Mahakumbh 2025 Stampede LIVE: मौनी अमावस्या के दूसरे दिन संगम में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा, जिससे कई रास्तों पर भीषण जाम लग गया। इसी बीच, स्नान के दौरान भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक घायल हो गए। घायलों का इलाज महाकुंभ के केंद्रीय चिकित्सालय में किया जा रहा है, जहां सुरक्षा के मद्देनजर सख्त पाबंदियां लगाई गई हैं।
भीड़ का दबाव बना हादसे की वजह
मौनी अमावस्या के अवसर पर देशभर से श्रद्धालु संगम में स्नान के लिए पहुंचे, जिससे प्रयागराज के सभी मार्गों पर जबरदस्त भीड़ देखने को मिली। डीआईजी Mahakumbh वैभव कृष्ण ने जानकारी दी कि भगदड़ में मारे गए 30 लोगों में से 25 की पहचान कर ली गई है, जिनमें उत्तर प्रदेश, असम और गुजरात के लोग शामिल हैं।
घायलों का इलाज जारी, कई रेफर
मौके पर राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है। कई घायलों को हायर सेंटर रेफर किया गया है। महाकुंभ की ओएसडी आकांक्षा राणा ने बताया कि संगम तट पर भीड़ का दबाव अचानक बढ़ने से यह घटना हुई। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि स्थिति नियंत्रण में है और गंभीर घायलों की संख्या कम है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आज ही आने की संभावना थी, लेकिन अब वे गुरुवार को आ सकते हैं। डीजीपी और मुख्य सचिव जल्द प्रयागराज पहुंचकर स्थिति का जायजा लेंगे।
अखिलेश यादव का बड़ा दावा, महाकुंभ में खाने में मिलाई गई मिट्टी
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाकुंभ को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में फंसे लोगों के लिए बनाए जा रहे खाने में जानबूझकर मिट्टी डाल दी गई।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि महाकुंभ में जरूरतमंदों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था कर रहे लोगों के प्रयासों को राजनीतिक विद्वेष के चलते बर्बाद किया जा रहा है। जनता को इस पर संज्ञान लेना चाहिए।”
https://twitter.com/HansrajMeena/status/1884931660916920494
सपा सांसद इकरा हसन का बड़ा बयान, सरकार को ठहराया जिम्मेदार
सपा सांसद इकरा हसन ने प्रयागराज भगदड़ पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वहां की व्यवस्था सही नहीं थी और सरकार को इसकी पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
इकरा हसन ने प्रशासनिक अव्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, “इस घटना के लिए वीआईपी कल्चर भी जिम्मेदार है, जिससे आम श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।” उन्होंने सरकार से दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
भगदड़ पर बोलीं डिंपल यादव, मुआवजा बढ़ाने की मांग
प्रयागराज में हुई भगदड़ की घटना को लेकर सपा सांसद डिंपल यादव ने गहरा दुख जताया। उन्होंने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। डिंपल यादव ने कहा, “हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि घायल लोग जल्द स्वस्थ हों।”
उन्होंने सरकार से मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग की और सभी शवों को जल्द से जल्द परिजनों को सौंपने की अपील की। साथ ही, घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग भी उठाई।
महाकुंभ हादसे की जांच शुरू, एक महीने में रिपोर्ट सौंपने की तैयारी
महाकुंभ हादसे की जांच के लिए गठित आयोग ने आज से अपना काम शुरू कर दिया है। लखनऊ स्थित जनपथ सचिवालय बिल्डिंग में आयोग ने अपना कार्यालय संभाला। पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार, पूर्व आईएएस डीके सिंह और पूर्व आईपीएस वीके गुप्ता ने मीडिया से बातचीत कर जांच प्रक्रिया की जानकारी दी।
आयोग कल प्रयागराज जाएगा और सभी बिंदुओं पर गहन जांच करेगा। प्राथमिक रूप से आयोग एक माह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने की तैयारी कर रहा है, जिससे हादसे के कारणों और संभावित लापरवाही का खुलासा हो सके।
प्रयागराज महाकुंभ: सेक्टर 22 में भीषण आग, लाखों का नुकसान
