Daily Flight Travel: ज्यादातर लोग ऑफिस आने-जाने के लिए बस, ट्रेन या अपनी गाड़ी का इस्तेमाल करते हैं लेकिन क्या हो अगर आपको ऑफिस जाने के लिए रोजाना फ्लाईट से सफर करना पड़े। आपको बता दें कि एक ऐसी महिला जो अपने ऑफिस जाने के लिए रोज़ाना फ्लाइट से सफर करती है। मलेशिया की भारतीय मूल की एक महिला की कहानी इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है, जो हर दिन अपने घर और ऑफिस के बीच फ्लाईट से सफर करती हैं। यह सुनकर किसी कोई भी हैरान हो सकता है लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि यह अनोखा टाईम टेबल उनके लिए न केवल किफायती है बल्कि उनके परिवार के लिए भी कॉफी फायदेमंद साबित हो रहा है।
रोज फ्लाईट से ऑफिस जाती है ये महिला
मलेशिया की रहने वाली राचेल कौर जो एयरएशिया की फाइनेंस ऑपरेशन्स विभाग में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं अपने डेली रुटीन (Daily Flight Travel) को लेकर चर्चा में हैं। वह रोज सुबह 4 बजे उठती हैं और 5:55 बजे की फ्लाइट पकड़कर ऑफिस जाती हैं। इस सफर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब उन्हें अपने बच्चों के साथ ज्यादा समय बिताने का मौका मिलता है। पहले वह कुआलालंपुर में किराए पर रहती थीं और हफ्ते में सिर्फ एक बार घर जा पाती थीं लेकिन अब वह रोज़ाना अपने परिवार के पास लौट सकती हैं।
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अपने डेली रुटीन को लेकर क्या बोली राचेल?
राचेल ने बताया कि वह सुबह जल्दी उठकर तैयार होती हैं 5:55 बजे फ्लाइट लेती हैं और 7:45 बजे तक ऑफिस पहुंच जाती हैं। पूरा दिन काम करने के बाद रात 8 बजे तक वापस घर लौट आती हैं। दिलचस्प बात यह है कि इस अनोखी दिनचर्या के बावजूद उनका महीनें का खर्च पहले से कॉफी कम हो गया है। पहले वह किराए और अन्य खर्चों पर लगभग 42,000 रुपये प्रति माह खर्च कर रही थीं जबकि अब उनका कुल खर्च घटकर 28,000 रुपये रह गया है। फ्लाइट यात्रा के दौरान वह अपने लिए कुछ समय निकालकर गाना सुनती हैं और खिड़की से बाहर प्रकृति की सुंदरता का भी मजा लेती हैं। उनका मानना है कि ऑफिस में रहकर काम करना और सहकर्मियों से मिलना ज्यादा अच्छा है इसलिए वे रिमोट वर्क की बजाय हर दिन ऑफिस आना पसंद करती हैं।
अपनी दिनचर्या को लेकर चर्चा में है राचेल
जब लोग उनकी इस दिनचर्या के बारे में सुनते हैं तो वे अक्सर चौंक जाते हैं और कुछ तो यह भी पूछते हैं.. “क्या आप पागल हैं?” हालांकि राचेल के लिए यह सफर भले ही थकाने वाला हो लेकिन जब वह घर पहुंचकर अपने बच्चों को देखती हैं तो उनकी सारी थकान मिट जाती है। उनका मानना है कि यह मुश्किल जरूर है लेकिन परिवार के साथ समय बिताने के लिए बेहद जरूरी भी है। वह इस दिनचर्या को लंबे समय तक जारी रखना चाहती हैं क्योंकि इससे उन्हें काम और परिवार के बीच संतुलन बनाने में मदद मिलती है।