Mahakumbh 2025 Live: महाकुंभ भगदड़: 30 मौतें, 60 घायल, 25 की पहचान। अब तक 25 की हुई पहचान, प्रशासन पर सवाल।

प्रयागराज महाकुंभ मेले के मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर भीड़ बढ़ने के कारण भगदड़ मच गई, जिससे संगम नोज के पास कई लोग घायल हो गए। घायलों को एम्बुलेंस के जरिए केंद्रीय चिकित्सालय महाकुंभ लाया गया।

Mahakumbh

Mahakumbh 2025 Live: प्रयागराज महाकुंभ मेले के मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर भीड़ बढ़ने के कारण भगदड़ मच गई, जिससे संगम नोज के पास कई लोग घायल हो गए। घायलों को एम्बुलेंस के जरिए केंद्रीय चिकित्सालय महाकुंभ लाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। कई गंभीर घायलों को उच्चतर उपचार के लिए हायर सेंटर भेजा गया है।

महाकुंभ मेले की ओएसडी आकांक्षा राणा ने मीडिया को जानकारी दी कि संगम पर बढ़ी हुई भीड़ के कारण यह घटना घटी, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कोई गंभीर स्थिति नहीं है, फिर भी घायलों के आने का सिलसिला जारी है। केंद्रीय चिकित्सालय को सुरक्षा के लिहाज से छावनी में बदल दिया गया है और मीडिया कर्मियों को अस्पताल में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है।

सीएम हिमंत बिस्वा सरमा का बयान

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने महाकुंभ भगदड़ को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार कुंभ मेले को सफल बनाने के लिए लगातार काम कर रही है।

श्रद्धांजलि और असम के श्रद्धालु का निधन
हिमंत बिस्वा सरमा ने घटना में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने यह भी बताया कि हादसे में असम के एक श्रद्धालु की मृत्यु हुई है और उनके पार्थिव शरीर को लाने के लिए यूपी सरकार से संपर्क किया जा रहा है।

सीएम योगी ने भगदड़ की न्यायिक जांच की घोषणा की

सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना की न्यायिक जांच की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय कमेटी गठित की जाएगी।

ज्यूडिशियल कमीशन का गठन

न्यायमूर्ति हर्ष कुमार के नेतृत्व में पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डीके सिंह को शामिल करते हुए एक ज्यूडिशियल कमीशन का गठन किया जा रहा है, जो इस घटना की पूरी जांच करेगा।

सीएम योगी का बयान: महाकुंभ भगदड़ पर संवेदना व्यक्त की

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना पर भावुक होते हुए बोले, “कल शाम सात बजे से ही बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज पहुंच रहे थे और स्नान भी कर रहे थे। काफी लोग ब्रह्म मुहूर्त का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हुआ।”

घायलों और मृतकों के प्रति संवेदना

उन्होंने आगे कहा, “90 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से या सामान्य रूप से घायल हुए हैं। बैरिकेड्स के टूटने और कूदकर जाने की वजह से यह हादसा हुआ। 30 लोगों की दुखद मृत्यु हुई है। 36 घायलों का प्रयागराज में उपचार चल रहा है। घटना बहुत ही दुखद है और हम उन सभी परिजनों के प्रति अपनी पूरी संवेदना व्यक्त करते हैं।”

प्रशासन की तत्परता और उपचार के इंतजाम

सीएम योगी ने यह भी बताया कि रात्रि से ही प्रशासन उनके संपर्क में था और इलाज के लिए सारे इंतजाम किए गए हैं। “इन सब मुद्दों पर सवाल उठना स्वाभाविक है,” उन्होंने कहा।

भगदड़ के कारण मेला क्षेत्र में अफरा-तफरी

मेला प्रशासन के अनुसार, रात 1-2 बजे के बीच भगदड़ मच गई, जिसके कारण मेला क्षेत्र में भारी अफरा-तफरी का माहौल बन गया। अब तक पांच शवों की पहचान नहीं हो पाई है।

भीड़ का दबाव और बैरिकेड्स का टूटना

डीआईजी महाकुंभ के मुताबिक, ब्रह्म मुहूर्त से पहले अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ का दबाव बन गया था। इस कारण बैरिकेड्स टूट गए और भीड़ ने उन्हें फांदते हुए दूसरी ओर स्थित श्रद्धालुओं पर हमला कर दिया, जो ब्रह्म मुहूर्त के स्नान के लिए इंतजार कर रहे थे।

