Sadabahar Plant Gardening: सदाबहार (वैज्ञानिक नाम Catharanthus roseus), जिसे आम भाषा में ‘गुलाबी सदाबहार’ कहा जाता है, घरों में सजावटी और औषधीय दोनों कारणों से लगाया जाता है। यह पौधा छोटे‑छोटे सुंदर फूलों से पूरा साल हरा‑भरा रहता है और बगीचे की खूबसूरती बढ़ाता है। साथ ही कुछ शोधों और आयुर्वेदिक परंपरा के अनुसार इसके पत्तों और फूलों में प्राकृतिक गुण पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए उपयोगी माने जाते हैं।
सदाबहार पौधा लगाने का सही तरीका
मिट्टी और गमले का चुनाव
सदाबहार को लगाने के लिए अच्छी जल‑निकासी वाली मिट्टी का उपयोग करें। गमले में बगीची मिट्टी, गोबर की खाद और थोड़ा रेत मिलाकर मिश्रण तैयार करें। यह मिश्रण पौधे की जड़ों को पर्याप्त नमी और पोषक तत्व प्रदान करता है जिससे स्वस्थ वृद्धि होती है।
बीज या पौधा लगाने की विधि
बीजों को हल्की मिट्टी में 1‑2 इंच गहरा दबाएं और हल्का पानी दें। मिट्टी को नम बनाए रखें जब तक अंकुरण न हो। स्वस्थ पौधे से 7‑10 सेमी कटिंग लें, उसे 15‑20 दिनों तक पानी में नमी बनाए रखते हुए जड़ें उगाएँ, फिर गमले में लगाएँ।
धूप, पानी और देखभाल
रोशनी का महत्व
सदाबहार को कम‑से‑कम 4‑6 घंटे प्रतिदिन सीधी धूप मिलनी चाहिए। पूरी धूप में रखने से फूलों की संख्या अधिक रहती है और पौधा घना बनता है।
पानी देना
बीज या नयी लगाई गई कटिंग पर नियमित हल्का पानी दें। जब पौधा मजबूत हो जाए, तो सप्ताह में एक‑दो बार पानी करना पर्याप्त होता है। मिट्टी को हमेशा गीला न रखें क्योंकि ओवरवाटरिंग से जड़ें सड़ सकती हैं।
खाद और छंटाई
हर 20‑30 दिन में जैविक खाद या गोबर डालें जिससे पौधे को पोषक तत्व मिलते रहें। मुरझाए फूल और सूखे पत्ते हटा दें, जिससे पौधा अधिक फूल दे।
सदाबहार के फायदे (औषधीय पहलू)
सदाबहार को केवल सजावट के लिए नहीं बल्कि स्वास्थ्य लाभ के लिए भी उपयोग किया जाता रहा है। आयुर्वेद और कुछ शोध में यह उल्लेख है कि इसके पत्तों के रस या पाउडर का सही उपयोग ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है (डायबिटीज़ के मामलों में उपयोग के लिए कुछ आयुर्वेदिक तरीके बताए जाते हैं)। हालांकि, इसका सेवन या उपयोग डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए। सदाबहार पौधा अधिकांश मौसमों में उगता है। गरमियों और बरसात में यह तेजी से बढ़ता है, जबकि सर्दियों में हल्की धूप और कम पानी की व्यवस्था से इसे स्वस्थ रखा जा सकता है। यह पौधा घर के बरामदे, बालकनी या गार्डन में लगाया जा सकता है और घर की खूबसूरती के साथ सकारात्मक वातावरण भी बनाता है।
घर में गुलाबी सदाबहार लगाने का तरीका सरल है: सही मिट्टी, पर्याप्त धूप, नियंत्रित पानी और नियमित देखभाल। यदि इन बातों का ध्यान रखा जाए, तो यह पौधा साल भर खिलता रहेगा और आपकी बालकनी या गार्डन को हरा‑भरा और सुंदर बनाए रखेगा। इसके साथ ही परंपरागत ज्ञान के अनुसार पौधे के स्वास्थ्य‑लाभ संभावित हैं, पर सलाह‑सहित उपयोग करें।










