Mahakumbh 2025 : महाकुंभ के चौथे दिन श्रद्धालुओं का सैलाब, दूसरे ‘अमृत स्नान’ की तैयारी जोरों पर

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के चौथे दिन आस्था का सागर उमड़ पड़ा है, जहां हजारों श्रद्धालु पवित्र गंगा में डुबकी लगा रहे हैं। मकर संक्रांति के प्रथम 'अमृत स्नान' के सफल आयोजन के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौनी अमावस्या के आगामी दूसरे स्नान की तैयारियों का जायजा लिया।

Mahakumbh 2025
Mahakumbh 2025 : मौनी अमावस्या पर उमड़ने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि महाकुंभ मेले में आने वाले अनुमानित 10 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं समय पर सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने संगम क्षेत्र में बिजली, पानी, परिवहन और ट्रेनों की सुविधा के समुचित समन्वय पर विशेष ध्यान देने को कहा। बुधवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के स्नान पर्वों पर अब तक 6 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र त्रिवेणी में स्नान कर चुके हैं।

बेहतर सुविधाओं पर जोर

संगम क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क को मजबूत बनाने और घाटों की बैरिकेडिंग को लेकर भी कार्य प्रगति पर है। प्रशासन का अनुमान है कि मौनी अमावस्या पर 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान के लिए पहुंच सकते हैं। मुख्यमंत्री योगी 21-22 जनवरी को संगम किनारे कैबिनेट बैठक भी कर सकते हैं, ताकि दूसरे अमृत स्नान की तैयारियों को और पुख्ता किया जा सके। प्रशासन ने पहले अमृत स्नान के दौरान सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा कर ली है, जिससे अगले स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

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आस्था और संस्कृति का उत्सव

इस बार महाकुंभ में आस्था और अध्यात्म का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है। यहां साधु-संतों की विविधता, हठयोगियों के विशेष प्रदर्शन और अंतरराष्ट्रीय भक्तों की उपस्थिति ने महाकुंभ को और भी खास बना दिया है। इस आयोजन में IIT इंजीनियर से साधु बने बाबा अभय सिंह, कांटों पर लेटने वाले बाबा मलंग, और जापान से आई महिला साध्वी कैइको अकावा जैसे संत विशेष आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। महाकुंभ अब सिर्फ आस्था का मेला नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार का एक अद्भुत मंच बन चुका है।

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