मुआवज़े की घोषणा

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़

महाकुंभ भगदड़: 25 मृतकों की हुई पहचान

डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि महाकुंभ में रात 1-2 बजे के बीच भगदड़ मची, जिसमें 90 श्रद्धालु अस्पताल पहुंचे। अब तक 30 की मौत हुई, 25 की पहचान हो चुकी है, जबकि 5 की शिनाख्त जारी है। प्रशासन ने मामले की जानकारी साझा की।

महाकुंभ भगदड़: प्रशासन ने जारी किया आधिकारिक आंकड़ा

डीआईजी वैभव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई, जबकि 90 को अस्पताल ले जाया गया। इनमें 25 की पहचान हो चुकी है, जिनमें कर्नाटक के 4 और गुजरात के 1 श्रद्धालु शामिल हैं। हादसे में 60 लोग घायल हुए। भगदड़ की वजह बैरिकेड्स टूटना बताया गया।

महाकुंभ भगदड़ पर चिराग पासवान का बयान

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने महाकुंभ भगदड़ को दुखद बताया। उन्होंने मृतकों को श्रद्धांजलि दी और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। पासवान ने कहा कि पीएम मोदी और मुख्यमंत्री मामले पर नजर बनाए हुए हैं, और सरकार भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठा रही है।

महाकुंभ हादसे के बाद सीएम योगी का दिल्ली दौरा रद्द

महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज और कल दिल्ली में होने वाली अपनी सभी सभाएं रद्द कर दी हैं। सीएम योगी हालात का जायजा लेने के लिए कल प्रयागराज जा सकते हैं।

त्रिवेणी संगम में आस्था का सैलाब, अब तक 5.71 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

उत्तर प्रदेश सूचना विभाग के अनुसार, अब तक 5.71 करोड़ से अधिक श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान कर चुके हैं। आस्था का यह सिलसिला लगातार जारी है, और 28 जनवरी तक कुल 19.94 करोड़ से अधिक लोगों ने संगम में डुबकी लगाई है।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे की बड़ी तैयारी, आज चलेंगी 190 विशेष ट्रेनें

उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर स्नान के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु रेलवे स्टेशनों की ओर बढ़ रहे हैं। भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने व्यापक प्रबंध किए हैं।

उन्होंने जानकारी दी कि दोपहर 12 बजे तक उत्तर मध्य रेलवे की 50, उत्तर रेलवे की 13 और पूर्वोत्तर रेलवे की 20 समेत 80 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाई जा चुकी हैं। यात्रियों को किसी असुविधा से बचाने के लिए रेलवे प्रशासन ने आज कुल 190 विशेष ट्रेनें संचालित करने की योजना बनाई है।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए घाट जल्द खाली करेंगे साधु-संत: अखाड़ा परिषद अध्यक्ष

मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि संत समाज अमृत स्नान के लिए घाटों की ओर बढ़ रहा है। हजारों संत और नागा संन्यासी उनके साथ हैं, और वे जल्द ही स्नान समाप्त कर घाटों को खाली कर देंगे ताकि आम श्रद्धालु भी पवित्र स्नान कर सकें।

स्वयंसेवी संगठनों से अखिलेश यादव की भावनात्मक अपील

अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की दयालु जनता और स्वयंसेवी संस्थाओं से अनुरोध किया है कि वे अपने गांव, बस्तियों और शहरों में जाम में फंसे श्रद्धालुओं के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था करें। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इतने बड़े आयोजन की तैयारी सरकार को पहले से करनी चाहिए थी, लेकिन अब न तो वह ऐसा कर सकती है और न ही इसकी कोई संभावना दिख रही है।

अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसे गंभीर हालातों में श्रद्धालुओं की सेवा करना भी महाकुंभ के पुण्य के समान है। उन्होंने सभी से अपनी क्षमता और सामर्थ्य के अनुसार शांतिपूर्वक सेवा कार्य में सहयोग देने की अपील की।

प्रयागराज भगदड़ पर महंत राजू दास की अपील: अफवाहों पर ध्यान न दें

प्रयागराज के मेला क्षेत्र में मची भगदड़ में कई श्रद्धालु घायल हो गए, जिनका डॉक्टरों की देखरेख में इलाज चल रहा है। संत-महात्मा और राजनीतिक हस्तियां सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। अयोध्या के हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने आईएएनएस से बातचीत में श्रद्धालुओं से संयम रखने की अपील की।

