Lucknow accident: लखनऊ के मलिहाबाद में बुधवार को एक ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ जिसने पूरे गांव को गमगीन कर दिया। सरावां गांव के दो दोस्त मनीष रावत और सागर गौतम की दोस्ती इतनी गहरी थी कि एक की मौत का सदमा दूसरा बर्दाश्त नहीं कर सका। मनीष की ट्रक से टक्कर के बाद मौके पर ही मौत हो गई, तो उसका जिगरी दोस्त सागर यह दृश्य सहन न कर सका और ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। दोनों की दोस्ती गांव में मिसाल मानी जाती थी। एक साथ काम पर जाना, एक साथ हंसना-बोलना और अब एक साथ दुनिया से चले जाना, इनकी दोस्ती की अमर कहानी हर किसी की आंखें नम कर गई।
मजदूरी पर जाते वक्त हुआ हादसा
सरावां गांव निवासी मनीष रावत (16) और सागर गौतम (21) बचपन से दोस्त थे। बुधवार सुबह दोनों मजदूरी पर जा रहे थे। वे अलग-अलग साइकल से बाग में आम तोड़ने के लिए निकले। मनीष अपने पीछे आ रहे सागर को देख रहा था, तभी तेज रफ्तार ट्रक ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। मनीष की साइकल ट्रक में फंस गई और वह करीब 500 मीटर तक घसीटा गया। हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पीछे से आ रहे सागर ने यह मंजर देखा तो बदहवास हो गया। वह दौड़कर मनीष के शव के पास पहुंचा, रो-रोकर बुरी हालत में बैठा रहा।
दोस्त के शव को गोद में रखकर रोया, खुद भी दे दी जान
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सागर ने मनीष का शव गोद में रखकर कई मिनट तक बिलख-बिलख कर रोया। वह इतना टूट चुका था कि खुद को ट्रक के आगे लेटाकर जान देने की कोशिश की, लेकिन ट्रक चालक ने स्टेयरिंग मोड़कर बचा लिया। इसके बाद सागर Lucknow अमानीगंज रेलवे क्रॉसिंग पहुंचा और वहां ट्रेन के आगे कूद गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने सूचना मिलते ही ट्रक चालक को रहीमाबाद से पकड़ लिया और ट्रक को कब्जे में ले लिया।
गांव में पसरा मातम, परिवारों का रो-रो कर बुरा हाल
पोस्टमॉर्टम के बाद जब दोनों दोस्तों के शव गांव पहुंचे तो कोहराम मच गया। मनीष के परिवार में पहले से ही आर्थिक तंगी थी, वह घर का इकलौता कमाने वाला था। पिता संजय पैरालिसिस से जूझ रहे हैं और भाई बाहर मजदूरी करते हैं। सागर के परिवार में उसकी पत्नी रेखा, माता-पिता और चार भाई हैं। रेखा मायके में थीं, खबर मिलते ही गांव पहुंचीं। दोनों परिवारों की हालत रो-रोकर बेहाल है। गांव में सन्नाटा और हर आंख नम है।
रॉन्ग साइड से जा रहे थे दोस्त, हादसे के बाद उठे सवाल
Lucknow पुलिस के मुताबिक, मनीष और सागर जल्द पहुंचने के चक्कर में रॉन्ग साइड से जा रहे थे। इसी वजह से मनीष ट्रक की चपेट में आ गया। कुछ लोगों ने हंसी-मजाक में धक्का-मुक्की की आशंका जताई थी, लेकिन परिवार और Lucknow पुलिस दोनों ने इसे खारिज कर दिया है। गांव वाले बस इतना कह रहे हैं कि इनकी दोस्ती अब अमर हो गई है।
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