प्रयागराज महाकुंभ में आज फिर से आग लगने की घटना सामने आई। झूसी इलाके के छतनांग घाट के पास स्थित नागेश्वर पंडाल में दोपहर करीब पौने दो बजे आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि कई टेंट जलकर राख हो गए। हालांकि राहत की बात यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई और पंडाल में मौजूद सभी लोग सुरक्षित रहे।
फायर ब्रिगेड की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर कुछ ही मिनटों में आग पर काबू पा लिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। इस आगजनी में लाखों रुपए का नुकसान हुआ है, लेकिन समय रहते आग बुझाने से स्थिति नियंत्रण में आ गई।
महाकुंभ हादसे की जांच के लिए अधिकारी पहुंचे घटनास्थल
उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और अन्य अधिकारियों ने महाकुंभ हादसे की जगह का निरीक्षण किया। इन अधिकारियों ने घटनास्थल पर जाकर स्थिति का जायजा लिया और आगे की कार्रवाई के लिए कदम उठाने की योजना बनाई।
चितानंद स्वामी ने क्राइसिस मैनेजमेंट में योगी आदित्यनाथ की सराहना की
परमार्थ निकेतन के चितानंद स्वामी ने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट में योगी आदित्यनाथ से बेहतर कोई नहीं है। उन्होंने तुरंत अपने दो बड़े अधिकारियों को घटनास्थल पर भेजा और रात दिन एक कर इस संकट से निपटने में जुटे हुए हैं। चितानंद स्वामी ने यह भी कहा कि दो-एक गलतियों के कारण हादसा हुआ, लेकिन प्रशासन के साथ मिलकर इसे सफल बनाना है।
महाकुंभ हादसे की जांच के लिए न्यायिक आयोग ने शुरू की प्रक्रिया
महाकुंभ हादसे पर न्यायिक आयोग ने अपनी जांच शुरू कर दी है। आयोग के सदस्य लखनऊ स्थित अपने कार्यालय 10 जनपथ पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन करने की घोषणा की थी।
अखिलेश यादव ने कुंभ घटना पर सरकार की आलोचना की
अखिलेश यादव ने कुंभ की घटना को दुखद बताते हुए कहा कि सरकार ने उचित इंतजाम नहीं किए थे। उन्होंने 25 लाख की सहायता को कम बताया और कहा कि अधिक मदद की आवश्यकता है। लापता लोगों की सूची जारी करने की भी उन्होंने मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि वीआईपी लोगों की जान नहीं गई और इस घटना में सरकार की जिम्मेदारी है। हालांकि, उन्होंने पीड़ितों से मिलने नहीं जाने का भी निर्णय लिया।
अखिलेश यादव ने महाकुंभ में लापता लोगों की सूची जारी करने की की मांग
अखिलेश यादव ने महाकुंभ में लापता लोगों की सूची जारी करने की मांग की और कहा कि सरकार को इस मामले में गंभीरता से कदम उठाने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया को सरकार को जागरूक करना चाहिए था। वीआईपी कारणों से दुर्घटना होने का कहना दुर्भाग्यपूर्ण है, जबकि सरकार खुद कार्ड बांट रही थी, जो सामान्य तौर पर नहीं किया जाता।
अखिलेश यादव ने महाकुंभ हादसे पर उठाए सवाल, सरकार से सूची जारी करने की मांग
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर बयान देते हुए कहा कि महाकुंभ में जिनके अपनों का संपर्क टूट गया है, वे सूचना के अभाव में यह सोच रहे हैं कि कहीं उन्होंने अपने परिवार को हमेशा के लिए खो तो नहीं दिया। उन्होंने इस आशंका को दूर करने के लिए सरकार से आग्रह किया कि वह महाकुंभ हादसे में जान गंवाने वालों की सूची जारी करे। यदि मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है, तो उनके वस्त्र और चित्र के माध्यम से पहचान की जाए।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने महाकुंभ में भगदड़ पर उठाए सवाल
महाकुंभ में हुई भगदड़ पर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि इस घटना ने सरकारी व्यवस्थाओं की खामियां उजागर कर दी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को पहले से व्यापक तैयारियां करनी चाहिए थीं, और यह घटना दर्शाती है कि व्यवस्था पूरी नहीं थी, जिससे लोगों के जीवन को खतरे में डाला गया।
महाकुंभ DIG ने कहा- बसंत पंचमी के मुख्य स्नान पर्व की तैयारी जारी