महंत राजू दास ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि श्रद्धालु जहां जगह मिले, वहां स्नान करें और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्होंने भक्तों से स्नान के बाद तुरंत घर लौटने की सलाह दी और आश्वस्त किया कि भव्य कुंभ पूरी तरह नियंत्रण में है।

किशोरी लाल शर्मा ने योगी सरकार पर उठाए सवाल

अमेठी से कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा ने महाकुंभ के त्रिवेणी संगम पर मौनी अमावस्या के दिन हुए दुखद हादसे पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इसे अत्यंत पीड़ादायक घटना बताया और श्रद्धालुओं की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्माओं के लिए शांति की प्रार्थना की।

घायलों के उपचार और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उठाई मांगें

किशोरी लाल शर्मा ने उत्तर प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि घायलों के उचित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और मृत श्रद्धालुओं के पार्थिव शरीर को सम्मानपूर्वक उनके परिजनों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। साथ ही, उन्होंने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को और अधिक प्रभावी बनाने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि श्रद्धालु निर्भय होकर स्नान और दर्शन कर सकें।

अखिलेश यादव का योगी सरकार पर हमला: प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल उठाए

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाकुंभ मेला क्षेत्र में हुए घटनाक्रम पर योगी सरकार की आलोचना करते हुए सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि प्रयागराज के नगरीय क्षेत्र, जन परिवहन केंद्रों और विभिन्न शहरों में प्रयागराज जानेवाले मार्गों के बंद होने के कारण करोड़ों लोग सड़कों पर फंसे हुए हैं।

लापरवाही से पैदा हुई आपदा पर त्वरित कार्रवाई की मांग

अखिलेश यादव ने सरकार को यह चेतावनी दी कि इसे सामान्य बचाव की घटना नहीं, बल्कि शासनिक-प्रशासनिक लापरवाही से जन्मी आपदा माना जाए और तत्काल सक्रिय हो। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि सूर्यास्त से पहले श्रद्धालुओं को भोजन और पानी की राहत पहुंचाई जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। साथ ही, लापता श्रद्धालुओं को ढूंढकर उनके घरों तक पहुंचाने की बात कही। मृतकों के प्रति श्रद्धा प्रकट करते हुए उन्होंने समस्त समारोह और उत्सवधर्मिता रद्द करने का सुझाव दिया।

पंडित धीरेंद्र शास्त्री का संदेश: श्रद्धालुओं से धैर्य रखने की अपील

बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने महाकुंभ में मची भगदड़ पर प्रतिक्रिया देते हुए श्रद्धालुओं से एक वीडियो संदेश में कहा कि वे जहां भी हैं, वहां पवित्र स्नान करें। उन्होंने कहा कि इस समय करोड़ों श्रद्धालु महाकुंभ में मौजूद हैं और प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है।

दर्दनाक घटना पर शोक जताते हुए अपील

पंडित शास्त्री ने घटना को दुखद बताते हुए श्रद्धालुओं से अपील की कि वे धैर्य रखें। उन्होंने यह भी कहा कि अखाड़ों और संतों ने फैसला लिया है कि वे शाम के समय डुबकी लगाएंगे ताकि भक्तों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े

हमें जातियों के आधार पर नहीं बंटना चाहिए: स्वामी अवधेशानंद गिरि

जूना अखाड़े के स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा, “हमने सोचा कि श्रद्धालुओं को हमारी वजह से परेशानी न हो, इसलिए हमने अपना स्नान स्थगित कर दिया था। चूंकि स्थिति अब नियंत्रण में है, हम डुबकी लगाने आए हैं। सभी अखाड़े एक साथ डुबकी लगाने जा रहे हैं। मेरा संदेश है कि भारत एकजुट होना चाहिए और हमें जातियों के आधार पर नहीं बंटना चाहिए।”

भगदड़ के बाद हालात सामान्य, संगम घाट की ओर जा रही भीड़

मेला क्षेत्र में हुए हादसे के बाद स्थिति अब सामान्य हो गई है। सड़कों पर फिर से भारी भीड़ देखी जा रही है, और श्रद्धालु संगम घाट की ओर बढ़ रहे हैं।

ऐसा कोई विशेष स्थान नहीं है जहां श्रद्धालु डुबकी लगाने के लिए जमा हों: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा, “देश के तीनों शंकराचार्य आज यहां पवित्र डुबकी लगाने जा रहे हैं। कल देर रात हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और हर कोई दुखी है, लेकिन हमें सतर्क रहना चाहिए कि ऐसी कोई घटना न हो।” उन्होंने श्रद्धालुओं से धैर्य बनाए रखने और कुंभ क्षेत्र में कहीं भी पवित्र स्नान करने की अपील की, साथ ही यह कहा कि ऐसा कोई विशिष्ट स्थान नहीं है जहां श्रद्धालु डुबकी लगाने के लिए एकत्र हों।

