Ahmedabad Plane Crash: गुुरुवार को अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे के बाद एक उम्मीद थी कि ब्लैक बॉक्स के ज़रिए दुर्घटना की असली वजहों का जल्द पता चल जाएगा। हालांकि अब जो जानकारी सामने आ रही है, वो चिंता बढ़ाने वाली है। हादसे के दौरान विमान का ब्लैक बॉक्स इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया कि उससे ज़रूरी जानकारी निकालना बेहद मुश्किल हो रहा है।
अमेरिका में होगी जांच,भारतीय टीम भी जाएगी साथ
अब इस ब्लैक बॉक्स को डाटा रिकवरी के लिए अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी स्थित नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) भेजने की योजना बनाई जा रही है। भारत सरकार जल्द ही इस पर अंतिम फैसला लेगी। इसके साथ एक भारतीय तकनीकी विशेषज्ञों की टीम भी भेजी जाएगी, जो जांच प्रक्रिया पर नज़र रखेगी और हर चरण में शामिल रहेगी।
क्या होता है ब्लैक बॉक्स?
ब्लैक बॉक्स असल में दो हिस्सों वाला एक मजबूत और आग प्रतिरोधी डिवाइस होता है। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR)। CVR पायलट और अन्य क्रू मेंबर्स के बातचीत को रिकॉर्ड करता है, जबकि FDR उड़ान के दौरान विमान की रफ्तार, ऊंचाई, दिशा जैसी तकनीकी जानकारी को इकट्ठा करता है। हादसे की स्थिति में यह डिवाइस जाँच एजेंसियों को हादसे का असल कारण समझने में मदद करता है।
क्यों है ब्लैक बॉक्स इतना अहम?
किसी भी विमान दुर्घटना के बाद ब्लैक बॉक्स ही वो ज़रिया होता है, जिससे जांच एजेंसियां यह पता लगाती हैं कि कहां चूक हुई। इससे भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने की कोशिश की जाती है। लेकिन अहमदाबाद की इस दुर्घटना में ब्लैक बॉक्स के गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त होने से जांच में विलंब होगा।
हादसे में गईं 241 जानें
यह विमान अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रहा था। लेकिन टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद तकनीकी खराबी के कारण वह एक इमारत से टकरा गया और तेज धमाके के साथ जलकर राख हो गया। इस भयानक हादसे में विमान में सवार 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई। साथ ही जिस बिल्डिंग से विमान टकराया, वहां मौजूद कई अन्य लोगों की जान भी चली गई।
अब सभी की नज़र जांच पर
अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि अमेरिका में होने वाली जांच में क्या निकलकर सामने आता है। लोगों को उम्मीद है कि ब्लैक बॉक्स से कोई न कोई क्लू जरूर मिलेगा जिससे भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सकेगा।