नई दिल्ली।अयोध्या में राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर आयोजित कार्यकम में कांग्रेस पार्टी की तरफ से उद्घाटन समारोह का न्योता ठुकराने पर राजनैतिक हलचल बढ़ गई है। पार्टी के इस फैसले को लेकर जहां एक ओर विपक्षी पार्टी कांग्रेस को घेर रही है, वहीं पार्टी के खुद के कार्यकर्ता भी नाराज चल रहे है। पार्टी के इस फैसले को लेकर पक्ष और विपक्ष के ओर से काफी बयानबाजी हो रही है।
कांग्रेस अब बहिष्कार पार्टी
पार्टी के इस फैसले को लेकर भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अब बहिष्कार पार्टी बन गई है।भाजपा ने कहा कि भगवान राम को काल्पनिक बताने वाले लोग गांधी की नहीं बल्कि नेहरु की बन कर रह गए है,क्योंकि महात्मा गांधी तो राम-राज्य की कल्पना करते थे। भाजपा ने कहा की कुछ ही समय पहले कांग्रेस ने अपने नेता पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के भारत रत्न सम्मान समारोह का bhi बहिष्कार किया था। यह अब बहिष्कार पार्टी बन कर रह गई है।
बड़े अवसर से पार्टी करती है किनारा
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि किसी भी अच्छे से अच्छे अनुष्ठान कार्यक्रम में विघ्न उत्पन्न करने वाली कांग्रेस के साथ पता नहीं कौन सी समस्या है? भारत का इतिहास जब-जब करवट ले रहा होता है, तब-तब कांग्रेस उस अवसर के साथ खड़े न होकर उसका बहिष्कार करती हैं। उन्होंने कहा कि आप किसी भी बड़े अवसर को देख लीजिए कांग्रेस वहां नहीं होगी।
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पार्टी के अंदर ही घमासान
वहीं कांग्रेस के इस फैसले को लेकर पार्टी के भीतर ही घमासान हो रहा है। गुजरात में कांग्रेस के वर्किंग अध्यक्ष अंबरीश डेर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री राम हमारे आराध्य देव हैं इसलिए यह स्वाभाविक है कि भारत भर में अनगिनत लोगों की आस्था इस नवनिर्मित मंदिर से वर्षों से जुड़ी हुई है। पार्टी के कुछ लोगों को उस खास तरह के बयान से दूरी बनाए रखनी चाहिए और जनभावना का दिल से सम्मान करना चाहिए। इस तरह के बयान से मेरे जैसे गुजरात कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं के लिए निराशाजनक हैं।
पार्टी के इस फैसले को लेकर उसके कार्यकर्ताओं ने पार्टी के इस रवैये पर नाराजगी जाहीर की है।