातन धर्म के खिलाफ हेट कैम्पेन की पूरी रणनीति रमीज खान ने ही तैयार की थी। उन पर आरोप है कि इस मकसद से वह पश्चिमी यूपी के युवाओं की एक बड़ी टोली को बिहार ले गए थे। बिहार चुनाव के परिणाम सामने आने और लालू यादव की बेटी द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद, रमीज खान की चर्चा एक ‘खलनायक’ के रूप में होने लगी है।
पुलिस का आधिकारिक बयान
इस मामले पर कौशाम्बी के एएसपी राजेश कुमार ने कहा कि बिहार में सनातन धर्म के खिलाफ हेट कैम्पेनिंग चलाने के आरोपी रमीज खान के खिलाफ डीजीपी ऑफिस ने रिपोर्ट मांगी थी। उन्होंने पुष्टि की कि कोखराज थाने में उनके खिलाफ दो केस दर्ज हैं, जिसकी विस्तृत रिपोर्ट डीजीपी कार्यालय को भेज दी गई है।








