सिलक्यारा टनल में फंसे 41श्रमिकों को सफलतापूर्वक बचाने के पश्चात अब उन्हें चिनूक हेलिकॉप्टर से ऋषिकेश के एम्स में ले जाया गया है और अब उनका इलाज शुरु हो गया है। 41 श्रमिक का इलाज अब एम्स अस्पताल में किया जाएगा। यह अब तक की सबसे बड़ी खबर है जिसमें मजदूरों को सुरक्षित अस्पताल पहुंचा दिया गया है। जैसे कि आप सभी जानते ही हैं कि 17 दिन तक मजदूर टनल के अंदर फंसे थे और यह रेस्क्यू ऑपरेशन कल यानि 28 नवंबर को सफल हुआ। जिसके बाद प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई दी।
#WATCH | Uttarkashi tunnel rescue | IAF's transport aircraft Chinook, carrying 41 rescued workers, leaves from Chinyalisaur. It is being flown to AIIMS Rishikesh for the workers' further medical examination. #Uttarakhand pic.twitter.com/2bpCW4ks1T
— ANI (@ANI) November 29, 2023
इन सब के दौरान क्रेंद मंत्री जनरल वीके सिंह ने इंटरव्यू दिया है जिसमें उन्होंने बताया कि यह रेस्क्यू ऑपरेशन एक अलग तरह का ऑपरेशन है और इस ऑपरेशन को पूरा करने के लिए कई तरह के विकल्पों को इस्तेमाल करना पड़ा। इस ऑपरेशन को पूरा करने के लिए काफी बांधाए सामने आई और लगातार पीएम मोदी इस घटना से जुड़े हुए थे। क्रेंद मंत्री ने आगे बताया कि यह उनके मंत्रालय का काम था। जिसमें मोदी ने 2014 में कहा भी था कि जब भी कोई कहीं फंस जाए तो वह उसे बाहर निकालगें। घटना स्थल में सारी संस्थाए मौजूद थी, अगर मजदूर एक दिन में भी बाहर निकल जाते तो विपक्ष तभी बोलता और अब भी बोल रहा है।
बता दें सभी मजदूरों को चिनूक विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट ले जाया गया और इस दौरान डॉक्टर भी विमान में मौजूद रहे। वहीं मजदूरों के परिवार को एंबुलेंस द्वारा ऋषिकेश भेजा गया। वैसे तो सभी मजदूर स्वस्थ है पर एम्स में मजदूरों की कई और जांच की जाएगी। वहीं सीएम धामी आज सुबह 41 श्रमिकों से मिलने पहुंचे। जहां पर सीएम ने सभी मजदूरों से उनका हालचाल पूछा और उन्हें एक-एक लाख रुपए का चेक भी दिया।