Oats Idli Recipe: स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता के बीच लोग अब अपने नाश्ते में ऐसी डिश शामिल करना चाहते हैं, जो हल्की होने के साथ-साथ पोषक भी हो। इसी कड़ी में ‘ओट्स इडली’ तेजी से लोकप्रिय हो रही है। यह दक्षिण भारतीय इडली का एक हेल्दी वर्ज़न है, जिसे ओट्स, दही और कुछ सामान्य मसालों की मदद से तैयार किया जाता है। कम तेल, ज्यादा पोषक तत्व और आसान विधि के कारण यह हर उम्र के लोगों के लिए आदर्श ब्रेकफास्ट बन रहा है। ओट्स इडली क्या है और क्यों बन रही है हिट?
ओट्स इडली पारंपरिक इडली का एक हेल्दी विकल्प है, जिसमें चावल की जगह ओट्स का उपयोग किया जाता है। यह डिश वजन नियंत्रित रखने वालों के लिए एक उपयुक्त विकल्प मानी जा रही है। इसके साथ ही इसमें दही और सब्जियों का इस्तेमाल होने से यह प्रोटीन और विटामिन्स से भरपूर हो जाती है। ओट्स इडली बनाने में लगते हैं बेहद कम सामग्री और समय
मुख्य सामग्री
ओट्स – 1 कप (हल्का भूनकर पाउडर बना लें)
सूजी (रवा) – 1/2 कप
दही (Curd) – 1 कप (फेंटा हुआ)
पानी – आवश्यकता अनुसार (बैटर की कंसिस्टेंसी के लिए)
नमक – स्वादानुसार
तेल – 1–2 चम्मच
सरसों के दाने – 1/2 चम्मच
उड़द दाल – 1/2 चम्मच
हरी मिर्च – 1 (बारीक कटी)
अदरक – 1/2 चम्मच (कद्दूकस किया हुआ)
करी पत्ते – 6–8
गाजर – 2–3 चम्मच (कद्दूकस किया हुआ, वैकल्पिक)
धनिया पत्ती – 1 चम्मच (कटी हुई)
ईनो या बेकिंग सोडा – 1/2 चम्मच (इडली को फूला बनाने के लिए)
सबसे पहले ओट्स को हल्का सा ड्राई रोस्ट करके ग्राइंड किया जाता है। फिर इसे सूजी और दही के साथ मिलाकर बैटर तैयार किया जाता है। बैटर को कुछ मिनट के लिए रखा जाता है जिससे वह फूल सके। इसके बाद हल्की-फुल्की टेम्परिंग—सरसों, करी पत्ते, अदरक और हरी मिर्च मिलाकर बैटर में डाल दी जाती है। इडली मोल्ड में डालकर सिर्फ 10–12 मिनट की स्टीमिंग के बाद नरम, फूली और हल्की इडली तैयार हो जाती है।
सुबह के नाश्ते से लेकर बच्चों के टिफिन तक, सभी के लिए परफेक्ट ओट्स इडली की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पेट पर हल्की होती है और जरूरत के मुताबिक एनर्जी देती है। इसलिए इसे सुबह के नाश्ते या ऑफिस/स्कूल टिफिन में आसानी से शामिल किया जा सकता है। बच्चे भी बिना किसी हिचक के इसे पसंद करते हैं क्योंकि इसका स्वाद बिल्कुल नियमित इडली जैसा ही होता है।
सर्विंग ऑप्शंस और पोषण संबंधी फायदे
ओट्स इडली को नारियल चटनी, सांभर, टमाटर चटनी या हरी चटनी के साथ परोसा जा सकता है। पोषण की दृष्टि से यह डिश फाइबर, कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स का अच्छा स्रोत है। खासतौर पर वजन कम करने की चाह रखने वालों के लिए यह डिश बेहद प्रभावी साबित हो सकती है। इसमें कम कैलोरी और कम तेल उपयोग होता है, जिससे पाचन तंत्र पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ता।
यह डिश स्वास्थ्यवर्धक स्नैक्स के रूप में भी एक बेहतरीन विकल्प है, जिसे शाम के हल्के भोजन में भी शामिल किया जा सकता है।










