Gorakhpur: भगवान नरसिंह की होली यात्रा में पहुंचे योगी, फूल और गुलाल फेंक कर किया यात्रा का शुभारंभ

Lucknow

Gorakhpur: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(Yogi Adityanath) का अपने धर्म, अपने मठ और गौसेवा को लेकर कहीं छूपा नहीं है, योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) हमेशा अपनी संस्कृति को लेकर गौरवान्वित महसूस करते हैं और इसका प्रचार भी करते हैं. इसी सिलसिले में आज योगी आदित्यनाथ आज अपने मठ और गौसेवा के लिए सुबह सुबह गोरखपुर पहुँच गए जहाँ उन्होंने सुबह सुबह गायों की सेवा की, उनको चारा खिलाया.

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योगी आदित्यनाथ ने दिया भाषण

योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर भाषण दिया जहाँ उन्होंने कहा की “होली के इस अवसर 495 सालों बाद अयोध्या में राम जी ने होली खेली, ये दुनिया और सनातन धर्म के लिए गर्व की बात और सनातनी के लिए भावुक पल था. हमें चाहिए की हम हम समाज को जोड़ें, अपने सनातन धर्म को मजबूत करें, होली हमें अपनों से जुड़ने और लोगों में अपनेपन का भाव प्रकट करवाता है”. इस अवसर पर आदित्यनाथ ने कहा कि “भारत वसुधैव कुटुंभ्कम और सबको अपना मनाता है, हम लोग शांति और विकास की राह पर हैं, समाज में न्याय है, औरतों, बेटियों को सुरक्षा मिल रही है, धार्मिक विभाजन नहीं हो रहा है”

क्यों गए थे गोरखपुर?

26 मार्च की सुबह योगी आदित्यनाथ नरसिंह भगवान की शोभा यात्रा के अवसर पर योगी आदित्यनाथ पहुंचे थे, भगवान नरसिंह की ये यात्रा हर साल गोरखपुर में निकाली जाती है. गोरक्षा पीठ के मार्गदर्शन से इस यात्रा का आयोजन किया जाता है और गोरक्षा पीठ के पीठाधीस्वर होने के नाते योगी आदित्यनाथ वहां पहुंचे थे, जहाँ उन्होंने लोगों के उत्साह को नमन किया और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने की बात कही.

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गुलाल फेंक कर किया शोभायात्रा की शुरुआत

योगी आदित्यनाथ फूलों और गुलाल फेंक कर की यात्रा की शुरुआत की. ये एक परंरागत यात्रा सन 1944 से शुरू हुई जिसकी शुरुआत नाना जी देशमुख ने किया. जो करीब 5 किलोमीटर की यात्रा करीब 3 घंटों में पूरा की जाती है. गोरखपुर के आम लोग इस शोभायात्रा पर पुरे उत्साह से भाग लेते हैं और इस शोभा यात्रा को उन मोहल्लों से गुजरती हैं जहाँ हिन्दू-मुस्लिम इसको सामाजिक समरसता को बढ़ाने के लिए पुरे उत्साह से भाग लेते हैं.

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