Prayagraj : प्रशासन ने निषादों के लिए किया बड़ा एलान, क्या यह कदम निषादों की आर्थिक स्थिति मे ला सकेगा सुधार

प्रयागराज प्रशासन की महाकुंभ 2025 की योजना से निषाद समुदाय को फायदा मिलेगा। वे तीर्थयात्रियों को नाव से ले जाकर और घाटों की देखभाल करके कमाई कर सकेंगे। यह पहल उनकी सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करने के साथ-साथ रोजगार के मौके भी देगी।

Nishad community Mahakumbh 2025

Uttar Pradesh News : महाकुंभ 2025 में निषाद समुदाय की किस्मत चमकने वाली है। प्रयागराज प्रशासन ने इस बार निषाद समुदाय के लोगों के लिए खास इंतजाम करने का ऐलान किया है। ये ऐलान निषादों की लंबे समय से चली आ रही मांगों को पूरा करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।

सरकार ने दिया रोजगार का मौका

महाकुंभ के आयोजन में इस बार निषाद समुदाय के लिए रोजगार के नए रास्ते खोले जा रहे हैं। प्रशासन ने ऐलान किया है कि निषाद समुदाय के लोग अपनी नावों का इस्तेमाल श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचाने के लिए कर सकेंगे। इसके अलावा, घाटों की सफाई और सुरक्षा से जुड़े कार्यों में भी निषादों को शामिल किया जाएगा।

श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर जोर

महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। ऐसे में प्रशासन का ध्यान सुविधाओं को बेहतर बनाने पर है। निषादों की नावों को खास तरीके से सुसज्जित किया जाएगा ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और आरामदायक यात्रा कर सकें। नावों की संख्या बढ़ाने और उनके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी तेज की जा रही है।

सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा

प्रशासन का कहना है कि यह कदम न केवल रोजगार के अवसर देगा, बल्कि निषाद समुदाय की सांस्कृतिक पहचान को भी बढ़ावा देगा। उनके पारंपरिक ज्ञान और कौशल का सम्मान करते हुए, उन्हें महाकुंभ का अभिन्न हिस्सा बनाया जाएगा।

निषाद समुदाय में उत्साह

इस फैसले से निषाद समुदाय में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। कई निषादों ने इसे अपनी संस्कृति और परंपरा के लिए सम्मानजनक कदम बताया। समुदाय के नेताओं का कहना है कि महाकुंभ के दौरान रोजगार के इन अवसरों से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

प्रशासन की तैयारी जोरों पर

महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर हैं। घाटों की सफाई, यातायात व्यवस्था, और श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है। निषाद समुदाय के लोगों के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे ताकि वे अपनी भूमिका बेहतर तरीके से निभा सकें।

आखिरी बात

प्रयागराज प्रशासन का यह फैसला निषादों के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आया है। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि उनकी पारंपरिक भूमिका को भी एक नई पहचान मिलेगी। निषाद इसे आर्थिक विकास और सम्मान की ओर एक बड़ा कदम मानते हैं।

Exit mobile version