देश के चर्चित वित्तीय अपराधी मेहुल चोकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स पर कड़ी जांच शुरू हो गई है। मुम्बई की PMLA (पैसे की चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम) कोर्ट ने कंपनी और उसके कई संपत्तियों की जांच के आदेश जारी किए हैं, साथ ही कई संपत्तियों को नीलाम करने का भी निर्देश दिया है। यह कार्रवाई चोकसी के खिलाफ चल रही मनी लॉन्ड्रिंग जांच का हिस्सा है।
पिछले कई वर्षों से मेहुल चोकसी मनी लॉन्ड्रिंग और फर्जीवाड़े के आरोपों में फंसे हुए हैं, और उनके कई विदेशी ठिकानों को सीबीआई और अन्य एजेंसियां संदेह के आधार पर ट्रैक कर रही हैं। गीतांजलि जेम्स, जो भारत की प्रमुख आभूषण कंपनी है, की कई संपत्तियां इस मामले में संदेह के घेरे में हैं। कोर्ट ने इन संपत्तियों की जांच के लिए सर्वे कराने और नीलामी प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया है।
कोर्ट के आदेश के मुताबिक, ये नीलामी भारत की कानून व्यवस्था और न्यायिक प्रणाली की कड़ी कार्रवाई दर्शाती है, जिससे यह साबित होता है कि वित्तीय अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया जा रहा है। जांच एजेंसियां इस पूरे प्रकरण में कठोर कार्रवाई करके भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने के प्रयासों को तेज कर रही हैं।
इस कार्रवाई से टैक्स चोरी और वैध कारोबार पर दबाव बनाया जाएगा, और यह निवेशकों और सामान्य जनता को यह संदेश देता है कि देश में वित्तीय पारदर्शिता को आदर्श बनाया जाएगा। साथ ही, यह कार्रवाई कानूनी प्रणाली की मजबूती और तेजी का भी परिचायक है।