भारत को एकजुट रहना चाहिए- आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज

मौनी अमावस्या पर जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा, “हमने सोचा कि हमारी वजह से श्रद्धालुओं को परेशानी न हो, इसलिए हमने स्नान स्थगित कर दिया था। अब स्थिति नियंत्रण में है, इसलिए हम स्नान करने आए हैं। सभी अखाड़े एक साथ स्नान करने जा रहे हैं। मेरा संदेश है कि भारत को एकजुट रहना चाहिए और हमें जातियों के आधार पर नहीं बंटना चाहिए। हम हिंदू हैं, हम सनातनी हैं।”

144 साल का संयोग बना भगदड़ की वजह!

प्रयागराज में महाकुंभ मेले में मंगलवार रात हुई भगदड़ की एक प्रमुख वजह 144 साल का दुर्लभ संयोग था, जिसे सरकार और साधु महात्माओं ने भी महत्व दिया था। इस शुभ मुहूर्त में श्रद्धालु संगम स्नान के लिए घाटों पर बैठे और लेटे हुए थे, तभी बेकाबू भीड़ ने अवरोधक तोड़कर उन्हें कुचल दिया।

अब तक 4.24 करोड़ लोगों ने किया स्नान

मेला प्रशासन द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, बुधवार दोपहर 12 बजे तक 10 लाख कल्पवासियों समेत कुल 4.24 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में पवित्र डुबकी लगाई। मेला शुरू होने से अब तक कुल 19.94 करोड़ श्रद्धालु संगम स्नान कर चुके हैं।

धैर्य बनाए रखें- प्रिया सरोज

सपा सांसद प्रिया सरोज ने महाकुंभ में भगदड़ के बाद श्रद्धालुओं से अपील की कि कृपया जल्दबाजी न करें और महाकुंभ के पवित्र संगम स्नान का आनंद लेने के लिए धैर्य बनाए रखें। उन्होंने बताया कि महाकुंभ स्नान 26 फरवरी तक चलेगा और अभी दो और अमृत स्नान होने हैं, इसलिए श्रद्धालुओं को धैर्य रखने की आवश्यकता है।

सांसद ने यह भी कहा कि श्रद्धालु अफवाहों से दूर रहें और अपने तथा अपने परिजनों का ध्यान रखें। यदि सुरक्षित रुकने या शयन करने की जगह नहीं मिलती है, तो कृपया संगम स्थल से दूर किसी सुरक्षित स्थान पर शयन का इंतजाम करें। सरकार पर पूरी तरह निर्भर न रहें, अपना ध्यान स्वयं रखें और अफवाहों से बचें।

महाकुंभ पर राजनीति न करें- राकेश टिकैत

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में पधारे श्रद्धालुओं से भाकियू अपील करती है कि संगम के अलावा अन्य स्नान घाटों पर भी स्नान करें और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए धीरे-धीरे अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करें। उन्होंने यह भी कहा कि महाकुंभ राजनीति का नहीं, बल्कि अपार श्रद्धा का दिव्य महोत्सव है, और सभी को एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए।

संगम में डुबकी लगाने के लिए बड़ी संख्या में जा रहे श्रद्धालु

संगम नोज की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में अभी कोई कमी नहीं आई है, और बड़ी संख्या में श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगाने के लिए संगम की ओर बढ़ रहे हैं।

सुबह से मेला क्षेत्र में लगातार घूम रही एंबुलेंस

मौनी अमावस्या के शाही स्नान से पहले संगम पर हुई भगदड़ के बाद पुलिस प्रशासन ने अपनी चौकसी बढ़ा दी है और अधिकांश क्षेत्रों में लगे बैरियर को खोल दिया गया है। इसके बाद एक खास स्थिति देखने को मिल रही है, जो चर्चा का विषय बनी हुई है। सुबह से मेला क्षेत्र में एंबुलेंस लगातार घूम रही हैं, जिससे प्रशासन की सतर्कता साफ नजर आ रही है।

अखाड़े अपने देवताओं के साथ त्रिवेणी संगम की ओर बढ़ रहे

मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान के लिए नागा साधु और अखाड़े त्रिवेणी संगम की ओर बढ़ रहे हैं। संगम घाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी है, और कक्षप द्वार से संगम घाट की ओर श्रद्धालुओं का रेला लगातार बढ़ता जा रहा है।

