Tehri bus accident: उत्तराखंड के टिहरी जिले में सोमवार, 24 नवंबर 2025 को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें कम से कम 5 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। यह घटना जिले के नरेंद्रनगर क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कुंजापुरी मंदिर के पास हुई, जब तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस अनियंत्रित होकर लगभग 70 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। बस में सवार यात्री, जिनमें अधिकांश गुजरात और दिल्ली के बताए जा रहे हैं, कुंजापुरी मंदिर के दर्शन के लिए जा रहे थे। हादसे की सूचना मिलते ही SDRF (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं और युद्धस्तर पर बचाव कार्य शुरू किया।
घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाया गया है, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए घायलों के मुफ्त इलाज की घोषणा की है, जबकि प्रशासन ने हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।
बस हादसे का पूरा विवरण
उत्तराखंड के पहाड़ी रास्तों पर एक बार फिर जानलेवा हादसा हुआ है। इस बार निशाना बनी एक तीर्थयात्रियों की बस, जो नरेंद्रनगर क्षेत्र के कुंजापुरी-हिंडोलाखाल मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह दुर्घटना दोपहर के आसपास (लगभग 12-1 बजे) हुई, जब गुजरात और दिल्ली के श्रद्धालुओं से भरी बस अचानक सड़क से फिसलकर खाई में समा गई।
स्थल और समय: टिहरी जिले का कुंजापुरी-हिंडोलाखाल मार्ग।
हताहतों की संख्या: प्रारंभिक पुष्टि के अनुसार, 5 लोगों की मौत हुई है, और 20 से 23 लोग घायल हुए हैं। हताहतों में गुजराती श्रद्धालु शामिल हैं।
बस में सवार: लगभग 28 से 35 यात्री सवार थे, जो कुंजापुरी मंदिर जा रहे थे।
तत्काल बचाव और राहत कार्य
Tehri हादसे की भयावहता को देखते हुए SDRF की 5 टीमें, पुलिस और स्थानीय प्रशासन तुरंत मौके पर पहुंचे। गहरी खाई से घायलों को निकालने और मृतकों के शवों को बाहर लाने का काम चुनौतीपूर्ण रहा।
रेस्क्यू ऑपरेशन: टीम ने सभी घायलों को सुरक्षित निकाला और उन्हें इलाज के लिए नई टिहरी और देहरादून के अस्पतालों में भेजा।
प्रशासनिक कार्रवाई: हादसे के कारण की जांच के लिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं, जिसमें तेज रफ्तार और सड़क की खराब स्थिति जैसे संभावित कारणों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया और मुआवजा
राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल गुरमीत सिंह ने घटना पर दुख व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने घायलों के मुफ्त इलाज की घोषणा की और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।
सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार से भी मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50 हजार की सहायता राशि मिलने की उम्मीद है।
यह हादसा एक बार फिर उत्तराखंड के पहाड़ी मार्गों पर सड़क सुरक्षा के गंभीर मुद्दे को सामने लाता है, जहां खराब सड़कों और लापरवाह ड्राइविंग के चलते हर साल कई जान चली जाती हैं।



