NASA: अमेरिका द्वारा विशेष मिशन पर अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजा गया अंतरिक्ष यात्रियों का एक दल अंतरिक्ष यान में खराबी के कारण वहां फंस गया है। अंतरिक्ष जाने वाले यात्रियों में भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स भी शामिल हैं। स्टारलाइनर कैप्सूल में खराबी के बाद सुनीता विलियम्स के लौटने की कितनी उम्मीदें बची हैं, इसे लेकर नासा ने बड़ा बयान दिया है। आपको बता दें कि अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कहा कि उसके दो अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर अधिक समय तक रहेंगे, क्योंकि वे वहां अपनी यात्रा के दौरान बोइंग के नए अंतरिक्ष कैप्सूल में आई समस्याओं का समाधान कर रहे हैं।
नासा का बयान: सुनीता विलियम्स 90 दिनों तक अंतरिक्ष में रह सकती हैं, धरती पर वापसी में देरी हो सकती है
मुख्य बातें:
- सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को 5 जून को आईएसएस पर भेजा गया था।
- स्टारलाइनर कैप्सूल में तकनीकी खराबी के कारण उनकी वापसी में देरी हो रही है।
- नासा का कहना है कि अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित हैं और उनके पास भोजन, पानी और अन्य आवश्यक supplies पर्याप्त मात्रा में हैं।
- वापसी की नई तारीख अभी तय नहीं हुई है, नासा इस पर काम कर रहा है।
- सुनीता विलियम्स भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक हैं। वह अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय बिताने वाली महिला हैं।
🔥🚨BREAKING NEWS: Two US astronauts are still stuck in space due to multiple issues with Boeing's Starliner. The same Boeing that has been having issues with their planes. It appears this story isn’t getting much traction due to Boeing’s massive influence.
NASA and Boeing… pic.twitter.com/6AGpQ2Jrmy
— Dom Lucre | Breaker of Narratives (@dom_lucre) June 29, 2024
अतिरिक्त जानकारी:
- नासा ने बोइंग कंपनी से स्टारलाइनर कैप्सूल को ठीक करने के लिए कहा है।
- नासा इस घटना की जांच भी कर रहा है।
- सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर आईएसएस में विज्ञान प्रयोग कर रहे हैं।
नासा ने शुक्रवार को अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी की कोई तारीख नहीं बताई और कहा कि वे सुरक्षित हैं। नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम मैनेजर स्टीव स्टिच ने कहा, “हमें वापस लौटने की कोई जल्दी नहीं है।” नासा के अनुभवी परीक्षण पायलट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 5 जून को बोइंग के स्टारलाइनर के ज़रिए अंतरिक्ष प्रयोगशाला के लिए रवाना हुए। विलियम्स और बुच विल्मोर को लेकर बोइंग का ‘क्रू फ़्लाइट टेस्ट मिशन’ कई सालों की देरी और असफलताओं के बाद फ्लोरिडा के ‘केप कैनावेरल स्पेस फ़ोर्स स्टेशन’ से रवाना हुआ।
सुनीता को 1 हफ़्ते बाद धरती पर लौटना था
विलियम्स और विल्मोर को लगभग एक हफ़्ते तक अंतरिक्ष में रहना था, जो कैप्सूल की जाँच के लिए पर्याप्त समय था, लेकिन अंतरिक्ष यान को चलाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कैप्सूल के प्रणोदन प्रणाली में समस्याओं के कारण नासा और बोइंग को कई बार धरती पर उनकी वापसी को स्थगित करना पड़ा। इससे धरती पर उनकी सुरक्षित वापसी को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं।