BJP MLA defection पश्चिम बंगाल विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे चरण का पहला दिन था। बीजेपी विधायक तापसी मंडल हमेशा की तरह समय पर विधानसभा पहुंचीं और पार्टी के संसदीय दल के कमरे में गईं। वहां उन्होंने अन्य विधायकों के साथ हल्की-फुल्की बातचीत की और लंच भी किया। लेकिन करीब डेढ़ बजे अचानक वह विधानसभा से गायब हो गईं।
इसके कुछ देर बाद खबर आई कि तापसी मंडल तृणमूल कांग्रेस के मुख्यालय पहुंच गई हैं। इस खबर से बीजेपी स्तब्ध रह गई।
बीजेपी को भनक तक नहीं लगी
बीजेपी के संसदीय दल को अंदाजा भी नहीं था कि तापसी मंडल पार्टी छोड़ने वाली हैं। तृणमूल कांग्रेस ने बेहद चुपचाप और सटीक तरीके से यह कदम उठाया। विधानसभा में बीजेपी विधायकों को इसकी बिल्कुल भी खबर नहीं थी। जब यह खबर विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी तक पहुंची, तो उन्होंने कहा कि तापसी विधायक रहते हुए जिला अध्यक्ष नहीं बन सकती थीं, इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ दी। साथ ही, अगले विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट भी मिलने की संभावना नहीं थी।
सुबह तक बीजेपी के साथ, दोपहर में तृणमूल में शामिल
सोमवार सुबह 11 बजे के आसपास तापसी मंडल विधानसभा में बीजेपी संसदीय दल के कमरे में आई थीं। उन्होंने वहां अन्य विधायकों के साथ हंसी-मजाक किया और लंच भी किया। खबर यह भी है कि वह कुछ देर के लिए विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी के कमरे में भी बैठी थीं।
लंच करने के बाद, करीब डेढ़ बजे वह अपने कुछ कागजात लेकर विधानसभा से चली गईं। उस समय किसी को अंदाजा भी नहीं था कि वह पार्टी छोड़ने वाली हैं। लेकिन जब दोपहर ढाई बजे शुभेंदु अधिकारी विधानसभा पहुंचे, तब तक यह खबर फैल चुकी थी कि तापसी तृणमूल में शामिल होने जा रही हैं।
पहले से ही था मनमुटाव
तापसी मंडल के पार्टी छोड़ने के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि पिछले कुछ समय से उनका बीजेपी नेतृत्व से मनमुटाव चल रहा था। साथ ही, शुभेंदु अधिकारी के करीबी अभिजीत गंगोपाध्याय के साथ भी उनके मतभेद थे। इसके अलावा, तापसी ने कुछ दिन पहले ही अपनी सुरक्षा गार्ड को हटा दिया था और व्हाट्सएप का डीपी भी बदल लिया था। इससे पहले भी पार्टी में उनकी नाराजगी की चर्चा हो रही थी।
शुभेंदु अधिकारी का पलटवार
तापसी मंडल के पार्टी छोड़ने के बाद शुभेंदु अधिकारी ने कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा, “हमने दल-बदलू विश्वजीत दास, मुकुटमणि अधिकारी और कृष्ण कल्याणी को लोकसभा चुनाव में हराया था। तापसी मंडल को भी हराएंगे।”
बीजेपी के अंदर भी इस घटना को लेकर चर्चाएं तेज हो गईं। कुछ लोगों को लग रहा है कि आने वाले समय में और भी विधायक पार्टी छोड़ सकते हैं। खासकर, जब अगले विधानसभा चुनाव में अभी एक साल बाकी है। इस तरह, बीजेपी अब अपनी पार्टी में टूट की आशंका को लेकर सतर्क हो गई है।
बीजेपी विधायक तापसी मंडल के तृणमूल कांग्रेस में जाने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है। यह फैसला अचानक हुआ, जिससे बीजेपी पूरी तरह चौंक गई। हालांकि, पार्टी इसे बड़ा नुकसान नहीं मान रही और दावा कर रही है कि आने वाले चुनावों में वे उन्हें हरा देंगे। लेकिन इस घटना से यह साफ है कि बीजेपी में अंदरूनी मतभेद गहराते जा रहे हैं।