Driving Tips: आजकल की तेज भागती जिंदगी में बहुत से लोग गाड़ी चलाते समय स्पीड लिमिट का ध्यान नहीं रखते। कई बार जल्दी पहुंचने के चक्कर में लोग तेज रफ्तार से गाड़ी चलाते हैं, लेकिन यह गलती न केवल आपके लिए चालान का कारण बन सकती है, बल्कि सड़क हादसों की वजह भी बन जाती है।भारत के ज्यादातर बड़े शहरों में ट्रैफिक पुलिस ने अब सड़कों पर स्पीड कैमरे लगा दिए हैं। ये कैमरे तय सीमा से ज्यादा रफ्तार पकड़ने पर गाड़ी की फोटो खींच लेते हैं और तुरंत चालान भेज देते हैं।
ओवरस्पीडिंग से बचने में मददगार
अगर आप चाहते हैं कि चालान न कटे और आप सुरक्षित भी रहें, तो कुछ मोबाइल ऐप्स आपकी मदद कर सकते हैं। ये ऐप्स न सिर्फ आपकी गाड़ी की स्पीड पर नजर रखते हैं, बल्कि ये भी बता देते हैं कि कहां स्पीड कैमरा लगा है।
Radarbot ऐप
Radarbot एक ऐसा ऐप है जो खासतौर पर iPhone यूजर्स के लिए उपलब्ध है। यह GPS की मदद से काम करता है और रास्ते में स्पीड कैमरा आने से पहले ही अलर्ट भेज देता है। इसके अलावा यह रेड लाइट कैमरा और औसत स्पीड की भी जानकारी देता है। कंपनी का कहना है कि इस ऐप को दुनियाभर में कहीं भी इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आप विदेश यात्रा पर जा रहे हैं, तो वहां भी यह ऐप आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
Waze ऐप
Waze एक नेविगेशन ऐप है जो रास्ता दिखाने के साथ-साथ ट्रैफिक, रोड ब्लॉक और स्पीड कैमरों की लोकेशन की जानकारी देता है। यह ऐप Android और iOS दोनों पर फ्री में उपलब्ध है। इस ऐप के जरिए आपको रास्ते में आने वाले जाम, पुलिस चेकिंग और स्पीड कैमरे के बारे में पहले ही सूचना मिल जाती है। करोड़ों लोग इस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं।
टेक्नोलॉजी से मदद लें, लेकिन नियमों का पालन जरूरी
हालांकि ये ऐप्स आपको चालान से बचने में मदद कर सकते हैं, लेकिन इनका सही इस्तेमाल तभी है जब आप ट्रैफिक नियमों का पालन करें। इन ऐप्स का मकसद नियम तोड़ना नहीं, बल्कि आपको सतर्क करना है ताकि आप सुरक्षित ड्राइविंग करें।
हर साल हजारों सड़क दुर्घटनाएं ओवरस्पीडिंग की वजह से होती हैं। ट्रैफिक पुलिस स्पीड कैमरे इसलिए लगाती है ताकि लोग संभलकर गाड़ी चलाएं और हादसे कम हों।
इसलिए जरूरी है कि हम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल केवल चालान से बचने के लिए नहीं, बल्कि अपनी और दूसरों की सुरक्षा के लिए करें।