Lucknow Green Valley: Lucknow शहर को अब एक और खूबसूरत ग्रीन जोन मिलने जा रहा है। कालीदास चौराहा से डीजीपी आवास तक फैले हैदर कैनाल की सूरत जल्द ही बदलने वाली है। करीब 20 करोड़ रुपए की लागत से 950 मीटर लंबाई में नाले का सुदृढ़ीकरण कराया जा रहा है। इस क्षेत्र को एलडीए की ओर से ग्रीन वैली के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें देसी पौधों के साथ टहलने के लिए पाथ-वे, कैफेटेरिया और इंटरटेंमेंट ज़ोन जैसी सुविधाएं होंगी। शनिवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने जोन-6 के विकास कार्यों का निरीक्षण करते हुए इस महत्वाकांक्षी योजना को हरी झंडी दी।
950 मीटर में बनेगी हरियाली और पाथ-वे वाली ग्रीन वैली
Lucknow के कालीदास चौराहे से डीजीपी आवास तक हैदर कैनाल को अब सिर्फ एक नाला नहीं, बल्कि एक हरियाली से सजी मनोरंजनस्थली के रूप में देखा जाएगा। यहां आरसीसी नाले, स्लोप पर स्टोन पिचिंग, सुरक्षा रेलिंग, दोनों तरफ पाथ-वे का निर्माण और देसी प्रजातियों के पेड़-पौधे लगाए जाएंगे। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने निर्देश दिए कि इस ज़मीन को ग्रीन स्पेस में तब्दील किया जाए, जहां नागरिक सुकून और मनोरंजन के पल बिता सकें।
कैफेटेरिया और इंटरटेंमेंट ज़ोन भी होगा आकर्षण का केंद्र
Lucknow ग्रीन वैली में सिर्फ हरियाली नहीं, बल्कि लोगों के मनोरंजन और सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। यहां कैफेटेरिया, इंटरटेंमेंट ज़ोन, गार्ड रूम, टॉयलेट ब्लॉक और सिटिंग एरिया बनाए जा रहे हैं। यह क्षेत्र भविष्य में परिवारों और पर्यटकों के लिए एक पसंदीदा जगह बन सकेगा। साथ ही इस परियोजना से शहरी जीवन को भी राहत मिलेगी।
नई रोड और बटलर झील परियोजना को भी मिली गति
प्रथमेश कुमार ने 1090 चौराहा से डीजीपी आवास तक बन रही 920 मीटर लंबी बंधा रोड का भी निरीक्षण किया, जिसकी लागत 3.6 करोड़ रुपए है। उन्होंने इसे 10 दिन में पूर्ण करने का निर्देश दिया। इससे यातायात सुगम होगा और ट्रैफिक लोड कम होगा। वहीं बटलर झील में एसटीपी से ट्रीटेड पानी लाने की योजना को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है। पाइपलाइन बिछाने का कार्य चल रहा है, जिसे 10 दिन में पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
कर्मचारियों की हाजिरी से लेकर फेस रिकग्निशन तक
निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष ने बटलर पैलेस के फसाड व सौंदर्यीकरण कार्यों की समीक्षा की और चरणबद्ध तरीके से काम तेज़ करने को कहा। इसके बाद वह डॉ. भीमराव अंबेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल पहुंचे, जहां उन्होंने फेस रिकग्निशन मशीन और रजिस्टर के जरिए कर्मचारियों की हाजिरी की जांच की। इस निरीक्षण में मुख्य अभियंता नवनीत शर्मा, जोनल अधिकारी विपिन कुमार शिवहरे और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।