लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान के लिए लखनऊ एमपी-एमएलए कोर्ट से राहत भरी खबर आई। कोर्ट ने उन्हें 6 साल पुराने मानहानि केस से बरी कर दिया। कोर्ट का फैसला आने के बाद आजम खान ने कहा कि फैसला जो आया है, वो सभी जानते हैं, लेकिन बहुत ही ईमान वाला फैसला आया है। जज साहब को दुआ दे सकता हूं, उनका शुक्रिया अदा कर सकता हूं। आजम खान ने कहा कि कोर्ट से ही उम्मीद बची है। आजम खान ने आगे कहा कि जब भी फैसला की तारीख आती है, तब वह घर से अटैची लेकर निकलते हैं। आजम खान ने कहा कि पता नहीं कब जेल जाना पड़ जाए।
ये था पूरा मामला
दरअसल, फरवरी 2019 में सामाजिक कार्यकर्ता अल्लामा जमीर नकवी ने हजरतगंज कोतवाली में आजम खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया था कि वर्ष 2014 में जब प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी, तब आजम खान के सरकारी लेटरपैड पर 6 पत्र जारी किए गए थे, जिनमें आरएसएस, शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद और उनके निजी सचिव इमरान नकवी के खिलाफ आपत्तिजनक और अपमानजनक बातें लिखी गई थीं। शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया था कि आरएसएस को बदनाम करने की साजिश में उस समय के शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी भी शामिल थे।
कोर्ट ने आजम खान को किया बरी
आजम खान शुक्रवार को इसी मामले की सुनवाई के लिए लखनऊ एमपी-एमएलए कोर्ट पहुंचे थे। अदालत इस मामले में महत्वपूर्ण निर्णय दिया है। सपा नेता आज़म खान को बड़ी राहत लखनऊ एमपी-एमएलए कोर्ट ने आरएसएस को बदनाम करने वाले केस में बरी किया है। गौरतलब है कि इसी एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट ट्रायल कोर्ट ने कुछ समय पहले आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम को छह साल पुराने एक अन्य मामले में बरी कर दिया था। वह मामला 2019 में आप नेता फैसल लाला को धमकाने से संबंधित था। बता दें, आजम खान कुछ दिल पहले जेल से बाहर आए हैं। आजम खान के खिलाफ सौ से अधिक केस दर्ज हैं।
कमजोरों को बहुत उम्मीद
बरी होने पर आजम खान ने कहा कि सभी ने लॉ एन्ड आर्डर के बारे में पूछा था, मैं बस इतना कहना चाहूंगा, लॉ जस्टिस की शक्ल में कायम रहे, जैसा आज हुआ है। कोर्ट के फैसले पर आजम खान ने कहा कि कमजोरों को बहुत उम्मीद बंध जाएगी। सैकड़ों मुकदमे हैं, मेरी पत्नी, बेटे, मरी हुई मां, बहन समेत तमाम लोगों पर मुकदमे हैं। अभी भी लोग जेल में हैं। वहीं, आजम खान का शायराना अंदाज भी देखने को मिला। उन्होंने एक शायरी सुनाते हुए सरकार पर तंज कसा। आजम खान ने कहा कि इस बार भी साथ मैं अटैची लेकर आया था। पिछली बार 7 साल की सजा हुई थी, तब उम्मीद नहीं थी कि सजा हो जाएगी, क्योंकि सजा की कोई उम्मीद नहीं थी, लेकिन जेल जाना पड़ा।
अखिलेश से आजम खान की मुलाकात
बता दें, कोर्ट में पेशी से पहले समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने शुक्रवार को अखिलेश यादव से मुलाकात की। आजम खान ने कहा कि अखिलेश यादव के साथ उनका रिश्ता राजनीति से परे है। 50 साल से भी अधिक समय से हमारे परिवार एक-दूसरे को जानते हैं। आजम खान ने कहा, अखिलेश यादव के साथ रिश्ता कमजोर होने में सालों का वक्त लगेगा। आगे कहा, ताउम्र वह इस रिश्ते की कद्र करेंगे और उनके जाने के बाद भी यह रिश्ता अगली पीढ़ी के साथ जारी रहेगा। अगर कभी इस रिश्ते पर थोड़ी जंग लगी देखी तो वो खुद इसे साफ कर देंगे, किसी और की जरूरत नहीं है।








