थरूर का स्पष्टिकरण और पार्टी की रणनीति
Congress सांसद शशि थरूर ने पनामा में एक बहुपक्षीय कार्यक्रम के दौरान भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा था कि 2016 में पहली बार भारत ने नियंत्रण रेखा पार कर प्रतिशोध लिया। उनके इस बयान को कुछ लोगों ने इस तरह प्रस्तुत किया जैसे वह यह कह रहे हों कि इससे पहले कभी भी भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक नहीं की थी।
हालांकि, थरूर ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में स्पष्ट किया कि वह सिर्फ आतंकवादी हमलों के प्रतिशोध में हुई कार्रवाइयों की बात कर रहे थे। उन्होंने लिखा, “मैं अतीत के युद्धों की नहीं, बल्कि हाल के वर्षों की बात कर रहा था जब भारत ने संयमित लेकिन प्रभावशाली जवाब दिए हैं।”
पवन खेड़ा ने दिया संतुलित जवाब
इस विवाद को और न बढ़ाते हुए Congress के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सामने आकर कहा, “थरूर ने अपने पोस्ट में स्पष्ट कर दिया है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा जो पूर्व की सैन्य कार्रवाइयों को नकारता हो। उन्होंने साफ-साफ अपना पक्ष रखा है और अब ये मुद्दा यहीं खत्म हो जाना चाहिए।”
खेड़ा ने आगे कहा कि बीजेपी ऐसे बयानों को तोड़-मरोड़कर समाज में भ्रम फैलाने की कोशिश करती है, जबकि कांग्रेस राष्ट्रीय सुरक्षा पर हमेशा एकजुट रही है।
कांग्रेस का सैन्य इतिहास पर गर्व
Congress ने थरूर के बयान के बाद तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए 2008 मुंबई हमलों के बाद की गई सैन्य तैयारियों और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में हुई सर्जिकल स्ट्राइक की याद दिलाई। पवन खेड़ा ने एक पुराना इंटरव्यू साझा किया जिसमें मनमोहन सिंह स्पष्ट रूप से सर्जिकल स्ट्राइक की बात कर रहे थे।
साथ ही 1965 के युद्ध की एक दुर्लभ तस्वीर भी साझा की गई, जो यह दिखाती है कि कांग्रेस की सरकारों ने हमेशा भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए मजबूती से कदम उठाए हैं।
शशि थरूर द्वारा दी गई सफाई और पवन खेड़ा की सधी हुई प्रतिक्रिया ने यह साबित कर दिया कि कांग्रेस में लोकतांत्रिक विमर्श की परंपरा जीवित है और पार्टी में मतभेद नहीं, बल्कि संवाद की गुंजाइश है। इस प्रकरण ने कांग्रेस की परिपक्वता और जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका को और मजबूत किया है।