बालकनी में गमले में सौंफ ऐसे उगाएं कि पड़ोसी रह जाएं दंग, घर बैठे पाएं ताज़े और खुशबूदार बीज आसानी से

घर की बालकनी या छत पर गमले में सौंफ उगाना बेहद आसान है। सही मिट्टी, पर्याप्त धूप और नियमित पानी से यह पौधा तेजी से बढ़ता है और कुछ महीनों में ताज़े, सुगंधित बीज देता है।

सौंफ एक सुगंधित और औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है, जिसका उपयोग भारतीय रसोई में मसाले, माउथ फ्रेशनर और कई घरेलू नुस्खों में किया जाता है। अच्छी बात यह है कि इसे घर की बालकनी या छत पर गमले में आसानी से उगाया जा सकता है। हाल ही में बागवानी विशेषज्ञों ने सौंफ को कंटेनर में उगाने का आसान और प्रभावी तरीका साझा किया है, जिसे अपनाकर कोई भी व्यक्ति घर पर ताज़ी और ऑर्गेनिक सौंफ उगा सकता है।

नीचे स्टेप-बाय-स्टेप गाइड दी गई है, जिसमें मिट्टी से लेकर पानी और देखभाल तक हर पहलू को विस्तार से समझाया गया है।

सही गमले और मिट्टी का चयन करें

सौंफ की जड़ें गहरी होती हैं, इसलिए गमला चुनते समय उसकी गहराई कम से कम 12–14 इंच होनी चाहिए। प्लास्टिक, टेराकोटा या मिट्टी का गमला कोई भी उपयुक्त रहता है, लेकिन पानी निकासी का छेद होना जरूरी है ताकि अतिरिक्त पानी जमा न रहे। मिट्टी के मिश्रण में 40% गार्डन सॉइल + 30% रेत + 30% कम्पोस्ट शामिल करना सबसे अच्छा माना जाता है। हल्की और भुरभुरी मिट्टी जड़ों को फैलने में मदद करती है और पौधा तेजी से बढ़ता है।

बीज कैसे बोएं और दूरी कितनी रखें

सौंफ के बीज बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। ताज़े और अच्छे क्वालिटी के बीज चुनें। बीज बोने के लिए मिट्टी को हल्का नम करें और गमले में एक सेंटीमीटर की गहराई में बीज डालें। बीजों के बीच 2–3 इंच की दूरी बना कर रखें ताकि पौधों को फैलने की पर्याप्त जगह मिले। बीज डालने के बाद उन्हें हल्की मिट्टी से ढक दें और स्प्रे की मदद से पानी दें।

पौधे को कितनी सूर्य रोशनी चाहिए

सौंफ को बढ़ने के लिए 6–7 घंटे की धूप आवश्यक होती है। इसलिए गमले को ऐसी जगह रखें जहां धूप आसानी से पहुँच सके। ठंड का मौसम इस पौधे के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। यदि धूप कम मिल रही हो तो पौधे की वृद्धि धीमी हो जाती है और तना पतला हो सकता है।

नियमित पानी और खाद का समय

सौंफ को ज्यादा पानी पसंद नहीं होता, इसलिए मिट्टी को हमेशा हल्का नम रखें लेकिन कभी भी गीला न करें। सप्ताह में दो से तीन बार स्प्रे करना पर्याप्त है। खाद के लिए हर 20–25 दिनों में कम्पोस्ट या वर्मीकम्पोस्ट डालना बेहतर रहता है। इससे पत्ते हरे-भरे रहते हैं और पौधा अच्छी तरह बढ़ता है।

पौधे की देखभाल और कटाई कब करें

सौंफ का पौधा लगभग 90–110 दिनों में तैयार हो जाता है। जब पौधे पर फूल आने लगें और वे पीले रंग के होने लगें, तभी कटाई का समय होता है। कटाई के बाद बीजों को धूप में अच्छी तरह सुखाकर एयरटाइट जार में स्टोर किया जा सकता है। ताज़ा घर में उगी सौंफ स्वाद और सुगंध में बाजार की तुलना में काफी बेहतर होती है।

बालकनी या छत पर गमले में सौंफ उगाना न केवल आसान है, बल्कि यह घर में ऑर्गेनिक मसाले उगाने का बेहतरीन तरीका भी है। यदि सही गमला, उचित मिट्टी और पर्याप्त धूप मिले, तो सौंफ का पौधा तेजी से बढ़ता है और कुछ ही महीनों में ताज़े बीज उपलब्ध करा देता है। यह तरीका उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो छोटे स्पेस में किचन गार्डन बनाना चाहते हैं।

 

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