लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। जबरदस्त आंखें और धाकड़ आवाज के साथ शोले फिल्म में एक्टर अजमद खान ने डकैत के रोल में जब ये डायलॉग बोला, ‘जब कोई बच्चा रोता है तो उसकी मां कहती है बच्चा चुप हो जा नही ंतो डाकू गब्बर सिंह आ जाएगा, तो इसकी गूंज सिनेमा से निकल कर पाठा, बीहड़ और चंबल के जंगलों में सुनाई देने लगी। रियल लाइफ के डकैतों के खौफ से माताएं अपने बच्चों को रात में यही डायलॉग बोलकर चुन कराया करती थीं। पिछले पांच दशक से फैंस के दिल में फिल्म शोले का राज है। इस फिल्म ने देश को बहुत कुछ दिया। इसी फिल्म से देश को अमजद खान मिले तो पर्दे को भी सबसे खूंखार विलेन मिला। अमजद खान ने अपने फिल्मी सफर में कई सुपरहिट फिल्में दीं। उनकी लव स्टोरी भी सबसे अलग रही। वह 14 साल की एक लड़की पर फिदा हो गए और आखिर में उसी के साथ शादी की।
एक्टर पिता के बेटे इस लड़की पर फिदा
अमजद का परिवार पाकिस्तान का लाहौर का रहने वाला था। अमजद खान के पिता जकारिया खान मुम्बई आ गए। इसके बाद वह बालीवुड से जुड़ गए और फिल्मों में बतौर एक्टर काम करना शुरू कर दिया। 12 नवंबर 1940 को जकारिया खान के घर पर अजमद खान का जन्म हुआ। अमजद खान के छोटे भाई का नाम इम्तियाज खान था। दोनों भाई कॉलेज के दिनों में थिएटर किया करते थे। इसी दौरान अमजद खान बीच सड़क पर एक 14 साल की लड़की टक्कर हो गई। फिर क्या था अमजद खान लड़की पर फिदा हो गए और उससे प्यार करने लगे। अमजद खान अक्सर लड़की से मिलते और एक दिन आई लव यू बोल दिया। लड़की ने भी अमजद खान के लव को स्वीकार कर अपनी मुहर लगा दी। फिर क्या था दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा। एक्टर ने तो उस लड़की को शादी के लिए प्रपोज भी कर दिया था। लेकिन लड़की की शादी करने की उम्र अभी नहीं हुई थी। ऐसे में अमजद खान ने इंतजार किया और फिर आगे चलकर उसी लड़की से अमजद खान ने शादी रचाई।
ऐसे मिला शोले फिल्म में रोल
जब अमजद खान थियेटर कर रहे थे और लड़की के प्यार में फिदा था, उसी वक्त शोले फिल्म बन रही थी। राइटर सलीम-जावेद फिल्म की प्लानिंग कर चुके थे। विलेन के रोल के लिए डैनी डेंजोंगप्पा का नाम भी फाइनल हो चुका था। डैनी के पास गब्बर सिंह के किरदार का ऑफर लेकर डॉयरेक्टर गए। लेकिन दूसरे वर्क कमिट्मेंट्स की वजह से डैनी ने ये रोल करने से मना कर दिया। इसके बाद अमिताभ बच्चन और संजीव कुमार को भी ये रोल पसंद था और वे भी इस रोल को प्ले करने की इच्छा जता चुके थे। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। सलीम-जावेद ने इस रोल को थोड़ा फ्रेश किया और कहीं से अमजद खान के नाम की भी रिकमंडेशन आ गई। सलीम अमजद से मिलने के लिए उनके घर पर गए और शोले के गब्बर सिंह के बारे में उन्हें बताया। अमजद खान गब्बर को किरदार निभाने को तैयार हो गए।
रमेश शिप्पी के चलते मिला रोल
दरअसल जब अमजद खान थिएटर कर रहे थे उस दौरान उन्हें रमेश सिप्पी ने देखा था। उनके चेहरे के हाव-भाव सिप्पी को पसंद आए थे और जब शोले फिल्म में गब्बर के रोल की जरूरत के बारे में उन्हें पता चला तो उन्होंने सलीम खान को ये जिम्मेदारी दी और सलीम खान ने फिल्म में अमजद खान को रखने की सिफारिश की। सलीम खुद भी फिल्म के सारे जरूरी फैसलों में अपना योगदान दे ही रहे थे तो ऐसे में इस फिल्म में अमजद को गब्बर का रोल दिलाने में उन्हें ज्यादा दिक्कत नहीं हुई और आगे चलकर ये रोल खुद एक ऐतिहासिक रोल बन गया। जब अमजद खान को शोले फिल्म के विलेन डाकू गब्बर सिंह के बारे में बताया गया तो उनके परिवारवालों ने रोल नहीं करने से मना किया था। पर अमजद खान गब्बर सिंह का किरदार निभाने की ठान चुके थे। फिर क्या था रूपहले पर्दे में गब्बर दहाड़ा, जिसे पूरी दुनिया ने सराहा।
इस वजह से बंधवाई भैंस
अमजद चाय के बड़े शौकीन थे. बताया जाता है कि एक दिन में वे 30 कप चाय तक पी जाया करते थे। उन्हें पल-पल पर चाय चाहिए होती थी। एक बार जब उन्हें सेट पर चाय नहीं मिली तो एक्टर ने अगले दिन जो किया उसने हर किसी को हैरान कर दिया था। एक बार पृथ्वी थिएटर में किसी नाटक की रिहर्सल चल रही थी। इस नाटक का हिस्सा अमजद भी थे। रिहर्सल के दौरान अमजद ने चाय मांगी तो उन्हें बताया गया कि दूध खत्म हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अपनी चाय की तलब के लिए अमजद अगले दिन सेट पर दो भैंस लेकर पहुंच गए थे। उन्होंने सेट पर ही दो भैंस बंधवा दी थी ताकि दूध की कोई दिक्कत न हो। बताया जाता है कि इस घटना ने सेट पर मौजूद सभी लोगों को हैरान कर दिया था। बताया जाता है कि इस कांड के बाद अमजद खान के लिए अगल से चाय की व्यवस्था करवाई जाती थी।
कई सुपरहिट फिल्मों में किया काम
अमजद खान ने कसमे वादे, देश परदेश, मुकद्दर का सिकंदर, खंजर, नसीब, रॉकी, लावारिश, याराना समेत कई फिल्मों में काम किया। उनकी कॉमिक टाइमिंग भी कमाल की थी. इसी बात से अंदाजा लगा लीजिए कि हमेशा सीरियस रोल प्ले करने वाले एक्टर को कॉमेडी में भी फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था। इसके अलावा हिंदी में बनी महान फिल्ममेकर सत्यजीत रे की फिल्म सतरंज के खिलाड़ी में भी अमजद खान ने अहम रोल प्ले किया था। वे अवध के आखिरी राजा वाजिद अली शाह के किरदार में कमाल का अभिनय करते नजर आए थे. इस फिल्म में इस कैरेक्टर को उन्होंने जितनी गहराई से प्ले किया यही उनके शानदार अभिनेता होने का प्रमाण है। उन्होंने बॉलीवुड के अलावा अन्य भाषा की फिल्मों में भी काम किया था। एक्टर ने महज 51 साल की उम्र में अंतिम सांस ली थी। अमजद खान का निधन 27 जुलाई 1992 को मुंबई में हुआ था।