‘कांग्रेस है सनातन विरोधी…’, भगवा को लेकर खरगे के बयान पर सीएम योगी का तीखा वार

सीएम योगी के भगवा कपड़ों पर खरगे के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी हिन्दू और सनातन धर्म के खिलाफ है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने एक चैनल पर कहा कि खरगे की सोच वही है जो राहुल गांधी की सोच है।

CM Yogi on Congress

CM Yogi on Congress : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के सीएम योगी के भगवा वस्त्र पहनने वाले बयान पर भाजपा ने भी पलटवार कर दिया है। खड़गे पर हमला बोलते हुए भाजपा ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी हिंदू विरोधी और सनातन विरोधी है। एक चैनल पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि खड़गे की सोच राहुल गांधी की सोच से मिलती जुलती है। वह सनातन से नफरत करते हैं। वह भगवा से नफरत करते हैं। जब वह सत्ता में थे, तो उन्होंने भगवा आतंकवाद जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया।

मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी सनातन को बीमारी मानते हैं। इससे साफ पता चलता है कि पूरी कांग्रेस पार्टी सनातन विरोधी और हिंदू विरोधी है। वहीं, विहिप के विनोद बंसल ने कहा कि कांग्रेस का चाल, चरित्र और चेहरा हमेशा से हिंदू विरोधी रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अंत आ गया है। कांग्रेस संतों का अपमान कर रही है। संतों पर टिप्पणी करना गलत है।

खड़के ने योगी के भगवा कपड़े पर दिया था बयान

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिना नाम लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(CM Yogi on Congress) पर तीखा हमला करते हुए एक विवादित बयान दिया था। खड़गे ने कहा कि या तो वह सफेद कपड़े पहनें, या फिर साधु संत राजनीति से बाहर चले जाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी में कई नेता साधु के वेश में रहते हैं और अब वही लोग राजनीति में सक्रिय हैं, साथ ही मुख्यमंत्री भी बन गए हैं। खड़गे ने यह भी कहा कि योगी आदित्यनाथ के सिर पर बाल नहीं हैं और वह ‘गेरुआ’ कपड़े पहनते हैं।

यह भी पढ़ें : हिंसा के मुख्य आरोपी समेत 6 लोग गिरफ्तार, 3 फरार आरोपियों को ढूंढने में जुटी पुलिस

खरगे ने आगे कहा कि यदि कोई संन्यासी है और ‘गेरुआ’ कपड़े पहनता है, तो उसे राजनीति से दूर रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि एक तरफ वह ‘गेरुआ’ पहनते हैं, दूसरी तरफ ‘बंटोगे तो कटोगे’ जैसी बातें कहते हैं। खड़गे ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह समाज में नफरत फैला रही है और लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि संत के कपड़े पहनकर ऐसे बयान देने वालों की पवित्रता क्या बची है, जबकि साधु-संतों का कार्य देश को जोड़ना होता है, लेकिन ये लोग अपनी बयानबाजी से देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं।

Exit mobile version