नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। गुजरात के अहमदाबाद में बृहस्पतिवार को एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर हादसे का शिकार हो गया। जब विमान रनवे से उड़ा और तुरंत बाद धुएं का गुबार छा गया और चंद मिनट के अंदर रिहायशी एरिया में गिर गया। इस विमान में 242 लोग सवार थे, जिसमें 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य शामिल हैं। बताया जा रहा है कि हादसे में 133 यात्रियों की मौत हो गई है।एयर इंडिया विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। ऐसे में सवाल उठता है कि अहमदाबाद प्लेन क्रैश साजिश है या हादासा?। क्या प्लेन में कोई ब्लास्ट हुआ था?। यह सवाल हर किसी के जेहन में उठने लगा है। लोग सोशल मीडिया पर ब्लास्ट को लेकर लिख भी रहे हैं।
पहले जानें कैसे धू-धू कर जला प्लेन
गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून 2025 को एयर इंडिया का प्लेन जब अहमदाबाद एयरपोर्ट से टेक ऑफ कर रहा था, तभी वह अहमदाबाद के मेघानी नगर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान क्रैश होने के बाद हर तरफ अफरा-तफरी मच गई। बताया जा रहा है प्लेन डॉक्टरों के हॉस्टल परं गिरा। जिसके चलते हॉस्टल में मौजूद 50 से ज्यादा लोग हादसे की चपेट में आ गए। फिलहाल राहत-बचाव का कार्य जारी है। दमकल गाड़ियां आग पर काबू पाने में जुटी है। इस प्लेन में 242 यात्री सवार थे। अब तक 133 यात्रियों की मौत हो चुकी है। एयर इंडिया की यह फ्लाइट अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। ऐसे जानकारी मिल गई है हादसे के बाद व्लेन में ब्लास्ट हुआ, जिसकी आवाज स्थानीय लोगों ने सुनी। इसी के बाद क्रैश साइट पर आतंकवाद निरोध दस्ता पहुंचा है।
गिरते ही जोरदार विस्फोट
शुरुआती जांच में विमान ने टेकऑफ के 51 सेकंड बाद (8ः08ः51 यूटीसी) रडार से संपर्क खो दिया। फ्लाइट रडार 24 के अनुसार, विमान ने सामान्य उड़ान प्रक्रिया का पालन किया, लेकिन अचानक ऊंचाई खो दी और मेघानीनगर के पास क्रैश हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विमान के जमीन पर गिरते ही जोरदार विस्फोट हुआ, जिससे आग और काला धुआं फैल गया। अहमदाबाद के फायर ऑफिसर जयेश खड़िया ने कहा, विमान में आग लग गई थी, और सात फायर टेंडर मौके पर भेजे गए। बचाव कार्य में दर्जनों एम्बुलेंस और आपातकालीन टीमें तैनात की गईं। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सूत्र बताते हैं कि हादसे में मृतकों की संख्या का आंकड़ा बड़ सकता है। फिलहाल अभी तक इस बारे में अधिकारी बयान जारी नहीं हुआ।
कोई तकनीकी गड़बड़ी के संकेत नहीं मिले
जांच अधिकारियों ने प्लेन के कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर को खोला। इनमें कहीं कोई तकनीकी गड़बड़ी के संकेत नहीं मिले। दूसरी ओर, यात्रियों के बगल में लगे सामान में विस्फोट के कोई निशान नहीं पाए गए। यह पहली कड़ी थी जो ब्लास्ट की संभावना को कमजोर करती थी। हालांकि, विमान के कुछ हिस्सों में आग के निशान मिले, जिससे जांच टीम ने आंतरिक आग लगने की संभावना पर भी गौर किया। लेकिन, आग कैसे लगी यह स्पष्ट नहीं हो पाया था। ऐसे में साजिश के कयास लगने लगे, खासकर तब जब कुछ खुफिया रिपोर्टों में विमान की उड़ान से पहले संदिग्ध फोन कॉल्स के बारे में खबर आई।
एक संदिग्ध को गिरफ्तार भी किया गया
पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने उन संदिग्धों की पहचान के लिए काम तेज कर दिया, जो विमान या एयर इंडिया के खिलाफ किसी कारणवश साजिश रच सकते थे। इस दौरान, एक संदिग्ध को गिरफ्तार भी किया गया, जो विमान के रनवे के पास पाया गया था, लेकिन उसकी गिरफ्तारी से भी कुछ ठोस सबूत नहीं मिल सके। जांच के लिए डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने दिल्ली से एक विशेष टीम अहमदाबाद भेजी है, और बोइंग की तकनीकी टीम भी सहायता कर रही है। विमान का ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) बरामद करने की कोशिश की जा रही है।
साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता
इस घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल यह है कि एटीएस क्रैश साइट पर क्यों पहुंची?। हालांकि अभी तक कोई आतंकी लिंक सामने नहीं आया है, लेकिन सूत्रों का मानना है कि ‘हाई-प्रोफाइल फ्लाइट, अंतरराष्ट्रीय गंतव्य और अचानक इंजन फेल्योर’ को देखते हुए किसी भी संभावित साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता। इसी एहतियात के तहत एटीएस ने मलबे की बारीकी से जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार फ्लाइट ने दोपहर 1ः38 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी, लेकिन 1ः43 बजे ही मेघानीनगर के डॉक्टर्स हॉस्टल इलाके में विमान धड़ाम से गिर पड़ा। यह इलाका घनी आबादी वाला है जिससे हादसे का प्रभाव और भी गंभीर हो गया।
अफसर जांच पड़ताल करने में जुटे
स्थानीय पुलिस के अनुसार अब तक इलाके 80 फीसदी को खाली कराया जा चुका है और रेस्क्यू लगातार जारी है। क्रैश के बाद कई मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। मलबे के नीचे और कितने लोग फंसे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस हॉस्टल पर विमान गिरा, वहां उस वक्त 50 से 60 लोग मौजूद थे। ऐसे में इनके भी मौत की आशंका व्यक्त की जा रही है। पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया है। आने-जानें वालों को रोका गया है। पुलिस के बड़े अधिकारी और एटीएस के अफसर जांच पड़ताल करने में जुटे हैं।