CAA कानून लागू होना साउथ के इस सुपरस्टार को क्यों हैं नागवार यहां जानें पूरा मामला?

देश में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अहम फैसला लेते हुए नागरिकता संशोधन यानी CAA लागू करने की घोषणा की। साल 2019 से ही CAA कानून चर्चा में है।

नई दिल्ली: देश में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अहम फैसला लेते हुए नागरिकता संशोधन यानी CAA लागू करने की घोषणा की। साल 2019 से ही CAA कानून चर्चा में है। सीएए 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के घोषणापत्र का एक अभिन्न अंग था। BJP सरकार के सत्ता में आने के बाद संसद ने 11 दिसंबर, साल 2019 को इस कानून को अधिनियमित किया था।

वैसे तो इस कानून पर कई लोगों को विरोध करते हुए देखा गया है, लेकिन अब CAA पर साउथ फिल्म इंडस्ट्री के एक बड़े नाम ने अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है। साउथ फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर एक्टर थलपति विजय ने सीएए को अस्वीकार्य बताया है। विजय ने नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 लागू करने के बाद नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला बोला है। तमिझगा वेत्री कड़गम पार्टी के प्रमुख थलपति विजय ने इस कानून को अस्वीकार्य बताया है। इतना ही नहीं एक्टर ने तमिलनाडु सरकार से इस कानून को राज्य में लागू नहीं करने की भी मांग की है।

अपनी पार्टी TVK के ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर एक ऑफिशियली बयान शेयर करते हुए, थलपति विजय ने लिखा है, भारतीय नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 जैसे किसी भी कानून को ऐसे माहौल में लागू करना स्वीकार्य नहीं है, जहां देश के सभी नागरिक सामाजिक सद्भाव के साथ रहते हैं। नेताओं को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि ये कानून देश में लागू न हो।

आपको बता दें, 2 फरवरी को थलपति विजय ने अपनी पार्टी तमिझगा वेत्री कड़गम की ऑफिशियली अनाउंसमेंट की थी। इसी के साथ उन्होंने एक बयान में कहा था, कि हम 2024 का चुनाव नहीं लड़ेंगे और न ही किसी पार्टी में जाएंगे। हमने सामान्य और कार्यकारी परिषद की बैठक में ये निर्णय लिया है। अपने इस बयान में उन्होंने आगे कहा था, तमिल लोग ही हैं, जिन्होंने उन्हें सब कुछ दिया है और वो अब उन्हें वापस देना चाहते हैं।

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वहीं बात अगर CAA का विरोध करने वाले दूसरो लोगों को लेकर करें तो, इसमें थलपति विजय के अलावा कई विपक्षी नेताओं ने इस कानून को लेकर कड़ा विरोध जताया है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम का कहन है कि चुनावी फायदा उठाने के लिए चुनाव से ठीक पहले मोदी सरकार यह स्टंट कर रही है। तमिलनाड़ु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने तो इसे बंटवारे की राजनीति बता दिया है। इसी के साथ उन्होंने कहा है, कि जनता इस बार भाजपा को पाठ पढ़ा देगी। इसके अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी CAA को अपने राज्य में लागू नहीं होने के लिए कहा है। आपको बता दें, देश में कई जगहों पर CAA को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरु हो गए हैं।

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