लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में रविवार की रात पुलिस और बदमाश के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग हुई। तभी पुलिस की गोली लगने से बदमाश नरेश पंडित उर्फ पंकज मारा गया। एनकाउंटर के वक्त एसपी ग्रामीण अनुज चौधरी बाल-बाल बचे। उनके सीने पर बदमाश ने फायर किए। एएसपी की बुलेट प्रूफ जैकेट में गोली धंस गई। वहीं, थाना रामगढ़ प्रभारी संजीव दुबे गोली लगने से घायल हो गए। मारे गए बदताश पर 50 हजार का इनाम घोषित था। उसने कुछ दिन पहले एक बड़ी लूट की घटना को अंजाम दिया था।
एएसपी अनुज चौधरी के सुचना मिली थी बदमाश नरेश मक्खनपुर क्षेत्र छिपा हुआ है। पुलिसबल के साथ एएसपी ने उसे घेर लिया। पुलिस ने बदमाश को सरेंडर करने को कहा। जिस पर उसने फायरिंग शुरू कर दी। करीब 20 मिनट तक दोनों तरफ से फायरिंग हुई। गोलीबारी रूकी तो बदमाश पुलिस की गोली लगने से ढेर हो गया था। बदमाश नरेश पर 2 करोड़ रुपए लूटने का आरोप था। वह पुलिस कस्टडी में था। पुलिस रविवार दोपहर माल बरामदगी के लिए उसे ले जा रही थी, तभी वह चकमा देकर फरार हो गया। इसके बाद से पुलिस उसकी तलाश में थी। उस पर लूट और डकैती समेत 9 मुकदमे दर्ज थे।
अलीगढ़ के अरनी का रहने वाले नरेश ने 30 सितंबर को 2 करोड़ रुपए की लूट की थी। उस दिन कानपुर से आगरा जा रही जीके कंपनी की कैश वैन को नरेश ने अपने साथियों को लूट लिया था। पुलिस ने शनिवार रात इस मामले का खुलासा करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें नरेश भी था। बदमाशों के पास से लगभग 1 करोड़ रुपए और दो कारें बरामद की थीं। रविवार दोपहर रामगढ़ थाने के इंस्पेक्टर चमन शर्मा तीन सिपाहियों के साथ आरोपी नरेश को माल बरामदगी के लिए ले जा रहे थे। थाना मक्खनपुर क्षेत्र के खेड़ा गणेशपुर के पास नरेश ने पेट दर्द का बहाना बनाया। पुलिस ने उसे बाजरे के खेत में हथकड़ी लगाकर बैठाया और सिपाही पानी लेने चले गए। इसी दौरान नरेश खेतों के रास्ते फरार हो गया।
घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी सौरभ दीक्षित ने जिलेभर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित की गईं। पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की। रात करीब 8 बजे थाना मक्खनपुर क्षेत्र में पुलिस टीम ने आरोपी नरेश को घेर लिया। खुद को बचाने के लिए नरेश ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान एक गोली थाना प्रभारी संजीव दुबे को लगी और दूसरी एसपी ग्रामीण अनुज चौधरी की बुलेट प्रूफ जैकेट में फंस गई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली नरेश के सीने में लगी। उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बदमाश को शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
एसएसपी सौरभ दीक्षित ने बताया पूछताछ में नरेश ने बताया था कि लूट का पैसे कार के दो सीक्रेट कंपार्टमेंट में रखे थे। एक कंपार्टमेंट से बदमाशों ने रुपए निकाल लिए थे। दूसरे कंपार्टमेंट से नरेश ने रुपए निकाले थे। इस रुपए को दूसरे बदमाशों से छिपाकर अपने यूज के लिए कहीं रखा था। नरेश की बताई जगह से पुलिस ने 30 लाख रुपए और बरामद किए थे। दोबारा पूछताछ में और कैश छिपाने की बात पुलिस को बताई। पुलिस नरेश को लेकर माल बरामदगी के लिए जा रही थी। उसने रुपए घटना स्थल के पास कहीं छिपाए थे। रास्ते में वह पेट दर्द का बहाना बनाकर पुलिस को चकमा देकर भाग गया था। पुलिस ने केस दर्ज करते हुए आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी। रात आठ बजे चेकिंग के दौरान पुलिस को बदमाश दिखाई दिया। पुलिस को देखते ही उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लगी। उसे जिला अस्पताल लाया गया। यहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
एसपी ग्रामीण अनुज चौधरी के बुलेट प्रूफ जैकेट में गोली लगी। एसएचओ रामगढ़ घायल हैं। उनका इलाज चल रहा है। नरेश पर आज फरार होने पर 50 हजार का इनाम घोषित किया था। नरेश दुर्दांत अपराधी था। हत्या और लूट जैसी संगीन मामलों में शामिल था। यह और लोगों को अपने गिरोह में शामिल करता जा रहा था। बता दें, यूपी पुलिस ने बीते 8 दिन में नरेश को मिलाकर 3 अपराधी एनकाउंटर में ढेर किया है। 3 अक्टूबर को मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना क्षेत्र में एक लाख रुपए के इनामी बदमाश मेहताब को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। 28 सितंबर को मुजफ्फरनगर पुलिस ने 1 लाख के इनामी अपराधी नईम कुरैशी को एनकाउंटर में मार गिराया था।