Bengal Teacher Scam: CBI चार्जशीट में दिव्येंदु अधिकारी का नाम, सियासी हलचल तेज!

बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में सीबीआई की चार्जशीट से बड़ा खुलासा हुआ है। इसमें शुभेंदु अधिकारी के भाई दिव्येंदु अधिकारी समेत 20 नेताओं के नाम शामिल हैं, जिन्होंने कथित तौर पर उम्मीदवारों की सिफारिश की थी। इस खुलासे से राज्य की राजनीति गरमा गई है।

Bengal Teacher Scam

Bengal Teacher Scam: पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर सीबीआई की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। सीबीआई द्वारा दाखिल चार्जशीट में कई प्रभावशाली नेताओं के नाम सामने आए हैं, जिन्होंने कथित तौर पर उम्मीदवारों की सिफारिश की थी। चार्जशीट में शुभेंदु अधिकारी के भाई और टीएमसी सांसद दिव्येंदु अधिकारी, पूर्व बीजेपी नेता भारती घोष, पूर्व सांसद ममताबाला ठाकुर समेत 20 लोगों के नाम शामिल हैं। इस खुलासे के बाद राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया है। विपक्ष ने राज्य सरकार को घेरते हुए इस घोटाले को भ्रष्टाचार का बड़ा उदाहरण बताया है। वहीं, टीएमसी ने इसे विपक्ष की साजिश करार देते हुए कानूनी प्रक्रिया पूरी होने तक किसी भी नतीजे पर न पहुंचने की अपील की है।

चार्जशीट में नेताओं के नाम, सिफारिश से मिली नौकरियां

सीबीआई जांच में सामने आया कि Bengal Teacher Scam में अनियमितताओं के तहत कई बड़े नेताओं ने सिफारिशें की थीं। इसके चलते कई उम्मीदवारों को प्राथमिक शिक्षक के पद पर नियुक्ति भी मिली। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है कि इन सिफारिशों के पीछे कोई आर्थिक लेन-देन हुआ था या नहीं। विपक्ष का आरोप है कि यह पूरा मामला बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार से जुड़ा है, जिसमें कई प्रभावशाली लोग शामिल हो सकते हैं। इससे पहले सीबीआई ने 27 दिसंबर 2024 को टीएमसी नेता और पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल की थी।

बीजेपी ने साधा निशाना, टीएमसी का पलटवार

सीबीआई की चार्जशीट सामने आने के बाद बीजेपी ने टीएमसी सरकार पर तीखा हमला बोला है। बीजेपी का कहना है कि यह Bengal Teacher Scam दर्शाता है कि राज्य में भ्रष्टाचार कितनी गहराई तक फैला हुआ है। पार्टी ने टीएमसी नेताओं की भूमिका की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

दूसरी ओर, टीएमसी ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया। टीएमसी प्रवक्ता ने कहा कि जब तक कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती, किसी को भी दोषी नहीं माना जा सकता। उन्होंने बीजेपी पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि यह पार्टी अपने राजनीतिक विरोधियों को फंसाने के लिए सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल कर रही है।

जांच जारी, विपक्ष का दबाव बढ़ा

इस पूरे मामले पर जांच एजेंसियों की नजर बनी हुई है। ईडी ने भी इस घोटाले में आरोप तय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वहीं, विपक्ष लगातार इस घोटाले की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है।

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