CCS University: राष्ट्रहित और राष्ट्रवाद की बात करने वाले मशहूर कवि डॉ. हरिओम पंवार के परिवार से एक ऐसा कारनामा सामने आया है जिसने पूरे देश में कोहराम मचा दिया है। डॉ. हरिओम पंवार जिनकी ओजस्वी कविताओं ने देश-दुनिया में पहचान बनाई उनके भाई की पत्नी सीमा पंवार ने एक विवादास्पद कदम उठाकर सनसनी फैला दी है। सीमा पंवार जो चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (CCS University) मेरठ में राजनीति विज्ञान विभाग की प्रमुख (HOD) और परीक्षा-मूल्यांकन टीम की सदस्य हैं, ने एक प्रश्नपत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को कथित तौर पर आतंकवाद और कट्टरपंथ से जोड़ दिया जिससे हंगामा खड़ा हो गया।
जानें क्या है पूरा विवाद
मामला तब सामने आया जब सीमा पंवार द्वारा तैयार किए गए राजनीति विज्ञान के पेपर में एक वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछा गया जिसमें पूछा गया, “निम्न में से कौन सा परमाणु समूह नहीं है?” इसके विकल्पों में नक्सली समूह, जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट, दल खालसा के साथ तीसरे नंबर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का नाम शामिल था। इस प्रश्न ने सीधे तौर पर आरएसएस को कट्टरपंथी और आतंकवादी संगठनों की श्रेणी में रखने का संकेत दिया जो विवाद का मूल कारण बना।
चूंकि मामला आरएसएस से जुड़ा था जो एक प्रमुख राष्ट्रवादी संगठन माना जाता है इसने तुरंत देशभर में आक्रोश पैदा कर दिया। सोशल मीडिया पर लोग इस घटना की निंदा करने लगे और कई संगठनों ने इसकी कड़ी भर्त्सना की। शुरुआत में विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले को दबाने की कोशिश की लेकिन विरोध बढ़ने पर सारा सच सामने आ गया।
सीमा पंवार पर त्वरित कार्रवाई, लेकिन नाराजगी बरकरार
विवाद बढ़ते देख चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (CCS University) ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सीमा पंवार को परीक्षा और मूल्यांकन कार्यों से आजीवन प्रतिबंधित कर दिया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि जांच के बाद सीमा पंवार को प्रश्नपत्र तैयार करने के लिए जिम्मेदार पाया गया जिसके चलते यह सख्त कदम उठाया गया। हालांकि यह कार्रवाई नाराज लोगों को शांत करने में नाकाम रही।
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आरएसएस समर्थक और अन्य लोग सीमा पंवार के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि केवल डिबार करना पर्याप्त नहीं है बल्कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। कई लोगों ने इसे जानबूझकर किया गया अपमानजनक कदम करार दिया है और मांग की है कि दोषी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो।
डॉ. हरिओम पंवार का परिवार और विवाद
डॉ. हरिओम पंवार जो मनेल-राष्ट्रकवि के नाम से जाने जाते हैं अपनी राष्ट्रवादी कविताओं के लिए देश-विदेश में मशहूर हैं। उनके परिवार का इस तरह के विवाद से जुड़ना चौंकाने वाला है क्योंकि उनका नाम हमेशा राष्ट्रहित और सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ा जाता रहा है। सीमा पंवार जो उनके भाई की पत्नी हैं, के इस कदम ने न केवल परिवार की छवि पर सवाल उठाए हैं बल्कि इस घटना ने सामाजिक और राजनीतिक मंचों पर भी बहस छेड़ दी है।
सोशल मीडिया पर उठी क्या मांग?
विवाद के बाद सोशल मीडिया पर #JusticeForRSS और #CCSUControversy जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। लोगों का कहना है कि यह घटना एक सुनियोजित साजिश हो सकती है और इसके पीछे के मकसद की जांच होनी चाहिए। कुछ ने इसे विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रणाली में गंभीर खामी का संकेत माना है जिसमें इस तरह के संवेदनशील प्रश्न शामिल हो गए। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि सीमा पंवार की नियुक्ति और उनके द्वारा तैयार प्रश्नपत्र की जांच उच्च अधिकारियों को करनी चाहिए। इस घटना ने न केवल विश्वविद्यालय प्रशासन बल्कि शिक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।