Maulana Shahabuddin News: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के आगामी बरेली दौरे से ठीक पहले, ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा बयान देकर हलचल मचा दी है। मौलाना ने सपा के नेतृत्व पर सीधा सवाल उठाते हुए पूछा है कि “कब तक मुसलमानों के कंधों पर सवार होकर यादव परिवार मुख्यमंत्री बनेगा?” उन्होंने अखिलेश यादव से स्पष्ट मांग की है कि यदि वह वास्तव में मुस्लिम समुदाय के वोटों और समर्थन का सम्मान करते हैं, तो उन्हें 2027 के अगले विधानसभा चुनाव के लिए किसी मुसलमान नेता को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करना चाहिए।
मौलाना बरेलवी ने उत्तर प्रदेश की आबादी में 20% हिस्सेदारी वाले मुस्लिमों के योगदान को याद दिलाते हुए कहा कि मुसलमानों के सहयोग से ही मुलायम सिंह यादव कई बार और अखिलेश यादव एक बार मुख्यमंत्री बने। उन्होंने पार्टी के भीतर आजम खान और शिवपाल यादव जैसे प्रमुख नेताओं को हाशिए पर धकेलने को भी सपा की हार का कारण बताया है।
20% आबादी के हक में आएं अखिलेश
Maulana Shahabuddinन रजवी बरेलवी ने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि अब मुसलमानों की बारी है। उन्होंने अखिलेश यादव से अपील की है कि वह तत्काल सपा की कार्यकारिणी की बैठक बुलाएं और मुसलमान मुख्यमंत्री बनाए जाने का प्रस्ताव पारित करें। मौलाना ने चेतावनी दी कि समाजवादी पार्टी का ढांचा मुख्य रूप से मुसलमानों के समर्थन पर टिका है, लेकिन सत्ता में रहने के दौरान पार्टी ने उन्हें टिकटों और नेतृत्व दोनों में उचित हिस्सेदारी नहीं दी।
Maulana Shahabuddin ने स्पष्ट किया कि यदि 2027 के चुनाव में आबादी के अनुपात में मुसलमानों को टिकट नहीं दिए गए, तो पार्टी के भीतर ही बड़ा विद्रोह हो सकता है। अखिलेश यादव द्वारा मुस्लिम घरों में खाना खाने पर तंज कसते हुए, मौलाना रज़वी ने कहा कि किसी एक घर में जाकर भोजन कर लेने से पूरी कौम का भला नहीं हो सकता, क्योंकि आज का मुसलमान जागरूक और पढ़ा-लिखा है, और वह सब कुछ अच्छी तरह समझता है।



