Dengue : डेंगू के मच्छरों के लार्वा सिर्फ कूलर या गमलों में ही नहीं बल्कि अब घरों में रखे फ्रिज की ट्रे में भी मिल रहे हैं। यह जानकारी कई राज्यों से रिपोर्ट में भी है। स्वास्थ्य विभाग और डेंगू की रोकथाम करने वाली टीमें इस बारे में गंभीर हैं और जगह-जगह चेकिंग कर रही हैं। दिल्ली, उत्तर प्रदेश और कई राज्यों में करीब 60 प्रतिशत डेंगू के लार्वा फ्रिज की ट्रे में मिल रहे हैं। इसके अलावा 20 प्रतिशत पानी के ड्रमों में, 10 प्रतिशत कूलर के पानी में और बाकी 10 प्रतिशत अन्य जगहों पर पाए गए हैं।
क्यों हो रही है डेंगू की इतनी तेजी से वृद्धि?
इस साल डेंगू के मामले पिछले कई सालों के मुकाबले ज्यादा सामने आ रहे हैं। दिल्ली, गुरुग्राम, पुणे, लखनऊ और महाराष्ट्र सहित कई जगहों से रोजाना डेंगू के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमों को घर-घर जाकर डेंगू के लार्वा की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। ठंड के मौसम में डेंगू के मामले बढ़ने की संभावना अधिक होती है। ऐसे में घरों में रखे पानी को जमा होने से रोकना जरूरी है, खासकर फ्रिज और कूलर की ट्रे में।
बचाव कैसे करें?
दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. सुभाष गिरि ने डेंगू से बचने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा कि घरों में कहीं भी साफ पानी जमा न होने दें, क्योंकि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है। खासकर फ्रिज और कूलर की सफाई हर हफ्ते जरूर करें और सफाई के दौरान पुराने पानी को पूरी तरह बदल दें।
घर के आसपास के क्षेत्रों में भी पानी इकट्ठा न होने दें, जैसे गमलों और टंकियों में। समय-समय पर पानी बदलते रहें और लार्वा को नष्ट करने के लिए मिट्टी का तेल या अन्य कीटनाशक डालें। अगर किसी को बुखार हो, तो उसका ब्लड टेस्ट जरूर कराएं ताकि समय रहते डेंगू की पहचान हो सके।
डेंगू के लक्षण
डेंगू के मुख्य लक्षणों में तेज बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी और शरीर पर दाने शामिल हैं। इस साल एक नई बात यह देखी गई है कि कई मरीजों में बिना बुखार के भी प्लेटलेट्स की कमी हो रही है, जो डेंगू का एक गंभीर संकेत हो सकता है। कई मामलों में मरीजों की प्लेटलेट्स 30 हजार से भी कम हो गई, जो बेहद खतरनाक हो सकता है।
डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी
इस साल डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी चिंताजनक है। मरीज तेज बुखार और कम प्लेटलेट्स की समस्या लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। इसलिए डेंगू से बचाव के लिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। अगर किसी व्यक्ति में डेंगू के लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और डेंगू का टेस्ट कराएं।