Parenting Tips: जब घर में बेटे का जन्म होता है, तो माता-पिता की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। उसका भविष्य, सोच और व्यवहार बहुत हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि उसे कैसे पाला गया है। अक्सर माता-पिता कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो अनजाने में ही बच्चे को मानसिक रूप से कमजोर बना देती हैं या उससे रिश्तों में दूरी ला देती हैं। अगर इन बातों का समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो बेटा बड़ा होकर माता-पिता से कटने लगता है।
आइए जानते हैं ऐसी कौन-कौन सी परवरिश से जुड़ी गलतियां हैं जिन्हें आपको हर हाल में टालना चाहिए।
बेटे को वक्त न देना
आजकल की व्यस्त जिंदगी में अक्सर माता-पिता बच्चों को पूरा समय नहीं दे पाते। लेकिन यह सबसे बड़ी गलती है। जब आप अपने बेटे के साथ समय नहीं बिताते, तो वह भावनात्मक रूप से आपसे जुड़ नहीं पाता। धीरे-धीरे आपके रिश्ते में दूरी आने लगती है। इसलिए जरूरी है कि दिन में थोड़ा समय सिर्फ अपने बेटे के लिए जरूर निकालें,चाहे वो खेलना हो, बातें करना हो या उसकी छोटी-छोटी बातों को सुनना।
अपनी मर्जी थोपना
अगर आप हर बात में बेटे पर अपनी सोच, इच्छा या फैसले थोपते हैं, तो इससे उसका आत्मविश्वास कमजोर हो सकता है। उसे यह महसूस होने लगता है कि उसकी कोई बात मायने नहीं रखती। इसका असर उसकी सोच और निर्णय लेने की क्षमता पर भी पड़ता है। इसलिए कोशिश करें कि उसकी बातों को भी ध्यान से सुनें, उसे समझें और फैसलों में शामिल करें।
भावनाओं को दबाना या नजरअंदाज करना
अक्सर लोगों को लगता है कि बेटों को भावनात्मक नहीं होना चाहिए। “लड़के नहीं रोते” या “मर्द बनो” जैसी बातें कहकर माता-पिता खुद अपने बेटे की भावनाएं दबा देते हैं। यह रवैया उसके मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर डालता है। उसे लगने लगता है कि अपनी भावनाएं जाहिर करना कमजोरी है। जबकि हकीकत ये है कि हर इंसान को अपने जज्बात जाहिर करने का हक है।चाहे वो लड़का हो या लड़की।
बेटे के साथ एक मजबूत रिश्ता बनाएं
अपने बेटे के साथ दोस्त जैसा रिश्ता बनाने की कोशिश करें। उसे महसूस कराएं कि आप उसकी हर स्थिति में साथ हैं l चाहे वो सफल हो या असफल। उसकी बातों को समझें, उसकी भावनाओं की कद्र करें और उसे खुद की पहचान बनाने का मौका दें।