अब तक 20 करोड़ से अधिक ने किया स्नान

मौनी अमावस्या के मौके पर अमृत स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पहुंचे, और ड्रोन से घाटों की तस्वीरें ली गई। आज दोपहर 12 बजे तक करीब 4.24 करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाई, जिससे अब तक कुल स्नान करने वालों की संख्या 20 करोड़ से अधिक हो चुकी है।

त्रिवेणी संगम की ओर बढ़ रहे संत और नागा

मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान के लिए संत और नागा श्रद्धालु त्रिवेणी संगम की ओर बढ़ रहे हैं, जहां वे पवित्र स्नान करेंगे।

महाकुंभ में हुई दुःखद घटना पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल का बयान

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में हुई दुःखद घटना अत्यंत पीड़ादायक है। इस हादसे में जिन श्रद्धालुओं ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवारों को इस कठिन समय में संबल दें। साथ ही, मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।

साधु-संतों पर फूलों की वर्षा

अमावस्या के दिन त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान कर रहे साधु-संतों पर श्रद्धालुओं ने फूलों की वर्षा की, जिससे वातावरण पवित्रता और आस्था से भर गया।

अमृत स्नान के लिए साधु-संतों का मार्च

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा, “हम अमृत स्नान के लिए जा रहे हैं और मेरे साथ हजारों साधु-संत और नागा संत भी हैं। हम जल्द ही घाट को खाली कर देंगे ताकि यहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं को पवित्र स्नान में सुविधा मिल सके।”

अखाड़ों का अमृत स्नान शुरू

मौनी अमावस्या पर अखाड़ों का अमृत स्नान शुरू हो गया है। यह पहले की तरह निर्धारित क्रम में ही किया जाएगा। भारी पुलिस बल की निगरानी में अखाड़ों ने त्रिवेणी संगम की ओर प्रस्थान किया है।

DIG वैभव कृष्ण ने कहा, अमृत स्नान शुरू होने वाला है

महाकुंभ के DIG वैभव कृष्ण ने कहा, “अमृत स्नान शुरू होने वाला है और यह परंपरागत क्रम के अनुसार ही होगा। पुलिस और प्रशासन सभी अखाड़ों को उनके परंपरागत क्रम में जाने में मदद करेगा। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। हम आज सुबह की घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं, जो कि लोगों की भारी भीड़ के कारण हुई। 10 करोड़ से अधिक लोगों के पहुंचने की उम्मीद है।”

दिगंबर नागा बाबा चिदानंद पुरी ने घटना को बताया आकस्मिक

मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के बाद पंचायती निरंजनी अखाड़े के दिगंबर नागा बाबा चिदानंद पुरी ने कहा, “आज एक आकस्मिक घटना के कारण हमारी (अखाड़ों की) शोभा यात्रा नहीं निकाली जा सकी। अब हम कम संख्या में पवित्र डुबकी लगाने आ रहे हैं।”

प्रयागराज हादसे में किच्छा की महिला की मौत

प्रयागराज में हुए हादसे में उधमसिंह नगर जिले के किच्छा की 57 वर्षीय महिला गुड्डी देवी की मौत हो गई। महिला अपने बेटे और बहू के साथ यात्रा पर गई थीं, लेकिन भगदड़ के दौरान वह उनसे बिछड़ गईं।

शव मिलने के बाद परिवार की वापसी

आज सुबह 6 बजे महिला के बेटे को उनका शव मिल गया। फिलहाल प्रयागराज में कागजी कार्रवाई चल रही है, और शव मिलने के बाद परिवार लौटने की तैयारी कर रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी का प्रयागराज हादसे पर बयान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रयागराज में हुए हादसे का जिक्र किया। उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा, “जो लोग अपनों को खो चुके हैं, उनके साथ हमारी पूरी सहानुभूति है।”

घायलों के लिए शुभकामनाएं और स्नान की पुनः शुरुआत
प्रधानमंत्री ने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की और कहा कि महाकुंभ का हादसा बहुत दुखद था। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ समय के लिए स्नान को रोका गया था, लेकिन अब उसे फिर से शुरू कर दिया गया है।

