लखनऊ में देर रात दो जगहों पर ताबड़तोड़ एनकाउंटर, गोली लगने के बाद चार लोग गिरफ्तार

लखनऊ में देर रात पुलिस ने दो अलग-अलग स्थानों पर बदमाशों से मुठभेड़ की। इस दौरान पुलिस ने लूटपाट में शामिल अमन सिंह उर्फ कार्तिक ठाकुर और वीर सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया।

Lucknow Encounter

Lucknow Encounter: लखनऊ में देर रात पुलिस ने दो अलग-अलग स्थानों पर बदमाशों से मुठभेड़ की। इस दौरान पुलिस ने लूटपाट में शामिल अमन सिंह उर्फ कार्तिक ठाकुर और वीर सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया। वहीं एक अन्य घटना में पूर्व सैनिक के घर पर फायरिंग और पेट्रोल बम फेंकने वाले मोहम्मद शमीम और आकाश गौतम को मुठभेड़ के बाद हिरासत में लिया गया।

मुठभेड़ में घायल हुए आरोपी

सूत्रों के मुताबिक गोमती नगर पुलिस ने लूटपाट करने वालों को मुठभेड़ के दौरान घायल कर गिरफ्तार किया, जबकि कृष्णानगर पुलिस ने फायरिंग और पेट्रोल बम से हमला करने वालों पर कार्रवाई की। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है।

डीसीपी ने साझा की जानकारी

डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल (Lucknow Encounter) ने बताया कि कृष्णानगर थाना क्षेत्र में एक पूर्व सैनिक के घर पर फायरिंग और पेट्रोल बम फेंकने की घटना के संबंध में पुलिस ने कार्रवाई की। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने विजयनगर चौकी के पास आरोपियों को रोकने का प्रयास किया, जिस पर उन्होंने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक आरोपी के पैर में गोली लगी, जबकि दूसरे ने आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों की पहचान मोहम्मद शमीम और आकाश गौतम के रूप में हुई।

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आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड

पुलिस ने (Lucknow Encounter) घायल शमीम को अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी स्थिति स्थिर है। उसके पास से 315 बोर की पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस, दो खाली खोल और एक वाहन बरामद किया गया। एसीपी पांडे ने बताया कि सीतापुर निवासी शमीम पर चोरी और लूट के 23 मामले दर्ज हैं। वह हाल ही में जेल से रिहा हुआ था। वहीं, आकाश गौतम के खिलाफ भी 11 मामले दर्ज हैं।

पूर्व सैनिक के घर पर हमला

एसीपी सौम्या पांडे के अनुसार 15-16 दिसंबर की रात गिरफ्तार आरोपियों ने पूर्व सैनिक मनोज कुमार के अलीनगर स्थित घर पर हमला किया था। मनोज ने शिकायत में बताया कि आरोपी शमीम, आकाश और उनके सहयोगी योगेश आसपास की महिलाओं और लड़कियों को परेशान कर रहे थे जिसका उन्होंने विरोध किया। पूछताछ में शमीम ने चोरी के कई मामलों में योगेश और अन्य के साथ संलिप्तता स्वीकार की। पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि योगेश फर्जी पहचान के तहत कृष्णानगर में रह रहा था और पहले सीतापुर के रामकोट थाने में गिरफ्तार हो चुका है।

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