Air India Completes Fuel Switch Check:12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 उड़ान भरते ही हादसे का शिकार हो गई। बोइंग 787-8 विमान के दोनों इंजनों का फ्यूल कंट्रोल स्विच उड़ान के कुछ ही सेकेंड बाद “RUN” से “CUTOFF” पोजीशन पर चला गया, जिससे इंजन बंद हो गए और विमान नीचे गिर गया। इस गंभीर घटना के बाद जांच एजेंसियों ने इसकी तह तक जाने के लिए कई स्तरों पर जांच शुरू की। DGCA ने सभी एयरलाइंस को निर्देश दिया कि वे FAA (अमेरिका की एविएशन अथॉरिटी) द्वारा 2018 में दिए गए दिशा-निर्देशों के मुताबिक अपने विमानों के फ्यूल स्विच लॉक सिस्टम की जांच करें। एयर इंडिया ने 12 जुलाई से खुद ही इस जांच की शुरुआत कर दी।
जांच में क्या पता चला?
एयर इंडिया ने अपनी बोइंग 787 ड्रीमलाइनर और एयर इंडिया एक्सप्रेस की बोइंग 737 विमानों की गहराई से जांच की। सभी विमानों में फ्यूल कंट्रोल स्विच लॉक सिस्टम को अच्छे से चेक किया गया। जांच में यह बात सामने आई कि किसी भी विमान में कोई तकनीकी खराबी नहीं है। लॉकिंग सिस्टम एकदम ठीक तरह से काम कर रहे हैं और बिना किसी गलती या झटके के ईंधन स्विच “CUTOFF” पोजीशन पर नहीं जा सकते। FAA ने भी अपनी तरफ से कहा है कि ऐसे स्विच अब तक सुरक्षित माने गए हैं और उनकी कार्यप्रणाली में कोई खराबी नहीं देखी गई है।
कहीं मानवीय गलती तो नहीं?
हालांकि तकनीकी जांच में कोई गड़बड़ी नहीं मिली, लेकिन कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर और शुरुआती जांच रिपोर्ट यह संकेत दे रही है कि शायद यह हादसा पायलट की किसी गलती या जानबूझकर की गई हरकत से हुआ हो सकता है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि ईंधन कंट्रोल स्विच को इतनी आसानी से बदला नहीं जा सकता, जब तक कोई उसे हाथ से न करे। लेकिन अभी तक किसी पायलट पर सीधे तौर पर आरोप नहीं लगाया गया है। पायलट यूनियन ने भी कहा है कि जांच पूरी होने से पहले किसी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।
आगे क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
अब इस हादसे की पूरी जांच AAIB (एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो) कर रही है। DGCA की रिपोर्ट भी अगस्त तक आने की उम्मीद है। इसके अलावा अन्य एयरलाइंस को भी अपने विमानों की ऐसी ही जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। दूसरे देशों की एयरलाइंस ने भी इस हादसे के बाद अपने विमानों के फ्यूल कंट्रोल सिस्टम की समीक्षा शुरू कर दी है ताकि ऐसी किसी और दुर्घटना की संभावना को खत्म किया जा सके।
आख़िर क्या नतीजा निकला?
जांच से यह तो साफ हो गया है कि तकनीकी तौर पर ईंधन कंट्रोल स्विच में कोई कमी नहीं थी। अब पूरा ध्यान इस बात पर है कि कहीं यह हादसा इंसानी गलती की वजह से तो नहीं हुआ। जब तक फाइनल रिपोर्ट नहीं आती, तब तक किसी को दोषी मानना सही नहीं होगा।