बंगाल से आए श्रद्धालुओं की चिंताएं

महाकुंभ में बंगाल से आए श्रद्धालु अपने परिजनों से बिछुड़ गए थे, जिससे उन्हें अनहोनी की चिंता सताने लगी थी। यह स्थिति उनके लिए बहुत परेशान करने वाली थी, और वे अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित थे।

मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट से मिली राहत
श्रद्धालुओं का मोबाइल बैटरी खत्म हो गया था, जिसके कारण वे आपस में संपर्क नहीं कर पा रहे थे। मेला क्षेत्र में एक युवक 50 रुपए प्रति घंटे पर मोबाइल चार्ज कर रहा था। जैसे ही श्रद्धालुओं ने चार्जिंग प्वाइंट देखा, उन्होंने वहां पहुंचकर अपने मोबाइल को चार्ज किया और फिर अपनों से संपर्क कर उनकी सुरक्षित स्थिति की जानकारी प्राप्त की। यह सुनकर उन्होंने राहत की सांस ली।

साधु का आह्वान: गंगा नदी में डुबकी लगाने का महत्व

महाकुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम पर दूसरे अमृत स्नान पर एक साधु ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे इस पवित्र अवसर का लाभ उठाकर गंगा नदी में डुबकी लगाएं। उन्होंने कहा, “गंगा में डुबकी लगाने से आत्मा को शांति मिलती है और यह एक महान धार्मिक अनुभव होता है।”

दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं पर चिंता
साधु ने कहा कि कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुईं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यह समय है जब सभी को सावधान रहकर इस महापर्व का आनंद लेना चाहिए। साथ ही, उन्होंने सभी को स्वस्थ रहने की शुभकामनाएं दी।

जेपी नड्डा ने कुंभ हादसे पर व्यक्त की संवेदना, राहत कार्यों का किया जिक्र

बीजेपी अध्यक्ष ने पीड़ित परिवारों के प्रति जताई गहरी सहानुभूति

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रयागराज कुंभ में हुए दुःखद हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “इस घटना से मन अत्यंत व्यथित है और मैं पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ।” नड्डा ने घायल श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्थानीय प्रशासन से वे लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी के सभी कार्यकर्ता राहत और बचाव कार्यों में तत्पर हैं, और पीड़ितों की सुरक्षा और सहायता हेतु पूरी तरह से सक्रिय हैं।

SSP राजेश द्विवेदी ने किया अफवाहों का खंडन, कहा- कोई भगदड़ नहीं हुई

श्रद्धालुओं से की अपील, अमृत स्नान शांतिपूर्ण तरीके से होगा

कुंभ मेला के SSP राजेश द्विवेदी ने मीडिया से बातचीत में अफवाहों का खंडन किया और कहा कि “कोई भगदड़ नहीं हुई, केवल अत्यधिक भीड़भाड़ के कारण कुछ श्रद्धालु घायल हुए हैं।” उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे शांतिपूर्ण तरीके से स्नान करें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। द्विवेदी ने बताया कि कई घाटों का विकास किया गया है, जहां श्रद्धालु आसानी से स्नान कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अमृत स्नान जल्द ही शुरू होगा और यह शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होगा।

कुंभ में कुछ लोगों को खोना पड़ा- पीएम मोदी

दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज कुंभ में हुए दुखद हादसे पर अपनी संवेदना व्यक्त की। पीएम मोदी ने कहा, “कुंभ में कुछ लोगों को खोना पड़ा है, यह बहुत दुखद है।” उन्होंने यूपी सरकार से निरंतर संपर्क बनाए रखने की जानकारी भी दी, और राहत एवं बचाव कार्यों की तेज़ी से कार्रवाई पर जोर दिया।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाकुंभ भगदड़ हादसे पर जताया दुःख

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने इस घटना को लेकर शोक व्यक्त करते हुए प्रशासन से निर्देश दिए कि वह हालात पर कड़ी नजर बनाए रखें और घायलों को हर संभव मदद प्रदान करें।

अमित शाह ने यह भी कहा कि घायलों को शीघ्र चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए और राहत कार्यों में कोई कसर न छोड़ी जाए। इस दुखद घटना के बाद केंद्र सरकार द्वारा पूर्ण समर्थन की बात की गई है।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने महाकुंभ भगदड़ पर जताया दुःख

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने इस दुर्घटना को अत्यंत पीड़ादायक बताते हुए ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगतों की आत्मा को शांति मिले और उनके परिजनों को इस कठिन समय में सहनशक्ति प्राप्त हो। मुख्यमंत्री ने बाबा केदार से सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की।

