Lok Sabha Election 2024: बलिया संसदीय क्षेत्र के लिए लोकसभा चुनाव 1 जून को होने हैं। इससे पहले समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है क्योंकि उसके नेता नारद राय ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है। माना जा रहा है कि वह लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के लिए सपा से टिकट मांग रहे थे, हालांकि पार्टी ने उनकी जगह सनातन पांडे को उम्मीदवार बना दिया।
भाजपा में हो सकते है नारद राय
वाराणसी में वरिष्ठ सपा नेता नारद राय और गृह मंत्री अमित शाह के बीच बैठक हुई। संभावना जताई जा रही है कि 29 मई को बलिया में गृह मंत्री अमित शाह की रैली के दौरान नारद राय बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने बलिया से नीरज शेखर को अपना उम्मीदवार बनाया है। पूर्व पीएम चंद्र शेखर के बेटे नीरज शेखर वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं। 2019 में इस सीट पर वीरेंद्र सिंह मस्त ने जीत हासिल की, इस सीट से बसपा ने लल्लन सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है।
बलिया लोकसभा क्षेत्र में बैरिया, फेफना, मोहम्मदाबाद, बलिया नगर और जहूराबाद विधानसभा सीटें शामिल हैं। 2022 के चुनाव में एसपी ने तीन, बीजेपी ने एक और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने एक सीट पर जीत हासिल की थी।
चुनाव से पहले सपा को लगा बड़ा झटका
सपा ने सनातन पांडे को उम्मीदवार बनाकर ब्राह्मण मतदाताओं को साधने की कोशिश की है, जबकि बसपा ने लल्लन सिंह को उम्मीदवार बनाकर क्षत्रिय वोटों को बांटने की कोशिश की है। इस सीट पर 3 लाख से अधिक ब्राह्मण मतदाता हैं, इसके बाद 2.5 लाख यादव, 2.5 लाख राजपूत और 2.5 लाख दलित मतदाता हैं। यहां 1 लाख मुस्लिम वोटर भी हैं।
2022 के विधानसभा चुनाव में फेफना से सपा के संग्राम सिंह, बलिया नगर से बीजेपी के दयाशंकर सिंह, बैरिया से सपा के जय प्रकाश अंचल, जहूराबाद से ओपी राजभर और मोहम्मदाबाद से सपा के मन्नू अंसारी को जीत मिली थी।
अब सवाल यह उठता है कि नारद राय के बीजेपी में शामिल होने का असर क्या होगा। सोमवार को एक सार्वजनिक बैठक में राय ने कहा कि मंच पर उनके नाम का जिक्र नहीं किया गया और उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर वह नेता होते तो ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती।