Chinmoy Krishna Prabhu Das : पड़ोसी देश बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। वहां की जेल में बंद हिंदू धार्मिक नेता और इस्कॉन के प्रमुख चेहरे चिन्मय कृष्ण दास प्रभु के वकील रमन रॉय पर भी कट्टरपंथियों ने हमला किया है। गंभीर चोटों के बाद उनका आईसीयू में इलाज चल रहा है। इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास ने सोमवार रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस्लामी कट्टरपंथियों ने रमन रॉय के घर में तोड़फोड़ की और उन पर बेरहमी से हमला किया।
इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास ने दावा किया और ‘एक्स’ पर लिखा, रमन रॉय के लिए प्रार्थना करें। उनका एकमात्र ‘कसूर’ चिन्मय कृष्ण प्रभु का अदालत में बचाव करना था।
Please pray for Advocate Ramen Roy. His only 'fault' was defending Chinmoy Krishna Prabhu in court.
Islamists ransacked his home and brutally attacked him, leaving him in the ICU, fighting for his life.#SaveBangladeshiHindus #FreeChinmoyKrishnaPrabhu pic.twitter.com/uudpC10bpN
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) December 2, 2024
इस्लामवादियों ने उनके घर में तोड़फोड़ की और उन पर बेरहमी से हमला किया, जिसके कारण वह आईसीयू में भर्ती हैं और जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। आपको बता दें कि बांग्लादेश इस्कॉन के प्रमुख चेहरे चिन्मय कृष्ण दास ने ब्रह्मचारी रंगपुर में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ एक रैली का आयोजन किया था।
चिन्मय की ज़मानत याचिक हुई खारिज
ढाका की एक अदालत ने 26 नवंबर को चिन्मय की जमानत याचिका खारिज कर दी थी, जिस पर मंगलवार यानी आज फिर सुनवाई होनी है। 25 अक्टूबर को सनातन जागरण मंच ने 8 सूत्री मांगों को लेकर चटगांव के लालदिघी मैदान में एक विशाल रैली का आयोजन किया था। इस रैली में उन्होंने भाषण दिया था।
इस दौरान कुछ लोगों ने आजादी स्तंभ पर भगवा झंडा फहराया, जिस पर ‘अमी सनातनी’ लिखा था। रैली के बाद 31 अक्टूबर को बीएनपी पार्टी के नेता फिरोज खान ने चटगांव में चिन्मय कृष्ण दास समेत 19 लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कराया। उन पर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का आरोप था, जिसके लिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
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मराठा और चिन्मय कृष्णदास जैसे हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ बांग्लादेश के साथ-साथ भारत में भी हिंदू समाज के लोगों में काफी गुस्सा है। इस विद्रोह के खिलाफ लगातार रैलियां निकाली जा रही हैं। सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पड़ोसी मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने संयुक्त राष्ट्र और देश की केंद्र सरकार से कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही कीर्तन कार्यक्रम में बाबा इस्कॉन वाई कृष्णदास प्रभु के अपमान का भी विरोध किया गया।