Lok Sabha Elections 2024: प्रदेश में नए कप्तान के साथ नई टीम का गठन, होंगे बड़े फेरबदल

लखनऊ: 2024 में लोकसभा चुनाव होने जा रहे है। जिसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों में हलचल तेज हो गई है। सभी पर्टियां अपने-अपने कामों के कसीदें पढ़ रही है। तो वहीं जनता को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे।

यूपी में बीजेपी सर्वाधिक आबादी वाले पिछड़ा वर्ग पर भरपूर प्रेम बरसा रही है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी भी जाट बिरादरी के भूपेंद्र चौधरी को सौंप दी है। प्रदेश में नए कप्तान के साथ नई टीम का गठन होगा। इसमें कई बदलाव किए जा सकते है। जानकारी के मुताबिक अब पार्टी इस फेरबदल में प्रदेश से लेकर क्षेत्र और जिलों के पदाधिकारी बनाने में दलित व ब्राह्मणों को प्राथमिकता दे सकती है।कई नए चेहरे होंगे को कुछ को महत्वपूर्ण पद दिए जा सकते है।

भाजपा ने लोकसभा चुनाव जातिवाद के पत्ते खेलते हुए पिछड़ा वर्ग से आने वाले जाट नेता भूपेंद्र सिंह चौधरी को प्रदेश संगठन की कमान सौंप दी है। बता दें यह रणनीति पश्चिमी उत्तर प्रदेश को मजबूत करने की है। जिसके चलते भाजपा ने प्रदेश की 80 में से 75 लोकसभा सीटों पर कमल खिलाने का लक्ष्‍य है।

जातीय संतुलन में असमानता

कोशिश कि जा रही है कि प्रदेश में सपा-रालोद गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को नुकसान न पहुंचा पाए। परंतु पार्टी के इस दांव से जातीय संतुलन में कुछ असमानता उभरने लगी है। क्योंकि सरकार और संगठन में अब पिछड़ा वर्ग काफी आगे खड़े नजर आ रहे हैं।

आपको बता दें कि यूपी सरकार में कुल 53 सदस्य हैं। जिसमें 20 मंत्री ओबीसी से हैं। तो वहीं दलितों की संख्या आठ तो ब्राह्मणों की मात्र सात है। शेष बचे 18 में बाकी सवर्णों को साधने का प्रयास किया गया है।

अगर संगठन की बात करें तो प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के रूप में प्रदेश संगठन के दोनों शीर्ष पद पिछड़ा वर्ग के खाते में चले गए हैं।

एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत

फिलहाल प्रदेश में 18 उपाध्यक्ष हैं। लेकिन योगी सरकार में चुके शर्मा और दयाशंकर सिंह को एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत से संगठन का पद छोड़ना होगा। वहीं प्रदेश महामंत्री जेपीएस राठौर भी सरकार में सहकारिता मंत्री हैं।

वर

वहीं लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश, क्षेत्र और जिलों में नए पदाधिकारियों की जो नियुक्ति होगी की जा सकती है। इसमें दलित और ब्राह्मण सहित अन्य सवर्ण नेताओं को पद  दिए जाएंगे। विशेष नजर प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री और प्रदेश मंत्री के पदों पर रहेगी।

लखनऊ पहुंचेगे नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष

वर्तमान प्रदेश पदाधिकारियों में से कोई पदोन्नत हो सकता है। इसी तरह अभी 11 प्रदेश मंत्री हैं। इनमें कुछ नए चेहरों में शामिल होना संभावित है। बता दें पार्टी के सात मोर्चे हैं जिसमें से पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र कश्यप और अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संजीव गोंड में मंत्री हैं इसलिए इन दोनों का भी पद छोड़ना तय है।

जानकारी के मुताबिक नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी सोमवार को लखनऊ पहुंचेगे। प्रदेश महामंत्री सुब्रत पाठक ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष दोपहर 12.30 बजे शताब्दी एक्सप्रेस से नई दिल्ली से चलकर यहां पहुंचेंगे। पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं द्वारा चारबाग रेलवे स्टेशन पर उनका भव्य स्वागत किया जाएगा।

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