UP के कौशांबी जिले में एक दर्दनाक मामला सामने आया है, जहाँ एक मां ने अपनी 12 वर्षीय बेटी को यमुना नदी के किनारे ले जाकर जानलेवा कदम उठाया। पुलिस के मुताबिक, आरोपी मीना देवी ने 21 नवंबर को सुबह अपने छह महीने के बेटे और बेटी को लेकर ई-रिक्शा से यमुना के महिला घाट पुल पर पहुंची। वहीं उसने मौका पाकर अपनी बेटी अनामिका को रेलिंग पर बैठाया और अचानक उसे धक्का दे दिया, जिससे वह नदी में गिर गई और डूब गई।
महिला ने कबूला अपना जुर्म
पुलिस ने शुरुआती चरण में माँ द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की। महिला ने घुमाफिरा कर पुलिस को भ्रमित करने का प्रयास किया। लेकिन शक होने पर महिला से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि मेरी बेटी दिमाग से कमजोर थी, आए दिन किसी न किसी से विवाद करती थी, जिससे मैं तंग आ गई थी व परेशान होकर मैं 21 नवंबर को सुबह करीब 6 बजे अपने 6 माह के बेटे व बेटी ( अनामिका) मृतक को लेकर निकली और ई -रिक्शा से यमुना नदी के महिला घाट पुल पर गई। बेटी को रेलिंग पर बैठा दिया सुनसान होने पर मैंने उसे धक्का देकर नदी में गिरा दिया जिससे वह नदी में डूब गयी।इसके बाद मैंने इस बात को छिपा कर अपनी बेटी को ढूंढने का दिखावा करते हुए थाने पर आकर प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की ताकि मेरे ऊपर कोई शक न कर सके। लेकिन पूछताछ के दौरान माँ ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और माना कि बेटी मनोरोगी (मानसिक रूप से कमजोर) थी, और वह उससे तंग आकर यह घातक कदम उठा गई थी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस ने गोताखोरों और मछुआरों की मदद से यमुना नदी में अनामिका की खोज शुरु कर दी है, लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी उसका शव अभी तक नहीं मिला है।
पुलिस ने अब आरोपी माँ को गिरफ्तार कर कोर्ट में प्रस्तुत किया है। मामले में हत्या की धारा (इरादे से जान ले लेना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पड़ोसियों, स्थानीय महिलाओं और झाड़-फूंक करने वाले तांत्रिकों की जानकारी ने भी इस मामले का सच उजागर करने में मदद की। कौशांबी पुलिस की टीम तलाश जारी रखे हुए है और पड़ोसी जिलों को भी अलर्ट किया गया है, ताकि यमुना के कठिन रुख वाले हिस्सों में भी अनामिका को ढूंढा जा सके।

