Kumbh Mela 2025: प्रयागराज के कुंभ मेले में बाबा प्रमोद गिरी महाराज का हठयोग सच में बहुत ही खास है। जब हर कोई सर्दी से कांप रहा होता है, तब बाबा ठंडे पानी से नहाने का सिलसिला जारी रखते हैं। 3 जनवरी से उन्होंने 51 मटकों के पानी से स्नान करना शुरू किया था, और हर दूसरे दिन दो मटके और जोड़ते जा रहे हैं। यह सिलसिला 21 दिनों तक चलेगा, और आखिरी दिन मटकों की संख्या 108 हो जाएगी।
गुरु की परंपरा का पालन
बाबा प्रमोद गिरी महाराज के गुरु, बाबा प्रमोद गिरी ने अपने गुरु के आशीर्वाद से यह साधना शुरू की है। सुबह-सुबह 4:15 बजे मटके के ठंडे पानी से स्नान करना बाबा की रोज की साधना का हिस्सा बन चुका है। मटकों में गंगाजल डाला जाता है, ताकि पानी और ठंडा हो जाए और बाबा को स्नान करने में आसानी हो।
हठयोग का मकसद
बाबा प्रमोद गिरी महाराज का यह हठयोग सिर्फ भारत के कल्याण के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की शांति के लिए किया जा रहा है। उनका मानना है कि इस साधना से शारीरिक और मानसिक ताकत मिलती है। ठंडे पानी से नहाना एक बड़ी चुनौती है, लेकिन यह उनके दृढ़ संकल्प और आंतरिक शांति का प्रतीक है।
आने वाले दिन
यह साधना 21 दिनों तक चलेगी, और हर दिन मटकों की संख्या बढ़ती जाएगी। यह न सिर्फ साधु संतों, बल्कि भक्तों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है। बाबा प्रमोद गिरी महाराज की यह कठिन साधना और उनकी भक्ति की गहरी श्रद्धा हर किसी को हैरान कर रही है।
बाबा का उद्देश्य
बाबा प्रमोद गिरी महाराज की यह साधना सिर्फ एक शारीरिक प्रयास नहीं, बल्कि एक गहरी मानसिक और आत्मिक यात्रा भी है। ठंडे पानी से स्नान करते वक्त जो कठिनाई होती है, वह बाबा के दृढ़ संकल्प और आंतरिक शक्ति का प्रतीक है। हर दिन मटकों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ उनके साधना का असर सिर्फ उनके खुद पर नहीं, बल्कि उनके आसपास के लोगों पर भी देखने को मिल रहा है।