बेन गुरियन एयरपोर्ट पर हौथी मिसाइल हमला: इजरायल की रक्षा प्रणाली नाकाम, एक की मौत, 18 घायल

रविवार को यमन के ईरान समर्थित हौथियों ने इजरायल के बेन गुरियन एयरपोर्ट पर बैलिस्टिक मिसाइल हमला किया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत और 18 घायल हो गए। इजरायल की रक्षा प्रणाली हमले को रोकने में विफल रही।

Tel Aviv

Tel Aviv airport attack,: रविवार को यमन स्थित ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों ने इजरायल के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, बेन गुरियन एयरपोर्ट Tel Aviv को निशाना बनाते हुए एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी। मिसाइल एयरपोर्ट के पास स्थित एक पार्किंग क्षेत्र में आकर गिरी, जिससे कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और 18 अन्य लोग घायल हो गए। इजरायली डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने बताया कि मिसाइल को रोकने के “कई प्रयास” किए गए, लेकिन वे विफल रहे। यह हमला जनवरी में गाजा युद्धविराम टूटने के बाद बेन गुरियन एयरपोर्ट पर हुआ पांचवां हौथी हमला था। इस हमले ने इजरायल की बहुस्तरीय वायु सुरक्षा प्रणालियों की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

डिफेंस सिस्टम नाकाम, सायरनों से दहशत

IDF के अनुसार, मिसाइल को इंटरसेप्ट करने की कोशिश की गई थी, लेकिन बेन गुरियन एयरपोर्ट Tel Aviv के प्रवेश मार्ग के पास एक ग्रोव क्षेत्र में उसका प्रभाव दर्ज किया गया। इस हमले के बाद एयरपोर्ट को अस्थायी रूप से एक घंटे के लिए बंद कर दिया गया, हालांकि बाद में हवाई सेवाएं फिर से शुरू कर दी गईं।

इजरायल एयरपोर्ट अथॉरिटी Tel Aviv ने भी हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि सुरक्षा एजेंसियां घटना की जांच कर रही हैं। वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में हमले की भयावहता दिखाई दी, जिसमें मिसाइल के गिरने का क्षण कैद था। हवाई हमले के सायरन यरुशलम और मध्य इजरायल में गूंज उठे, जिससे लाखों लोगों ने आश्रय की तलाश की।

फिलिस्तीन-2 से हुआ हमला

हौथी प्रवक्ता याह्या सारी ने दावा किया कि यह हमला फिलिस्तीन-2 या धुल्फ़िकार हाइपरसोनिक मिसाइल से किया गया, जो इजरायल की एरो मिसाइल रक्षा प्रणाली को चकमा देते हुए निशाने तक पहुंची। उन्होंने एयरपोर्ट को “हवाई यातायात के लिए असुरक्षित” घोषित करते हुए चेतावनी दी कि जब तक गाजा में इजरायली हमले बंद नहीं होते, ऐसे हमले जारी रहेंगे।

हौथियों ने अश्कलोन में एक “महत्वपूर्ण लक्ष्य” पर ड्रोन हमले और अमेरिकी युद्धपोतों पर हमले का भी दावा किया, हालांकि इनकी स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी।

 “यह यमन नहीं, ईरान है”

पूर्व रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ ने सरकार से ईरान को इस हमले के लिए जिम्मेदार ठहराने की मांग की। उन्होंने एक्स पर लिखा, “यह यमन नहीं, यह ईरान है… इजरायल को सख्त प्रतिक्रिया देनी चाहिए।”

प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भी चेतावनी दी कि हौथियों पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी, जिन्हें उन्होंने “बुराई की धुरी” कहा।

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