Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने सोमवार को प्रयागराज के अराइल घाट पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया। NDRF के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल एमके शर्मा ने एएनआई को बताया कि महाकुंभ की तैयारियां पूरी हैं। मॉक ड्रिल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भरोसा हो कि हम किसी भी परिस्थिति और चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने बताया कि इस मॉक ड्रिल का आयोजन संभावित आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए किया गया है। हमारी टीम केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर (CBRN) इमरजेंसी जैसी किसी भी स्थिति के लिए तैयार है।
NDRF के एमके शर्मा ने क्या कहा?
एमके शर्मा ने कहा कि महाकुंभ के लिए NDRF पूरी तरह से तैयार है। यह देखा जा सकता है कि हम चुनौतियों का सामना कैसे करेंगे। मॉक ड्रिल का आयोजन इन्हीं परिस्थितियों को ध्यान (Mahakumbh 2025) में रखकर किया गया जिसमें डूबते हुए लोगों को रेस्क्यू करने का अभ्यास किया गया। अगर कोई नाव डूबती है तो उसमें फंसे लोगों को बचाने और श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने पर काम किया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि सुरक्षा एजेंसियां (Mahakumbh 2025) सतर्क हैं और अगर किसी केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल या न्यूक्लियर (CBRN) आपात स्थिति का सामना करना पड़े तो हमारी टीम उससे निपटने में पूरी तरह सक्षम है। हमारे प्रशिक्षित दस्ते सभी आवश्यक उपकरणों के साथ तैनात कर दिए गए हैं।
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NDRF ने डूब रहे 9 लोगों को बचाया
उन्होंने बताया कि हमारी टीम में विशेष प्रशिक्षित डाइवर्स और तैराक शामिल हैं साथ ही स्पीड बोट भी उपलब्ध है जो केवल दिन के समय ही नहीं बल्कि रात में भी रेस्क्यू कार्य करेगी। इसके अलावा पानी के नीचे की स्थिति को देखने के लिए हमारे पास अंडरवॉटर टॉर्च भी है। हमारा मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को ऐसा वातावरण मिले जिसमें वे हम पर विश्वास कर सकें कि NDRF किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
बता दें कि सोमवार को ही NDRF की टीम ने गंगा नदी में डूब रहे 9 लोगों को बचाया था। दरअसल घटना के दौरान परिवार वाले मदद के लिए चिल्ला रहे थे और मनोज कुमार शर्मा ने उनकी चीखें सुनीं और तुरंत रेस्क्यू टीम को कार्रवाई का आदेश दिया।