यह घटना न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए दुखद है। मुख्यमंत्री ने घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि यह समय सभी के लिए एकजुटता और सहानुभूति का है।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने महाकुंभ भगदड़ पर जताया दुःख

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ को लेकर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यह दुर्घटना अत्यंत पीड़ादायक है और वह ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगतों की आत्मा को शांति मिले और शोक संतप्त परिजनों को संबल मिले। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने बाबा केदार से सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।

इस दुःखद घटना ने पूरे देश को शोकित कर दिया है, और मुख्यमंत्री ने घायलों के जल्दी ठीक होने की भी कामना की है।

त्रिवेणी संगम पर संतों का आगमन शुरू

मौनी अमावस्या के अवसर पर दूसरे अमृत स्नान के लिए संतों का त्रिवेणी संगम पहुंचना शुरू हो गया है।

प्रयागराज जाने वाले रास्ते बंद

भारी भीड़ के कारण प्रयागराज की ओर जाने वाली सड़कों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। भीड़ कम होते ही रास्ते खोले जाएंगे, हालांकि इससे कई जगह जाम की स्थिति बन गई है।

राष्ट्रपति ने भगदड़ पर जताई संवेदना

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाकुंभ में हुई भगदड़ को अत्यंत दुखद बताते हुए शोक-संवेदना व्यक्त की। उन्होंने हताहत श्रद्धालुओं के परिवारों के प्रति संवेदनाएं जताईं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।

रक्षा मंत्री ने भगदड़ पर जताया शोक

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने महाकुंभ हादसे को बेहद दुखद बताते हुए शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद कर रहा है।

SSP कुंभ मेला बोले – भगदड़ नहीं, सिर्फ भीड़भाड़

SSP राजेश द्विवेदी ने स्पष्ट किया कि कोई भगदड़ नहीं हुई, बल्कि अत्यधिक भीड़ के कारण कुछ श्रद्धालु घायल हुए। उन्होंने अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की और कहा कि श्रद्धालु खुले घाटों पर आराम से स्नान करें। अमृत स्नान जल्द शुरू होगा और शांति से संपन्न होगा।

महाकुंभ: जल्द शुरू होगा अमृत स्नान, DIG ने दी जानकारी

DIG वैभव कृष्ण ने कहा, “अमृत स्नान परंपरागत क्रम में शुरू होने वाला है। पुलिस और प्रशासन अखाड़ों को सहयोग कर रहा है। स्थिति नियंत्रण में है। सुबह की घटना भारी भीड़ के कारण हुई, जिसकी जांच जारी है। करीब 10 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है।”

एम्बुलेंसकर्मियों ने भगदड़ में बिछड़े बच्चों को परिवार से मिलाया

प्रयागराज भगदड़ में एम्बुलेंसकर्मियों ने बिछड़े बच्चों को उनके परिवार से मिलाने में अहम भूमिका निभाई। असम की मोर्णिमा को भगदड़ के दौरान पिता ने बचाने के लिए एम्बुलेंस में बैठा दिया, बाद में कर्मियों की मदद से वह अपने पिता से मिली। बिहार का रितेश अपनी दादी से बिछड़ गया और आंसू बहा रहा है, दादी का पता नहीं चल सका।

वाराणसी कैंट स्टेशन पर श्रद्धालुओं की भीड़

प्रयागराज जाने के लिए वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, ट्रेन के इंतजार में लंबी कतारें लगीं।

अखाड़ों के स्नान पर डीआईजी का बयान

डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने कहा कि अखाड़े तय क्रम में स्नान करेंगे। भारी भीड़ के चलते अखाड़ों ने पहले भीड़ नियंत्रण पर ध्यान देने का सुझाव दिया। प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और किसी को रोका नहीं जा रहा।

महाकुंभ भगदड़: क्या बोले श्री श्री रविशंकर?

श्री श्री रविशंकर ने हादसे पर दुख जताया और कहा कि सरकार ने बेहतरीन व्यवस्थाएं की थीं, फिर भी यह घटना हुई। उन्होंने प्रभावित परिवारों के लिए प्रार्थना की और श्रद्धालुओं से कुंभ में जाने की अपील की।

महाकुंभ भगदड़ पर पीएम मोदी का बयान

प्रयागराज महाकुंभ में हादसा बेहद दुखद है। जिन्होंने अपनों को खोया, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रशासन हरसंभव मदद में जुटा है। मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बात की है और राज्य सरकार से लगातार संपर्क में हूं।

