Congress protest: यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन, यानी 18 दिसंबर को कांग्रेस राज्य सरकार के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन करेगी। पार्टी विधानसभा का घेराव करने का ऐलान करेगी, जिसके लिए राज्य भर से नेताओं को लखनऊ बुलाया जाएगा। कांग्रेस का यह प्रदर्शन तानाशाही सरकार के खिलाफ होगा, जिसे लेकर पार्टी नेता विरोध जताएंगे। प्रदर्शन के मद्देनजर लखनऊ पुलिस विधानसभा की ओर जाने वाले मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन लागू करेगी। शहरभर में ट्रैफिक व्यवस्था में भारी बदलाव होगा, जिससे लोगों को यात्रा करने में कठिनाई का सामना करना पड़ेगा।
ट्रैफिक डायवर्जन से शहर में जाम की स्थिति
Congress protest के दौरान लखनऊ में यातायात व्यवस्था को प्रभावित करने वाले कई प्रमुख मार्गों पर डायवर्जन किया जाएगा। लालबत्ती चौराहा से एनेक्सी तिराहा जाने वाला मार्ग बंद कर दिया जाएगा और यातायात को एसएन ओवरब्रिज से नेहरू चौराहा होते हुए बर्लिंगटन चौराहा की ओर डायवर्ट कर दिया जाएगा। रायल होटल चौराहा से सिसेण्डी तिराहा तक भी ट्रैफिक को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा और यातायात को अन्य वैकल्पिक मार्गों से गुजारने के निर्देश दिए जाएंगे। इसके अलावा, हजरतगंज और अन्य प्रमुख चौराहों पर भी ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया जाएगा।
पूर्व मंत्री प्रदीप जैन और अजय राय पर कड़ी कार्रवाई
Congress protest पहले ही दिन से विवादों में घिर जाएगा, जब पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य को मंगलवार देर शाम झांसी में पुलिस हाउस अरेस्ट करेगी। वह जिला कार्यालय पर लखनऊ जाने की रणनीति बना रहे होंगे, तभी पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर लेगी। प्रदीप जैन कहेंगे कि चाहे उन्हें हथकड़ी लगे या जेल भेजा जाए, लेकिन तानाशाही सरकार के खिलाफ उनका आंदोलन जारी रहेगा। इससे पहले, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को भी लखनऊ में हाउस अरेस्ट किया जाएगा।
कांग्रेस का विरोध जारी, सरकार पर दबाव बढ़ेगा
कांग्रेस पार्टी कहेगी कि यह प्रदर्शन राज्य सरकार की तानाशाही नीतियों के खिलाफ है। पार्टी नेताओं का कहना होगा कि इस तरह की कार्रवाई लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन है। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच टकराव की स्थिति भी बनेगी, जिससे शहर में तनाव की स्थिति उत्पन्न होगी। पार्टी का उद्देश्य सरकार के खिलाफ जन जागरूकता फैलाना और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बनाए रखना होगा।