MirzapurTrainAccident:मिर्जापुर के चुनार रेलवे स्टेशन पर बुधवार सुबह बड़ा रेल हादसा हो गया। कालका-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से 8 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, ये सभी श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए मिर्जापुर आए थे। लेकिन ट्रेन से गलत दिशा में उतरने के बाद जब वे प्लेटफॉर्म पार कर रहे थे, तभी कालका-हावड़ा एक्सप्रेस वहां से गुजरी और उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। हादसे की खबर फैलते ही स्टेशन परिसर में अफरातफरी मच गई।
सूचना मिलते ही पुलिस और रेलवे प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गईं और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और घायलों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सभी श्रद्धालु गोमो-चोपन पैसेंजर ट्रेन से चुनार रेलवे स्टेशन पर उतरे थे। प्लेटफॉर्म क्रॉस करते समय उन्होंने गलती से विपरीत दिशा का रास्ता लिया, तभी सामने से कालका-हावड़ा एक्सप्रेस आ गई और यह दर्दनाक हादसा हो गया। घटना के बाद कई यात्रियों में आक्रोश और भय का माहौल है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी मौके पर पहुंचने और घायलों की मदद करने के आदेश दिए हैं। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है और घायलों के बेहतर इलाज का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में भी एक भीषण रेल हादसा हुआ था, जहां एक लोकल पैसेंजर ट्रेन की मालगाड़ी से टक्कर में 11 लोगों की मौत और 20 से अधिक घायल हो गए थे। रेल सुरक्षा पर सवाल उठाते इन लगातार हादसों ने रेलवे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। हादसे की जांच के आदेश दिए जा चुके हैं और रिपोर्ट आने के बाद कारणों का खुलासा होगा।