भगदड़ के बाद CM Yogi का बयान

8 बजे तक 2.78 करोड़ लोगों ने लगाई डुबकी

महाकुंभ में आस्था की विशाल लहर उमड़ रही है। आज सुबह 8 बजे तक 2.78 करोड़ श्रद्धालु पवित्र संगम में स्नान कर चुके हैं। अब तक कुल 19.94 करोड़ से अधिक भक्त महाकुंभ में आकर आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। श्रद्धालुओं का यह सैलाब संगम तट पर आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर माहौल बना रहा है। प्रशासन भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में जुटा हुआ है।

अमित शाह ने की सीएम योगी से बात

गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बातचीत की और महाकुंभ में हुई भगदड़ की पूरी जानकारी ली। उन्होंने स्थिति पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया।

 

महाकुंभ में भगदड़ को लेकर सपा ने X पर किया पोस्ट

भगदड़ के बाद कई लोगों की मौत की आशंका

प्रशासन के अनुसार मेला क्षेत्र में कुछ महिलाओं के दम घुटने से अफरा-तफरी मच गई जिसके चलते धक्का-मुक्की होने लगी। इस दौरान कई श्रद्धालु एक-दूसरे के ऊपर गिर पड़े, जिससे बेरीकेडिंग टूट गई। हादसे में करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। भगदड़ की सूचना मिलते ही 50 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं और घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया। फिलहाल घायलों का इलाज मेला परिसर में बने केंद्रीय अस्पताल में जारी है।

भगदड़ के बाद जगदगुरू रामभद्राचार्य ने क्या कहा

महाकुंभ में भगदड़ के बाद जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य ने सुझाव दिया कि स्नान रद्द कर देना चाहिए। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा, “आज प्रयागराज में भारी भीड़ उमड़ी है, इसलिए सभी केवल संगम घाट पर ही स्नान करने पर जोर न दें। इस समय अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें और अपने शिविरों की ओर लौट जाएं।” उधर अखाड़ा परिषद और प्रशासन के बीच बैठक जारी है जिसमें स्थिति की समीक्षा कर आगे का फैसला लिया जाएगा।

पीएम मोदी ने सीएम योगी से फोन पर की बात

राहत और बचाव कार्य जारी 

भगदड़ के बाद 13 अखाड़ों के बीच बैठक जारी

महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद अखाड़ों ने निर्णय लिया है कि वे मौनी अमावस्या का अमृत स्नान नहीं करेंगे। इसी बीच प्रशासन और 13 अखाड़ों के बीच बैठक जारी है। माना जा रहा है कि इस बैठक में ही अमृत स्नान को लेकर अंतिम फैसला लिया जाएगा।

आज का अमृत स्नान रद्द

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने बताया कि आज का अमृत स्नान रद्द कर दिया गया है। भगदड़ की घटना के बाद अखाड़ों ने यह निर्णय लिया है। जूना अखाड़ा, आवाहन अखाड़ा और अग्नि अखाड़ा ने भी स्नान को फिलहाल स्थगित कर दिया है। अमृत स्नान पर अंतिम निर्णय हालात की समीक्षा के बाद लिया जाएगा।

फिलहाल स्नान स्थगित किया गया

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने बताया कि आज का अमृत स्नान रद्द कर दिया गया है। भगदड़ की घटना के बाद अखाड़ों ने यह निर्णय लिया। जूना अखाड़ा, आवाहन अखाड़ा और अग्नि अखाड़ा ने भी स्नान को फिलहाल स्थगित कर दिया है। अमृत स्नान को लेकर फैसला हालात का आकलन करने के बाद लिया जाएगा।

अफवाहों से मची भगदड़

जानकारी के अनुसार, मेला क्षेत्र में भगदड़ की वजह से कुछ बुजुर्ग और महिलाएं दम घुटने के कारण बेहोश हो गईं। इसके बाद अफवाह फैलने से स्थिति और बिगड़ गई। करीब 20 से 25 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। अफवाह के कारण मेला क्षेत्र में भगदड़ मच गई।

भीड़ नियंत्रण के लिए अधिकारी तैनात

महाकुंभ (Mahakumbh 2025) में श्रद्धालुओं की एंट्री फिलहाल रोक दी गई है। शहर के बाहरी इलाकों में ही श्रद्धालुओं के समूहों को रोका जा रहा है। भीड़ प्रबंधन की जिम्मेदारी 10 से अधिक जिलाधिकारियों को सौंपी गई है। प्रयागराज की सीमा पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को तैनात कर दिया गया है।

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