महाकुंभ के DIG वैभव कृष्ण ने कहा कि वे बसंत पंचमी के मुख्य स्नान पर्व की तैयारी कर रहे हैं। ड्यूटी को और मजबूत किया जा रहा है और जगह-जगह ड्यूटी प्वाइंट बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि पहले के निर्देशों के मुताबिक 29 तारीख को VIP मूवमेंट की अनुमति नहीं थी, और 3 तारीख को भी यह प्रतिबंध जारी रहेगा। भीड़ को व्यवस्थित रूप से प्रबंधित किया जा रहा है।
अयोध्या-प्रयागराज नेशनल हाइवे पर भीषण जाम
महाकुंभ के शाही स्नान मौनी अमावस्या के एक दिन बाद, अमेठी से तीर्थराज प्रयाग के लिए आने-जाने में समस्याएं बनी हुई हैं। प्रयागराज जाने वाले वाहनों को भारी जाम का सामना करना पड़ रहा है। अयोध्या-प्रयागराज नेशनल हाइवे पर अमेठी जनपद के रामगंज थाना क्षेत्र में भीषण जाम लगा हुआ है, जिससे यात्री परेशान हैं।
महाकुंभ हादसे के बाद यूपी के DGP और मुख्य सचिव प्रयागराज पहुंचेंगे
महाकुंभ में हुए हादसे के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव थोड़ी देर में प्रयागराज पहुंचने वाले हैं। दोनों अधिकारी घटनास्थल का निरीक्षण कर सकते हैं और स्थिति का आकलन करने के लिए मौके पर जाएंगे।
महाकुंभ भगदड़: चार श्रद्धालुओं के शव शाम को दिल्ली से बेलगावी लाए जाएंगे
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेले में हुई भगदड़ में मारे गए चार श्रद्धालुओं के शव गुरुवार की शाम को दिल्ली से बेलगावी लाए जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार, मृतकों की पहचान ज्योति दीपक हटरवाथ (44), उनकी बेटी मेघा दीपक हटरवाथ (24), अरुण खोपर्डे (61) और महादेवी हेमंत भावनुर (48) के रूप में की गई है।
मौनी अमावस्या के दूसरे दिन भी श्रद्धालुओं का जत्था संगम तट की ओर बढ़ा
मौनी अमावस्या के दूसरे दिन भी श्रद्धालुओं का जत्था बड़ी संख्या में संगम की ओर बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। पुलिस स्टेशन की तरफ से वनवे व्यवस्था की बात की जा रही है, लेकिन श्रद्धालु दोनों दिशा से आ-जा रहे हैं। संगम की ओर जाने वाले रास्तों पर भारी भीड़ है, और श्रद्धालु अपने धार्मिक कर्तव्यों को निभाने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
महाकुंभ में साधु संन्यासियों और श्रद्धालुओं की विविध परंपराएं
महाकुंभ में साधु संन्यासियों की अलग-अलग परंपराएं देखने को मिल रही हैं, वहीं यहां आने वाले श्रद्धालुओं की परंपराएं भी अनोखी हैं। बिहार से आए कुछ श्रद्धालु ‘बोझी परंपरा’ का पालन करते हुए अपने घर से कांवड़ लेकर निकलते हैं। वे इसे कुछ दूरी पर रखकर, बिना किसी और के हाथ का भोजन खाए, खुद अपना खाना बनाकर खाते हुए संगम पहुंचते हैं। यहां पहुंचकर वे केशदान करते हैं, फिर पवित्र स्नान करते हुए संगम का जल लेकर घर लौटते हैं। लौटने पर वे कांवड़ लेकर महादेव के दर्शन करने जाते हैं और जल अर्पित कर अपनी पूजा पूरी करते हैं।
महाकुंभ भगदड़: पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचेंगे
फेफना थाना क्षेत्र के नसीराबाद के दिलीप पटेल ने बताया कि महाकुंभ में हुई भगदड़ में उनकी भाभी और भतीजी की मौत हो गई। दोनों मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में अमृत स्नान के लिए गई थीं। उनकी भाभी 35 वर्ष की और भतीजी 12 वर्ष की थीं। अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम पूरा हो चुका है, और दो घंटे के भीतर एंबुलेंस शव को उनके घर भेजेगी।
महाकुंभ हादसे में बलिया के चार लोगों की मौत
प्रयागराज के महाकुंभ में बुधवार को मौनी अमावस्या के दौरान हुई भगदड़ में बलिया के चार लोगों की मौत हो गई। फेफना थाना क्षेत्र के नसीराबाद में एक ही परिवार की दो सदस्य, मां-बेटी रीना देवी (35) और रौशन (12) की मौत हो गई। इसके अलावा, नगरा थाना क्षेत्र के दो अन्य मृतकों की पहचान भी हो गई है।
मौनी अमावस्या के दूसरे दिन भी उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दूसरे दिन भी श्रद्धालुओं का भारी सैलाब उमड़ा हुआ है। संगम जाने वाले सभी रास्ते श्रद्धालुओं की भीड़ से पूरी तरह से भर गए हैं, जहां तिल रखने तक की जगह नहीं है। श्रद्धालु लगातार “हर हर महादेव” और “जय श्री राम” के जयकारे लगाते हुए संगम की तरफ बढ़ रहे हैं। यह दृश्य महाकुंभ की भव्यता और आस्था को प्रदर्शित करता है।
