Easy Tips for Monsoon:बच्चों की मस्ती आपकी ज़िम्मेदारी जानिए मानसून में स्कूल भेजने के जरूरी टिप्स

मानसून में बच्चों की सेहत का ध्यान रखना जरूरी है। सही तैयारी, स्कूल बैग में कुछ जरूरी चीजें और थोड़ी सावधानी से बच्चे बीमारियों से बच सकते हैं और मौसम का पूरा मजा ले सकते हैं।

monsoon safety tips

Easy Tips for Monsoon: बारिश के मौसम में बच्चों की सेहत और सुरक्षा का ध्यान रखना जरूरी है। कुछ आसान सावधानियां उन्हें बीमारियों से बचाकर मानसून का मजा लेने का मौका देती हैं। मानसून यानी ताजगी, ठंडी हवा और भीगी-भीगी सी खुशबू। बच्चे हो या बड़े, सभी को इस मौसम का बेसब्री से इंतजार रहता है। लेकिन जहां एक ओर बारिश खुशी लेकर आती है, वहीं दूसरी ओर यह स्कूली बच्चों के लिए कुछ मुश्किलें भी साथ लाती है। फिसलन भरे रास्ते, गीले कपड़े, भीगे मोजे और बदलते मौसम से जुड़ी बीमारियां बच्चों के लिए परेशानी का कारण बन सकती हैं।

ऐसे में पेरेंट्स की जिम्मेदारी बनती है कि वे बारिश के मौसम में बच्चों की सेहत और सुरक्षा का खास ख्याल रखें। थोड़ी सी समझदारी और तैयारी बच्चों को बीमारियों से बचा सकती है और उन्हें मौसम का मजा भी लेने दे सकती है।

क्या-क्या रखें बच्चों के स्कूल बैग में?

बारिश कब आ जाए, कोई नहीं जानता। ऐसे में जरूरी है कि बच्चों का स्कूल बैग मानसून के हिसाब से तैयार हो। कुछ चीजें हैं, जो इस मौसम में उनके बैग में जरूर होनी चाहिए।

वॉटरप्रूफ बैग या बैग कवर: ताकि किताबें और कॉपियां गीली न हों।

फोल्ड करने वाला रेनकोट: हल्का और बैग में आसानी से फिट हो जाए।

छोटी सी छतरी: बच्चों के लिए खास डिजाइन वाली फोल्डेबल छतरी बढ़िया रहेगी।

वॉटरप्रूफ कैरी बैग: भीगे कपड़े या गीले मोजे रखने के लिए।

एक जोड़ी एक्स्ट्रा मोजे: जरूरत पड़ने पर बदले जा सकें।

छोटा टॉवेल या फेस टिशू: चेहरे और हाथ पोंछने के लिए।

बच्चा बारिश में भीग जाए तो क्या करें?

बच्चे अगर बारिश में भीग जाएं तो ये जरूरी कदम तुरंत उठाएं।

गीले कपड़े और मोजे तुरंत बदलवाएं।

पूरे शरीर को सुखा कर गर्म कपड़े पहनाएं।

हल्के गुनगुने पानी से गरारे करवाएं।

पैरों में गर्म सरसों के तेल की मालिश करें।

सूप, हल्दी वाला दूध या अदरक की चाय पिलाएं।

अगर बच्चा असहज लगे तो डॉक्टर से सलाह लें।

बच्चों की मानसून में आम गलतियां, जिनसे बचाना जरूरी है

बारिश में बच्चे कई बार मस्ती में कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो बाद में परेशानी का कारण बन जाती हैं। जैसे।

गंदे पानी में कूदना या खेलना।

ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम या कोल्ड ड्रिंक खाना-पीना।

फिसलन वाले रास्तों पर दौड़ना या तेज साइकिल चलाना।

भीगे कपड़ों में लंबे समय तक रहना।

इन बातों को बच्चों को समझाना और पहले से सावधान करना बहुत जरूरी है।

Exit mobile version