सर्दियों में गाजर का हलवा नहीं खाया तो बहुत कुछ मिस किया, जानिए घर पर बनाने की सबसे आसान और परफेक्ट पारंपरिक विधि

सर्दियों में सबसे पसंदीदा मिठाई गाजर का हलवा घर पर बनाना अब आसान। जानिए पारंपरिक विधि, जरूरी सामग्री, बनाने के सही स्टेप्स, पोषण से जुड़े फायदे और त्योहारों में इसके खास महत्व की पूरी जानकारी।

गाजर का हलवा (Gajar ka Halwa) उत्तरी भारत में सर्दियों के मौसम का एक अत्यंत लोकप्रिय पारंपरिक मीठा व्यंजन है। यह स्वादिष्ट डेज़र्ट खासकर सर्दियों के मौसम में घर-घर में बनाया और परोसा जाता है क्योंकि ताज़ी और रसदार गाजर इसी मौसम में बाज़ार में आसानी से मिलती हैं। हलवा अपने संतुलित स्वाद, मलाईदार बनावट और खुशबूदार मसालों के कारण बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी का पसंदीदा होता है।

सामग्री और तैयारी

गाजर का हलवा बनाने के लिए मुख्य सामग्री में कद्दूकस की हुई गाजर, दूध, घी, चीनी, और ड्राय फ्रूट्स शामिल हैं। इसमें इलायची पाउडर भी स्वाद बढ़ाने के लिए डाला जाता है। दूध हलवे को मलाईदार बनाता है, जबकि घी और ड्राय फ्रूट्स इसे स्वाद तथा ठोस बनावट देते हैं।

आवश्यक सामग्री (मुख्य):

बनाना कैसे है: स्टेप-बाय-स्टेप विधि

सबसे पहले एक भारी तले की कढ़ाई में घी गर्म करें और उसमें कद्दूकस की हुई गाजर डालकर मध्यम आंच पर कुछ मिनट भूनें। अब इसमें दूध डालें और अच्छी तरह मिलाकर उबाल आने दें। दूध को तब तक पकाएं जब तक यह लगभग गाजर में समा न जाए। जब दूध आधा रह जाए और मिश्रण गाढ़ा होने लगे, तब चीनी और ड्राय फ्रूट्स मिलाएं। अंत में इलायची पाउडर डालकर हलवा अच्छी तरह गाढ़ा होने तक पकाएं। जब मिश्रण कढ़ाई की दीवारों से हटने लगे, तब गैस बंद करें। गरमा-गरम हलवे को सर्विंग बाउल में निकालें और ऊपर से थोड़े अतिरिक्त नट्स से सजाकर परोसें।

पौष्टिकता और स्वास्थ्य जानकारी

गाजर का हलवा स्वादिष्ट होने के साथ पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है। इसमें गाजर में β-कैरेटीन, विटामिन A और डाइटरी फाइबर मिलता है, जबकि दूध और ड्राय फ्रूट्स प्रोटीन तथा मिनरल्स प्रदान करते हैं। हालांकि, घी और चीनी की मात्रा अधिक होने के कारण इसे संतुलित मात्रा में ही सेवन करना स्वास्थ्य के लिए बेहतर रहता है।

परोसने के सुझाव

त्योहारों और मौसमी पकवानों में भूमिका

गाजर का हलवा विशेष अवसरों, उत्सवों और पारिवारिक समारोहों में भी प्रचलित है। सर्दियों में इसे खास तौर पर बड़े चाव से खाया जाता है और कई रसोई तो इस हलवे को बनाते हुए अलग-अलग स्वाद व टेक्सचर भी आजमाती हैं।

 

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