महाकुंभ भगदड़: सीएम मोहन यादव ने मुख्य सचिव और रीवा कमिश्नर से की बातचीत
प्रयागराज में हुई भगदड़ की घटना के बाद, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मुख्य सचिव और रीवा संभाग के कमिश्नर से बातचीत की। उन्होंने दोनों राज्यों की सीमा पर श्रद्धालुओं के लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं को कोई समस्या न हो और उनकी सुरक्षा बनी रहे।
मौनी अमावस्या: रात 8 बजे तक 7.64 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
महाकुंभ मेले में भगदड़ की घटना के बावजूद पूरे दिन गंगा और संगम तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती रही। मेला प्रशासन के अनुसार, बुधवार को मौनी अमावस्या के अवसर पर रात 8 बजे तक कुल 7.64 करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया, जिसमें 10 लाख से अधिक कल्पवासी शामिल थे।
भगदड़ की अफवाह फैलाई, पुलिस ने जबरन किया लाठीचार्ज
समाजवादी पार्टी ने महाकुंभ में भगदड़ और हादसे में हुई मौतों के लिए भाजपा सरकार और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। सपा ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि पुलिस ने आधी रात जबरन भगदड़ की अफवाह फैलाई और भीड़ पर लाठीचार्ज किया। एक प्रत्यक्षदर्शी महिला ने दावा किया कि पुलिस जबरन लोगों को धक्का दे रही थी, जिससे हादसा हुआ और कई लोगों की जान चली गई।
वाराणसी, चित्रकूट, मिर्जापुर और अयोध्या में विशेष सतर्कता के निर्देश
महाकुंभ में शामिल होने वाले लाखों श्रद्धालु वाराणसी और अयोध्या में दर्शन-पूजन के लिए भी पहुंच रहे हैं। चित्रकूट और मिर्जापुर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। अगले दो दिनों में भीड़ और बढ़ने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने इन प्रमुख शहरों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं।
गोरखपुर के चार लोगों की मौत, प्रशासन की पुष्टि बाकी
प्रयागराज महाकुंभ हादसे में गोरखपुर के चार श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। हालांकि, जिला प्रशासन ने अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। मृतकों में खजनी क्षेत्र के उनवल निवासी पन्ने निषाद (58), नगीना देवी (61), कैंपियरगंज क्षेत्र के वशिष्ठ मुनि पांडे (60) और झंगहा क्षेत्र के प्रभु नाथ गुप्ता (59) शामिल हैं।
सुबह 8 बजे तक 55 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
मौनी अमावस्या के अगले दिन, 30 जनवरी की सुबह 8 बजे तक महाकुंभ में 55 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया। इनमें 10 लाख कल्पवासी भी शामिल हैं। वहीं, 29 जनवरी तक कुल 27.58 करोड़ श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
महाकुंभ में भीड़ कम होने तक वाहनों की आवाजाही पर रोक: एसपी अंशुमान मिश्रा
महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना के बाद प्रदेश सरकार ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर कदम उठाए हैं। बुधवार तड़के हुई भगदड़ का मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं पर खास असर नहीं दिख रहा है, और गुरुवार को भी बड़ी संख्या में लोग संगम पहुंच रहे हैं। पुलिस अधीक्षक (यातायात) अंशुमान मिश्रा ने जानकारी दी कि मेले में भीड़ कम होने तक वाहनों की आवाजाही पर रोक जारी रहेगी, ताकि यातायात नियंत्रित किया जा सके।
महाकुंभ में भीड़ के चलते वाहनों की प्रवेश पर रोक, उच्च अधिकारियों से अनुमति की संभावना
पुलिस अधीक्षक (यातायात) अंशुमान मिश्रा ने बताया कि महाकुंभ में जब तक भीड़ मेला क्षेत्र से बाहर नहीं निकल जाती, तब तक बाहरी गाड़ियों को शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि, उच्च स्तर पर अधिकारी स्थिति का आकलन कर वाहनों के प्रवेश को अनुमति दे सकते हैं। पुलिस प्रशासन, एंबुलेंस और अन्य आवश्यक गाड़ियों का प्रवेश सुचारू रूप से सुनिश्चित किया जाएगा ताकि मेले का संचालन बिना किसी रुकावट के चलता रहे।