नई दिल्ली: बांग्लादेश (Bangladesh) इस वक्त स्थिति भयावह बनी हुई है। आरक्षण को लेकर शुरू हुए विवाद ने इतना उग्र रूप धारण किया कि देश का तख्तापलट ही हो गया। शेख हसीना के अपने पद से इस्तीफा देने और देश छोड़कर चले जाने के बाद भी हालात काबू में आते नहीं दिख रहे हैं। अब इस देश में हिंदुओं और वहां बने हिंदू मंदिरों पर भी खतरा मंडराने लगा है।
बांग्लादेश (Bangladesh) में हुए इस तख्तापलट के बाद अब वहां रह रहे हिंदू धर्म के लोग निशाने पर हैं। ऐसा इसलिए कहा जा रहा, क्योंकि बीते सोमवार यानी 5 अगस्त को बांग्लादेश में शुरु हुई हिंसा के बाद कुछ प्रदर्शनकारियों ने वहां रह रहे हिंदू लोगों के घरों में आग लगा दी और लूटपाट भी की। इन सबके अलावा हिंदू मंदिरों को तोड़ने की भी कोशिश की। बांग्लादेश के कई जिलों में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।
बांग्लादेश (Bangladesh) में मुस्लिम लोगों की तादात काफी ज्यादा है। या कह लीजिए बांग्लादेश एक मुस्लिम बहुल देश है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश में 91% लोग मुस्लिम आबादी से है। इस रिपोर्ट में हिंदूओं को 8% बताया गया है। यानी मुस्लिमों के बाद हिंदू धर्म के लोग यहां बड़ी संख्या में रहते हैं, लेकिन वहां रह रहे मुस्लिमों की तुलना में हिंदू बेहद कम है।
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न्यू अपडेट के मुताबिक, अब तक बांग्लादेश के 27 जिलों में हिंदू लोगों के घरों पर हमले किए जा चुके हैं। इसके अलावा बांग्लादेश में बने 10 हिंदू मंदिरों पर भी हमले किए जा चुके हैं। इसका एक नजारा तब देखने को मिला, जब प्रदर्शनकारियों ने रेल बाजारहाट में एक मंदिर में भी उत्पात मचाने की कोशिश की लेकिन वहां के स्थानीय लोगों ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया। बता दें, कि अब भी बांग्लादेश में हिंदू धर्म के लोगों और वहां के हिंदू मंदिरों पर खतरा कम नहीं हुआ है।