Lucknow news:उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार देर रात एक भयावह हादसा देखने को मिला। शहर के एक व्यस्त इलाके में स्थित तीन मंजिला इमारत में अचानक आग लग गई, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। आग इतनी तेज़ी से फैली कि कुछ ही मिनटों में पूरी इमारत धुएं से घिर गई।
आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की आठ गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस दौरान पांच फायरमैन घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया डरा देने वाला मंजर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना रात करीब 11 बजे की है, जब इमारत की पहली मंजिल से अचानक धुआँ उठता दिखाई दिया। कुछ ही देर में आग ने दूसरी और तीसरी मंजिल को अपनी चपेट में ले लिया। उस समय इमारत में लगभग 15 से 20 लोग मौजूद थे।
दमकल कर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर फंसे हुए सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि आग की लपटें इतनी तेज़ थीं कि आस-पास के घरों में रहने वाले लोग भी घबराकर बाहर निकल आए।
राहत कार्य के दौरान गिरा छत का हिस्सा
राहत कार्य के दौरान स्थिति और भी खतरनाक हो गई जब इमारत की छत का एक हिस्सा अचानक भरभराकर गिर पड़ा। इस हादसे में मौके पर मौजूद पांच दमकल कर्मी घायल हो गए। उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस और प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए आसपास की इमारतों को खाली कराया ताकि किसी और बड़े हादसे से बचा जा सके।
फायर विभाग की कार्रवाई और शुरुआती जांच
फायर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पाने में करीब चार घंटे का समय लगा। इमारत में रखे इलेक्ट्रॉनिक सामान, फर्नीचर और दस्तावेज पूरी तरह जलकर राख हो गए हैं।
अधिकारियों के अनुसार, आग लगने के कारणों की जांच जारी है, लेकिन शॉर्ट सर्किट को प्रमुख कारण माना जा रहा है। फायर ब्रिगेड ने बताया कि तेज़ हवा और लकड़ी की संरचना की वजह से आग तेजी से फैली।
हालांकि, राहत की बात यह रही कि किसी की जान नहीं गई। फिलहाल पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर लिया है और मलबे को हटाने का कार्य जारी है।
लाखों के नुकसान की आशंका
अधिकारियों का कहना है कि इमारत में हुआ नुकसान लाखों रुपये में हो सकता है। मौके पर नगर निगम और बिजली विभाग की टीम भी पहुंची है ताकि आग के सही कारण और नुकसान का आकलन किया जा सके।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि पुरानी इमारतों की सुरक्षा जांच नियमित रूप से की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
घटना स्थल पर अब भी धुआं और जले सामान की गंध फैली है, जबकि राहतकर्मी सुबह तक मलबा हटाने में जुटे रहे। प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं और आग के सटीक कारणों का पता जल्द लगाने का आश्वासन दिया है।



