Important life skills every child should learn before age ten आज की बदलती दुनिया में बच्चों को सिर्फ किताबों की बातें सिखाना काफी नहीं है। उन्हें वो बातें भी आनी चाहिए जो उन्हें ज़िंदगी की असली चुनौतियों का सामना करने में मदद करें। अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा आगे चलकर आत्मनिर्भर और समझदार बने, तो उसे 10 साल की उम्र से पहले ही कुछ ज़रूरी Life Skills यानी जीवन कौशल सिखाना बहुत ज़रूरी है। ये स्किल्स न सिर्फ उन्हें मजबूत बनाएंगी, बल्कि हर हाल में खुद पर भरोसा करना भी सिखाएंगी।
समस्या को सुलझाना सिखाएं
जब बच्चा किसी परेशानी में हो जैसे कोई खिलौना टूट गया या कोई चीज़ नहीं मिल रही, तो फौरन उसकी मदद मत कीजिए। उसकी सोचने की ताकत को बढ़ावा दीजिए। पूछिए कि वो इस परेशानी को खुद कैसे हल कर सकता है। इससे वो सीखता है कि मुश्किलों में घबराना नहीं, सोच समझकर रास्ता निकालना है।
अपने गुस्से और भावनाओं को पहचानना
बच्चे कई बार छोटी-छोटी बातों पर चिढ़ जाते हैं या उदास हो जाते हैं। ऐसे में उन्हें ये समझाना ज़रूरी है कि गुस्सा या दुख होना आम बात है, लेकिन इन्हें कैसे संभालना है, ये सीखना ज़रूरी है। उन्हें बताइए कि जब गुस्सा आए तो गहरी सांस लें या जब मन खराब हो, तो खुलकर बात करें। इससे वो अपनी भावनाओं को बेहतर तरीके से समझना और कंट्रोल करना सीखते हैं।
सही तरीके से बात करना
बच्चों को सिखाएं कि किसी से बात करते समय उसकी बात ध्यान से सुनना चाहिए और अपनी बात धीरे, साफ़ और सलीके से कहनी चाहिए। अगर कुछ समझ न आए तो डरने की बजाय पूछना चाहिए। अच्छी बातचीत करना आना बहुत ज़रूरी है – इससे स्कूल, घर और दोस्तों में रिश्ते बेहतर बनते हैं।
छोटे-छोटे फैसले खुद लेना
अगर बच्चा हर छोटी बात के लिए आपसे पूछता है – जैसे कौन-से कपड़े पहनने हैं या कौन-सा गेम खेलना है – तो उसे खुद सोचने का मौका दीजिए। जब वो रोजमर्रा की चीज़ों में फैसला लेना सीखेगा, तो आगे चलकर सही और गलत में फर्क करना भी सीख जाएगा।
अपना काम खुद करना
बच्चों को शुरू से ही सिखाइए कि वो अपने छोटे-मोटे काम खुद करें – जैसे अपने कपड़े संभालना, बैग तैयार करना या समय पर उठना-सोना। इससे वो जिम्मेदारी उठाना सीखते हैं और धीरे-धीरे आत्मनिर्भर बनते हैं।