Lucknow news: लखनऊ में भिक्षावृत्ति के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान एक बड़ी और चिंताजनक घटना सामने आई है। जिलाधिकारी के निर्देश पर नाबालिग भिखारियों को रेस्क्यू करने गई टीम पर बंजारों द्वारा हमला किया गया। ये हमला उस वक्त हुआ जब टीम आशियाना थाना क्षेत्र के बंगला बाजार में बच्चों को रेस्क्यू कर रही थी। बंजारों ने टीम के अधिकारियों पर चप्पलों से हमला कर दिया और मारपीट की। चाइल्ड लाइन के संरक्षण अधिकारी सूर्यकांत चौरसिया को बुरी तरह पीटा गया, जबकि महिला सदस्य कंचन को दांत से काटा गया। सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल हो चुका है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
लखनऊ के आशियाना में भिक्षावृत्ति अभियान के तहत रेस्क्यू करने पहुंची चाइल्ड लाइन व वन स्टाप सेंटर की टीम पर जानलेवा हमला। बच्चों को भीख मांगते रेस्क्यू करते समय झुग्गी झोपड़ियों में और आस पास रहने वाले लोगों ने उन्हें लाठी डंडों से दौड़ा दौड़ाकर पीटा, एक महिला कर्मी को दांत से काट… pic.twitter.com/GwNrMFptiO
— निशीकांत त्रिवेदी 🇮🇳 (@nishikantlive) May 20, 2025
बंगला बाजार में हमला, वीडियो वायरल
सोमवार शाम करीब 6 बजे लखनऊ के आशियाना थाना क्षेत्र स्थित बंगला बाजार इलाके में रेस्क्यू टीम एक अभियान के तहत नाबालिग भिखारियों को बचाने पहुंची थी। इस दौरान स्थानीय बंजारों ने झोपड़पट्टी के पास रेस्क्यू टीम पर अचानक हमला बोल दिया। बंजारों ने पहले जमकर गाली-गलौज की और फिर चप्पलों से पीटा। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें अधिकारियों को लाठी-डंडों से पीटा जा रहा है।
महिला अधिकारी को दांत से काटा गया
रेस्क्यू टीम में मौजूद वन स्टॉप सेंटर इंचार्ज अर्चना के अनुसार, जिलाधिकारी विशाख जी के आदेश पर यह अभियान चलाया जा रहा था। टीम में चाइल्ड लाइन के सूर्यकांत चौरसिया, संदीप, चालक रितेश और कंचन मौजूद थीं। रेस्क्यू के दौरान नट समुदाय की आरती, अवधराम और अन्य लोगों ने विरोध करते हुए टीम पर हमला किया। उन्होंने सूर्यकांत को सिर, हाथ, पेट पर चोटें पहुंचाईं और कंचन को दांत से काटा।
Lucknow पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच जारी
घटना की जानकारी मिलते ही आशियाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराया। Lucknow जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास सिंह की तहरीर पर पुलिस ने दो नामजद व कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट, सरकारी कार्य में बाधा और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। थाना प्रभारी छत्रपाल सिंह ने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना रेस्क्यू टीम की सुरक्षा और सरकारी अभियानों की गंभीरता को लेकर कई सवाल खड़े करती है।