Lettuce Gardening: सलाद पत्ता, जिसे लेट्यूस कहते हैं, आज के समय में सिर्फ विदेशी व्यंजनों तक सीमित नहीं रहा। अब यह भारत में भी लोकप्रिय हो रहा है और लोग इसे टोस्ट, सैंडविच, रैप और सलाद में ताज़ी स्वाद के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। लेट्यूस में पानी की मात्रा अधिक, कैलोरी कम, और पोषक तत्व कई होते हैं। यह पाचन (डाइजेशन) के लिए अच्छा माना जाता है और विटामिन तथा मिनरल्स से भरपूर होने के कारण हड्डियों तथा इम्यूनिटी को भी मजबूती देता है।
सबसे अच्छा मौसम और तापमान
लेट्यूस को उगाने के लिए सबसे अनुकूल मौसम ठंडा होता है। आमतौर पर इसे उस समय लगाना चाहिए जब तापमान 12.8°C से 23.9°C के बीच हो। ठंडे माहौल में पत्तियां बेहतर विकसित होती हैं और पाला पड़ने पर पौधों को हल्की छाया में रखना बेहतर रहता है। गर्म मौसम में आप विशेष किस्मे जैसे रोमेन या रेड लेट्यूस उगा सकते हैं, जो गर्मी में भी अच्छा प्रदर्शन करती हैं।
कंटेनर और मिट्टी की तैयारी
घर पर लेट्यूस उगाने के लिए आप गमला, कंटेनर या प्लास्टिक/स्टील बर्तन का उपयोग कर सकते हैं। कंटेनर के तल और किनारों में 2‑3 ड्रेनेज होल्स (सुराख) बनाना आवश्यक है ताकि पानी जमा न हो और जड़ें स्वस्थ रहें। मिट्टी में पॉटिंग सॉइल के साथ वर्मी कंपोस्ट खाद मिलाएं ताकि मिट्टी हवादार और पोषक तत्वों से परिपूर्ण बनी रहे। हल्का नम मिट्टी ही बीजों के अंकुरण और जड़ों के विस्तार के लिए आदर्श होती है।
बीज कैसे बोएं और अंकुरण (Germination)
लेट्यूस के बीज आसानी से बाजार या ऑनलाइन मिल जाते हैं। इन बीजों को बोने से पहले थोड़े समय पानी में भिगोकर रखें और तैरते हुए बीज हटा दें। बीज को मिट्टी में कम से कम 1‑2 इंच की दूरी पर डालें और ऊपर से पतली मिट्टी की परत डालें। हल्का पानी छिड़कें ताकि मिट्टी में नमी बनी रहे। अधिक पानी देने से जड़ सड़ सकती है, इसलिए सावधानी बरतें। सही देखभाल में ये बीज लगभग 7‑10 दिन में अंकुरित होकर छोटे पौधे बन जाते हैं। प्रारंभ में निकलने वाले दो‑तीन पत्तों की छंटाई कर दें ताकि पौधा फैल सके।
देखभाल और कीट‑रोग नियंत्रण
लेट्यूस के पौधों को अच्छी धूप (दिन में कुछ घंटे सीधे सूर्य का प्रकाश) और नियमित नमी की आवश्यकता होती है। परन्तु पानी जमा नहीं होने देना चाहिए, वरना जड़ें सड़ सकती हैं। यदि पत्तियों पर कीट लगें, तो नीम के तेल का स्प्रे करना प्रभावी उपाय है। इसके अलावा आप घर में बने ऑर्गेनिक खाद (जैसे सब्जियों के छिलके, सूखी पत्तियाँ आदि) को समय‑समय पर मिट्टी में मिला सकते हैं।
कटाई (Harvesting) और उपयोग
लेट्यूस आमतौर पर 30‑35 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाता है। शुरुआती पत्तियों को तोड़कर उपयोग करने से बाकी पौधे बेहतर बढ़ता है। कटाई के लिए कैंची का उपयोग करते समय पत्तियों को लगभग 1‑1.5 इंच ऊपर से काटें, इससे पौधे में नई पत्तियों का विकास जारी रहता है। ताज़ा तुड़ते ही लेट्यूस का क्रंच और स्वाद सबसे उत्तम होता है, इसलिए कटाई के तुरंत बाद उपयोग करना बेहतर होता है।
क्यों करें घर पर उगाना?
घर पर लेट्यूस उगाने से आपको ताज़ी, रसायन‑मुक्त पत्तियाँ मिलती हैं जो न सिर्फ हेल्थी डाइट का हिस्सा बनती हैं, बल्कि बाज़ार में मिलने वाले महँगे सलाद पत्तों के मुकाबले किफायती और पौष्टिक भी होती हैं। छोटे स्थान जैसे छत, बालकनी, किचन की खिड़की में भी आसानी से इसे उगाया जा सकता है।










